पुणेब्रेकिंग न्यूज़महाराष्ट्रमुंबई शहर

ड्रग माफिया ललित पाटिल का चौंकाने वाला खुलासा; बोला- मैं भागा नहीं, मुझे पुणे पुलिस ने भगाया!

पुणे, (राजेश जायसवाल): पुणे जिले के ससून अस्पताल से दो सप्ताह पहले फरार हुए ड्रग माफिया ललित पाटिल को आखिरकार मुंबई पुलिस की टीम ने चेन्नई से दबोच लिया। कथित तौर पर 300 करोड़ के ड्रग्स केस में आरोपी ललित पाटिल को दबोचने के लिए पुलिस की 10 टीमें गठित की गई थी। पाटिल को मंगलवार 17 अक्टूबर की रात चेन्नई से गिरफ्तार किया गया। ललित को सीधे मुंबई लाया गया और आज अंधेरी कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने ललित पाटिल को सोमवार 23 अक्टूबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है। बताया जा रहा है कि कोर्ट में ललित ने दावा किया है कि पुणे पुलिस से उसकी जान को खतरा है। ललित की तरफ से वकील ने न्यायिक हिरासत में भेजने की मांग की थी, लेकिन साकीनाका पुलिस की ओर से सरकारी वकील ने कोर्ट को बताया कि यह एक बड़ा ड्रग रैकेट है और इसमें 12 आरोपी हैं। 12वें आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। जिसने पुलिस जांच में बताया कि वह ड्रग्स बनाने के लिए कच्चे माल की सप्लाई भूषण पाटिल की नासिक में मौजूद फैक्ट्री में करता था। जिसके बाद उसे पुलिस हिरासत में भेजा गया।

बता दें कि कुख्यात ड्रग माफिया ललित पाटिल साल 2020 से न्यायिक हिरासत में था। पुणे के ससून जनरल अस्पताल में उसका इलाज चल रहा था। जहां से वह गाँधी जयंती (2 अक्टूबर) वाले दिन भाग निकला था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, एक फोन कॉल के कारण ललित की गिरफ्तारी हुई। ललित पाटिल वही ड्रग डीलर है जो 2020 में पिंपरी-चिंचवड़ पुलिस द्वारा भंडाफोड़ किए गए करोड़ों रुपये के मेफेड्रोन रैकेट के पीछे था।

इस महीने की शुरुआत में संयुक्त पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) सत्यनारायण चौधरी और परिमंडल-10 के पुलिस उपायुक्त (DCP) दत्ता नलवाडे की देखरेख में साकीनाका पुलिस ने नासिक के एमआईडीसी क्षेत्र में एक फैक्ट्री पर छापा मारा और भारी मात्रा में दवाएं जब्त कीं। ऐसा माना जाता है कि उक्त फैक्ट्री का स्वामित्व ललित पाटिल के भाई भूषण पाटिल के पास है।

पाटिल की गिरफ्तारी पर मुंबई पुलिस के ज्वाइंट सीपी ने क्या कहा?
ड्रग माफिया ललित पाटिल की गिरफ्तारी पर मुंबई पुलिस के ज्वाइंट सीपी (Law & Order) सत्यनारायण चौधरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि मुंबई पुलिस ने ड्रग्स के खिलाफ अपनी कार्रवाई अगस्त में शुरू की थी, जब साकीनाका में एक मामला दर्ज किया गया था। हमने इसे अंजाम दिया है। डोंगरी, पुणे और अन्य जगहों पर छापेमारी में बरामद ड्रग्स की मात्रा 150 किलोग्राम से ज्यादा है, जिसकी कीमत 300 करोड़ रुपये से ज्यादा है। हमारी डिटेक्शन टीम लगातार इस पर काम कर रही है। हमने उसे बेंगलुरु और और चेन्नई के बीच एक जगह से गिरफ्तार किया है। आज हम उसे मुंबई ले आए और पुलिस हिरासत में ले लिया है। आज हमने केवल एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। इस आरोपी के बारे में हमारी जांच प्रारंभिक चरण में है।

ललित पाटिल का चौंकाने वाला खुलासा?
वहीं, ड्रग माफिया ललित पाटिल ने एक चौंकाने वाला दावा कर सनसनी पैदा कर दिया है। पुलिस की गिरफ्त में आए ललित पाटिल ने दावा किया है कि अगर मैं नहीं भागता तो पुलिस मुझे भगा देती। ललित पाटिल ने कहा कि इसके पीछे कोई है…ये सब मैं पत्रकारों से बात करके बताऊंगा।

