महाराष्ट्रमुंबई उपनगरमुंबई शहरशहर और राज्य

मुंबई: निजी क्लिनिक बंद कर वन रुपी क्लिनिक से की 10 हजार लोगों की थर्मल चेकिंग!

मुंबई: महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए लोग अपने घरों में कैद होने को मजबूर हैं, ऐसी परिस्थिति में भी कुछ ऐसे लोग हैं जो अपनी जान को जोखिम में डालकर लोगों की मदद के लिए गलियों की खाक छान रहे हैं।
सरकार की लाख अपील के बावजूद भी निजी डाक्टरों के क्लिनिक लॉकडाउन के बाद से ही पूरी तरह बंद हैं। इससे अन्य बीमारियों से पीड़ित मुंबईकर बुरी तरह से परेशान हैं। ऐसी स्थिति में सामाजिक कार्यकर्ता अनिल गलगली वन रुपी क्लिनिक की मदद से लोगों की स्वास्थ्य जांच करा रहे हैं। गलगली ने अब तक मुंबई के विभिन्न इलाकों में वन रूपी क्लिनिक के माध्यम से 10 हजार से अधिक लोगों का थर्मल चेकिंग की है। इससे व्यक्ति का तापमान पता कर कोरोना से संक्रमित होने की संभावना का पता लगाया जाता है।
गलगली कहते है कि मुंबई में दवाखाना बंद हैं। बार-बार स्वास्थ्य मंत्री और मनपा की चेतावनी के बाद भी निजी दवाखाने खुल नहीं रहे हैं। इससे अन्य बीमारियों से पीड़ित लोग परेशान हैं। मुंबई में कुलाबा और कुर्ला में ओपीडी शुरु की गई हैं।
गौरतलब है कि मुंबई के 17 रेलवे स्टेशनों पर सेवा देने वाले वन रुपी क्लिनिक लोकल ट्रेने बंद होने की वजह से बंद हैं। इसलिए गलगली की पहल पर वन रुपी क्लिनिक के डाक्टर झोपड़पट्टियों में अपनी सेवाए दे रहे हैं।

मई तक जा सकता है लॉकडाउन
नोवल कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 21 दिनों की लॉकडाउन की घोषणा की थी। ये लॉकडाउन 14 अप्रैल का समाप्त हो रहा है। इस बीच लोगों के मन में सवाल है कि क्या सरकार आगे भी लॉकडाउन जारी रखेगी या खत्म करेगी? गौरतलब है कि देश में कोरोना संक्रमित का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है।