उत्तर प्रदेशब्रेकिंग न्यूज़

वाराणसी: भाजपा नेता की हत्‍या में शामिल दो बदमाश मुठभेड़ में गिरफ्तार, गोली लगने पर अस्‍पताल में भर्ती

वाराणसी: लहरतारा क्षेत्र में डीआरएम कार्यालय के पीछे जल विहार कालोनी के पास रविवार की सुबह सिगरा पुलिस व क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम ने मुठभेड़ में गैंग नंबर 307 के सरगना व उसके साथी को गिरफ्तार किया है। चंदुआ छित्तूपुर निवासी सरगना राहुल सरोज व उसके साथी पवन को दाहिने पैर में गोली लगी है। घायल दोनों बदमाशों का मंडलीय अस्पताल में इलाज कराया जा रहा है। दोनों बदमाश भाजपा नेता पशुपति नाथ सिंह की हत्या व उनके बेटे राजकुमार सिंह पर जानलेवा हमला करने के मामले में वांछित थे। इस वारदात के पांचवें दिन हुई मुठभेड़ में पुलिस ने मौके से 12 व 315 बोर के दो तमंचे, दोनों बोर का एक-एक खोखा व दो कारतूस बरामद किए गए। इन पर डीसीपी वरुणा जोन आरती सिंह ने 20-20 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया था। सरगना के खिलाफ सिगरा थाने में मारपीट व धमकी समेत अन्य आरोपों में पांच मुकदमे दर्ज हैं। उसके साथी पर भी दो मुकदमे हैं।

वाराणसी में बीते दिनों शराब पीने के विवाद के दौरान रोक-टोक करने पर भाजपा नेता पशुपतिनाथ की पीट कर हत्‍या करने और उनके बेटे को घायल करने के मामले में पुलिस ने आरोपितों की तलाश में दबिश शुरू कर दी है। इस मामले में 17 लोग आरोपित बनाए गए थे। इसी मामले में दो अन्‍य बदमाशों की तलाश में लगी पुलिस ने रविवार की सुबह मुठभेड़ में उनको गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। गोली लगने की वजह से दोनों को मंडलीय अस्‍पताल में भर्ती कराया गया है।
जयप्रकाश नगर निवासी पशुपति नाथ सिंह के घर के पास ही उनकी दुकान में देसी शराब व बीयर का ठेका है। 12 अक्टूबर की रात चार युवक ठेके पर विवाद कर रहे थे। चारों को पशुपति नाथ सिंह के बेटे राजकुमार ने समझा-बुझाकर ठेके से भगाने लगे तो वे देख लेने की धमकी देते हुए सभी चले गए। कुछ देर बाद 35 से 40 की संख्या में लड़के लाठी-डंडा, हाकी व राड से लैस होकर आए और राजकुमार पर हमला बोल दिए। शोरगुल सुनकर बीच बचाव करने पहुंचे पशुपति नाथ सिंह को भी हमलावरों ने बुरी तरह पीट दिया। वारदात में पशुपति नाथ सिंह की मौत हो गई व बेटा गंभीर रूप से घायल हो गया था।

उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या शनिवार को भाजपा नेता के स्वजन को ढांढस बंधाने उनके घर पर पहुंचे थे। इस वारदात में 17 आरोपितों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया गया था। आठ आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। इस वारदात को अंजाम देने वाले हमलावर खुद को गैंग नंबर 307 के सदस्य बता रहे थे।
पुलिस आयुक्त ए सतीश गणेश के मुताबिक, सिगरा थाने की पुलिस व क्राइम ब्रांच आरोपितों को ट्रैक करने में जुटी हुई थी। इस बीच पुलिस को सूचना मिली कि 307 गैंग का सरगना समेत दो जल विहार कालोनी के पास आने वाले हैं। इस पर सिगरा थाना प्रभारी राजू सिंह, सर्विलांस प्रभारी अंजनी पांडेय और क्राइम ब्रांच बृजेश मिश्रा ने घेराबंदी की। इस बीच बाइक से दोनों बदमाश आते दिखाई पड़े। पुलिस ने दोनों को समर्पण करने की चेतावनी दी तो वे पुलिस टीम पर गोली चलाने लगे। पुलिस टीम ने आत्मरक्षार्थ जवाबी फायरिंग की। इसमें दोनों बदमाश पैर में गोली लगने से गिर पड़े।
पुलिस के मुताबिक, पवन सरोज और राहुल सरोज नाम के दोनों बदमाशों को गोली लगने की वजह से उनको मंडलीय अस्‍पताल भेजा गया। वहीं मुठभेड़ की जानकारी होने के बाद मौके पर पुलिस आयुक्त सतीश गणेश, एडीसीपी प्रबल प्रताप सिंह और एसीपी चेतगंज विकास श्रीवास्तव मौके पर पहुंचे और मुठभेड़ करने वाली टीम से बातचीत कर पूरी घटना की जानकारी ली। उन्होंने बताया कि भाजपा नेता की हत्‍या में शामिल अन्‍य लोगों की भी तलाश जारी है, जल्‍द ही सभी आरोपित कानून के शिकंजे में होंगे।