ललित पाटिल ने आगे बताया है कि वे सबसे पहले पुणे के ससून अस्पताल से भाग जाने के बाद जलगांव जिले के चालीसगांव पहुंचा और उसके बाद छत्रपति संभाजी नगर, फिर गुजरात के जामनगर गया और वहां तीन दिन तक रहा। मुंबई पुलिस की कुल पांच टीमें उसके पीछे लगी थीं। गुजरात से, ललित पाटिल समृद्धि राजमार्ग पकड़कर सोलापुर आया और फिर कर्नाटक में प्रवेश किया। ललित पाटिल को आखिरकार मुंबई पुलिस ने कर्नाटक के बेंगलुरु में गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस सूत्रों ने बताया कि ललित पाटिल बेंगलुरु से विदेश भागने की तैयारी में था। बताया जा रहा है कि ललित पाटिल के पुलिस के हत्थे चढ़ने से ड्रग मामले में कई बड़ी हस्तियों के नाम सामने आने की संभावना है।

वहीं, सुबह जब पाटिल को कोर्ट में पेश किया रहा था तब उसने मीडिया से यह भी कहा कि पुलिस चाहे तो मेरा नार्को टेस्ट कर सकती है। उसने कहा कि पुणे पुलिस से मेरी जान को खतरा है। पाटिल के इस बयान कई राजनेता, वरिष्ठ पुलिस अधिकारी, हॉस्पिटल के स्टाफ और कई डॉक्टर भी संदेह के घेरे में आ गए है। बड़ा सवाल यह है कि आखिरकार पाटिल को भगाने के बाद उसके रहने, खाने-पीने और यात्रा की व्यवस्था किसने की थी। आखिर वह कौन है…जो पाटिल को शह दे रहा था?

दादा भुसे और देसाई का करो नार्को टेस्ट: सुषमा अंधारे
उद्धव ठाकरे (यूबीटी) की उपनेता सुषमा अंधारे ने ललित पाटिल के अस्पताल से भाग जाने के बाद शिंदे गुट के कैबिनेट मंत्री दादा भुसे और शंभुराज देसाई को कटघरे में खड़ा किया था। उन्होंने आरोप लगाया था कि ड्रग्स माफिया को भगाने के पीछे इन दो मंत्रियों का हाथ है। पाटिल के बयान के बाद सुषमा की भविष्यवाणी सच होती दिखाई पड़ रही है। अंधारे ने इन दोनों मंत्रियों का नार्को टेस्ट कराए जाने की मांग की है। हालांकि, दोनों मंत्रियों ने पाटिल को भगाने में अपनी किसी भी भूमिका से इंकार किया है।

मास्टर माइंड का खुलासा हो: पटोले
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा, ड्रग्स के काले कारोबार का ललित पाटिल तो सिर्फ एक मोहरा है, असली मास्टरमाइंड कौन है? इसका खुलासा होना जरूरी है। राज्य की शिंदे-फडणवीस- अजीत (ईडीए) सरकार महाराष्ट्र की युवा पीढ़ी को नशे की लत में झोंककर उन्हें बर्बाद करने का पाप कर रही है। पिछले दिनों नासिक और सोलापुर समेत कई शहरों से ड्रग्स की बड़ी खेप पकड़ी गई है। पटोले ने कहा कि बिना राजनीतिक आशीर्वाद के इस धंधे को अंजाम नहीं दिया जा सकता है।

अब कई लोगों के मुंह बंद हो जाएंगे: फडणवीस
राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मीडिया से बातचीत में कहा कि ललित पाटिल पुलिस के हत्थे चढ़ चुका है। इससे कई लोगों के मुंह बंद हो जाएंगे। हमारी सरकार ने पुलिस को ड्रग्स रैकेट के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आदेश दिए हैं। इसके मुताबिक, पुलिस बल की सभी इकाइयों ने काम करना शुरू कर दिया है। मुंबई पुलिस को नासिक में एक दवा फैक्ट्री के बारे में जानकारी मिली। पुलिस ने उस फैक्ट्री पर छापा मारा। ऐसे काम करने वाले लोगों के खिलाफ जगह-जगह छापेमारी की जा रही है। पाटिल की गिरफ़्तारी के बाद नशे का एक बड़ा नेटवर्क जरूर सामने आएगा। मुझे कुछ अहम जानकारी मिली है, लेकिन मैं तुरंत मीडिया के साथ शेयर नहीं कर सकता हूं। मैं आपको उचित समय पर सब कुछ बताऊंगा। इतना तय है कि इस ऑपरेशन के माध्यम से एक बड़े ड्रग्स नेटवर्क का पर्दाफाश जरुर होगा।