Uncategorisedउत्तर प्रदेशदिल्लीब्रेकिंग न्यूज़राजनीतिशहर और राज्य

लखीमपुर खीरी हिंसा: दो आरोपी गिरफ़्तार, 10 अक्टूबर को वाराणसी में कांग्रेस की ‘प्रतिज्ञा रैली’

वाराणसी: लखीमपुर खीरी हिंसा के बाद कांग्रेस ने अपना पूरा ध्यान वाराणसी में ‘प्रतिज्ञा रैली’ पर केंद्रित कर लिया है, जिसे रविवार को पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी संबोधित करेंगी।
उत्तर प्रदेश चुनाव 2022 के लिए कांग्रेस द्वारा आयोजित की जाने वाली यह पहली रैली होगी। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का निर्वाचन क्षेत्र है और कांग्रेस ने इसे एक बड़ी सफलता बनाने के लिए कमर कस ली है।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष विश्व विजय सिंह ने बताया कि यह रैली वाराणसी में आयोजित की जाएगी और इसके लिए लोगों को जुटाने के लिए आठ जिलों के कांग्रेस कार्यकर्ताओं को काम पर लगाया गया है। जिलों में मिजार्पुर, चंदौली, सोनभद्र, जौनपुर, आजमगढ़, मऊ और बलिया शामिल हैं। लखीमपुर खीरी की घटना के बाद कांग्रेस एक अच्छी भीड़ जुटने की उम्मीद कर रही है, जहां एक केंद्रीय मंत्री के बेटे द्वारा कथित तौर पर किसानों की हत्या कर दी गई थी।
प्रियंका गांधी, जिन्होंने राज्य में किसानों का मुद्दा उठाया है, और कांग्रेस नेताओं का कहना है कि यह राज्य में पार्टी को फिर से स्थापित करने का समय है क्योंकि कांग्रेस को छोड़कर कोई अन्य पार्टी लोगों के मुद्दों को नहीं उठा रही है और न ही उनकी समस्याओं को उजागर कर रही है।
बता दें कि प्रियंका गांधी ने गुरुवार को लखीमपुर खीरी हिंसा की उच्चतम न्यायालय या उच्च न्यायालय के किसी मौजूदा न्यायाधीश से जांच कराने की मांग की। उन्होंने यह भी कहा कि केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी, जिनके बेटे पर मामला दर्ज किया गया है, को निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने के लिए इस्तीफा देना चाहिए।
उन्होंने कहा, मेरे विचार से और पीड़ित परिवारों का भी यही मानना है कि मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट या उच्च न्यायालय के किसी मौजूदा न्यायाधीश द्वारा की जानी चाहिए न कि सेवानिवृत्त न्यायाधीश से। राज्य सरकार ने गुरुवार को उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश प्रदीप श्रीवास्तव को लखीमपुर हिंसा की जांच के लिए नियुक्त किया था।

लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में दो आरोपियों की हुई गिरफ्तारी
वहीँ दूसरी ओर लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में दो आरोपियों लवकुश और आशीष पांडे को गिरफ़्तार कर लिया गया है। वहीं केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा को पूछताछ के लिए लखीमपुर खीरी स्थित अपराध शाखा कार्यालय में बुलाया गया था। हालांकि, शुक्रवार को आशीष पूछताछ के लिए पेश नहीं हुए। इसके बाद पुलिस ने दूसरा नोटिस जारी उन्हें शनिवार को सुबह 11 बजे तक पेश होने का समय दिया है। पुलिस ने बताया कि घटनास्थल की जांच में उन्हें कारतूस के खोखे मिले हैं।

इस बीच लखनऊ में गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा ने अपने बेटे को ‘निर्दोष’ बताते हुए शुक्रवार को कहा कि उनका बेटा ‘अस्वस्थ’ है और वह शनिवार को पुलिस के सामने पेश होगा।
हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से बातचीत करते हुए मंत्री ने कहा, हमें कानून पर पूरा भरोसा है। मेरा बेटा निर्दोष है, उसे गुरुवार को नोटिस मिला लेकिन उसने कहा कि उसकी तबीयत ठीक नहीं है। वह कल (शनिवार) पुलिस के सामने पेश होगा और अपने निर्दोष होने के बारे में बयान और सबूत देगा।यह पूछे जाने पर कि विपक्ष उनके इस्तीफे की मांग कर रहा है, तो उन्होंने कहा, विपक्ष तो कुछ भी मांगता है। मंत्री ने कहा कि यह भाजपा सरकार है जो निष्पक्ष तरीके से काम करती है। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
गौरतलब है कि मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा का नाम तीन अक्टूबर को हुई लखीमपुर हिंसा की प्राथमिकी में है, जिसमें चार किसानों और एक पत्रकार सहित आठ लोगों की मौत हो गई थी।