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मुंबई: 1993 सीरियल ब्लास्ट मामले का मुख्य आरोपी मुनाफ एयरपोर्ट से गिरफ्तार

मुंबई: 1993 सीरियल धमाकों के आरोपी को गुजरात आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने मुंबई एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी का नाम मुनाफ हलारी मूसा है। गुजरात पुलिस मुनाफ को नशीले पदार्थों की तस्करी के मामले में तलाश कर रही थी। मुनाफ को उस वक्त दबोचा गया जब वह मुंबई के रास्ते ट्रांजिट फ्लाइट के जरिए दुबई भागने की तैयारी कर रहा था। गुजरात एटीएस के पुलिस उपाधीक्षक केके पटेल के मुताबिक मुनाफ के पास से पाकिस्तानी पासपोर्ट बरामद किया गया है। पासपोर्ट अनवर मोहम्मद नाम से बनाया गया था। गुजरात के समंदर से इसी साल 2 जनवरी को पांच पाकिस्तानी नागरिकों को हेरोइन की तस्करी करते हुए पकड़ा गया था। पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया था कि कराची के हाजी हसन नाम के शख्स की यह खेप थी। छानबीन में यह भी पता चला कि हसन दरअसल मुनाफ के निर्देश पर नशे की यह खेप भारत में पहुंचा रहा था। हसन ने मुनाफ से जरूरत पड़ने पर विस्फोटकों की खेप भी समुंद्र के रास्ते भारत में पहुंचाने का वादा किया था। छानबीन में खुलासा हुआ है कि मुंबई में 1993 में हुए धमाकों में फरार होने के बाद वह दो बार भारत आ चुका है। साल 2014 में वह अटारी बॉर्डर के रास्ते मुंबई आया था। उसके पाकिस्तानी पासपोर्ट का दो बार नवीनीकरण किया जा चुका है।

1993 धमाकों का मुख्य साजिशकर्ता है मुनाफ
मुनाफ साल 1993 में मुंबई में हुई सीरियल धमाकों के मुख्य साजिशकर्ताओं में शामिल है। उसने ही विस्फोटक रखने के लिए इस्तेमाल हुए तीन नए स्कूटर खरीदे थे। इन स्कूटरों को झवेरी बाजार में रखा गया था। 12 मार्च 1993 को हुए धमाकों में 257 लोग मारे गए थे जबकि 713 जख्मी हुए थे। धमाकों के बाद मुनाफ मुंबई से बरेली और फिर बैंकॉक भाग गया था। धमाकों के एक और आरोपी टाइगर मेमन ने पाकिस्तानी पासपोर्ट बनाने में उसकी मदद की और मेमन की मदद से ही वह केनिया के नैरोबी में रहने लगा। मुनाफ लगातार मेमन के संपर्क में था और खुद को पाकिस्तानी बताकर मैगनम अफ्रीका नाम से कारोबार शुरू किया। बाद में मेमन के निर्देश पर उसने अनाज का आयात निर्यात शुरू कर दिया। इसी की आड़ में वह भारत में नशीले पदार्थों की खेप और हथियार पहुंचाने की कोशिश कर रहा था।