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मुंबई के बांद्रा-वर्ली सी लिंक पर तेज़ रफ़्तार कार सड़क किनारे खड़े वाहनों से टकराई, 5 लोगों की मौत; कई घायल

मुंबई: मुंबई के बांद्रा-वर्ली सी लिंक रोड पर बुधवार तड़के सुबह तेज गति से आ रही कार के दुर्घटनाग्रस्‍त होने से 5 लोगों की मौत हो गई और 13 लोग घायल हुए हैं। जबकि 8 घायलों का इलाज अस्‍पताल में चल रहा है। घटना उस समय हुई जब सड़क किनारे खड़ी एक एंबुलेंस, कार और कुछ अन्‍य वाहनों से आकर एक कार टकरा गई।
दरअसल, यहां कुछ देर पहले भी एक दुर्घटना हुई थी और घायलों को ले जाने के लिए कार और एंबुलेंस बुलायी गई थी।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि हादसे की जांच के दौरान पता चला कि पहले एक कार पुल पर बने डिवाइडर से टकरा गई, जिसके बाद उसकी सहायता के लिए एक एम्बुलेंस को भेजा गया। दुर्घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। उन्होंने बताया कि दो अन्य कार चालकों ने मदद करने के लिए अपने वाहन रोके। एक महिला और सी-लिंक के एक कर्मचारी समेत 13 घायलों को अस्पताल ले जाया गया, जिनमें से 5 लोगों की इलाज के दौरान मौत हो गई। उन्होंने बताया कि दो अन्य लोगों को मामूली चोटें आई हैं और उन्हें उपचार के बाद घर जाने की अनुमति दे दी गई।

प्राप्त जानकारी के मुताबिक, मृतकों में चार टोल प्लाजा के कर्मचारी और एक एम्बुलेंस ड्राइवर शामिल हैं।
टोल प्लाजा कर्मियों की पहचान चेतन कदम (36), गजराज सिंह (42) सतेंद्र सिंह (35) और एक अज्ञात के तौर पर हुई है। जबकि, एम्बुलेंस ड्राइवर की पहचान 32 वर्षीय सोमनाथ साल्वे के तौर पर हुई है। सिक्योरिटी सुपरवाइजर चेतन कदम मुंबई में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) की युवा इकाई के अध्यक्ष भी थे।
पुलिस के मुताबिक, वे पहली दुर्घटना में घायल हुए यात्रियों की मदद करने के लिए अन्य कर्मचारियों के साथ घटनास्थल पर गए थे। घायलों को बचाने के लिए कदम अपने साथ एम्बुलेंस लेकर गए थे। हादसे का शिकार बने लोग घायलों की मदद करने में लगे थे कि तभी एक तेज रफ्तार एसयूवी ने खड़े वाहनों में टक्कर मार दी, जिससे उनकी (कदम) मौत हो गई। अस्पताल के बाहर कदम के भाई प्रसाद ने बताया कि मेरे भाई को उन लोगों की जान बचाने के लिए जाना जाता था जो आत्महत्या करने के लिए सी लिंक पर आते थे।
कदम करीब 5 साल पहले भी तब चर्चा में आए थे, जब उन्होंने एक व्यक्ति को आत्महत्या करने से बचाने में पुलिस की मदद की थी। एक सीसीटीवी क्लिप में, कदम को उस व्यक्ति के पास दौड़ते हुए और उसे पुल से नीचे खींचते हुए देखा गया था।
कदम के परिवार की मदद के लिए अस्पताल में मौजूद एनसीपी के प्रवक्ता अमोल मटेले ने कहा, चालक के साथ-साथ उस कंपनी के खिलाफ भी गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज करने की जरूरत है जिसने कदम और अन्य मृतक को काम पर रखा था, क्योंकि वे लापरवाह हैं, उन्होंने अपने लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए किसी भी सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया। उन्हें ऐसी स्थितियों से निपटने के लिए रिफ्लेक्टिव जैकेट जैसी सुरक्षा किट या पर्याप्त प्रशिक्षण नहीं दिया गया था। उन्होंने आगे कहा, हम सरकार से मुआवजा और अन्य सभी बकाया भी चाहते हैं क्योंकि वे अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए मारे गए।