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महराजगंज: नशीली दवाओं की तस्‍करी, 686 करोड़ पर, एमआरपी महज 56 लाख रुपये! पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा

महराजगंज: महराजगंज जिले के ठूठीबारी कोतवाली क्षेत्र के जमुई कला गांव से 4 अगस्त को बरामद जिन दवाओं का मूल्य 686 करोड़ रुपये बताया गया, उसका अधिकतम खुदरा मूल्य (एमआरपी) खाद्य सुरक्षा व औषधि प्रशासन विभाग ने 56,86, 384 रुपये तय किया है। विभाग ने बरामद दवाओं की मात्रा व दवाओं पर लिखे मूल्य के हिसाब से अलग-अलग आंकड़ा पेश किया हैं। हालांकि, आरोपित ड्रग माफिया गोविंद गुप्‍ता के खिलाफ कोर्ट में ये मामला दवाओं की मात्रा के हिसाब से निर्धारित 686 करोड़ रुपये पर ही होगी। विभाग ने न्यायालय में दोनों मूल्यों को प्रस्तुत किया है।
जीएसटी (गुड्स एंड सर्विस टैक्स) की विशेष अनुसंधान शाखा के डिप्टी कमिश्नर श्यामनरायन यादव के नेतृत्व में एसी पंकज सुमन व वाणिज्य कर अधिकारी प्रशांत द्विवेदी जांच करने महराजगंज पहुंचे। तीनों अधिकारियों ने ड्रग इंस्पेक्टर शिवकुमार नायक को जीएसटी कार्यालय बुलाकर आवश्यक अभिलेख हासिल किए। कार्रवाई की जद में गोविंद गुप्ता के अलावा गोरखपुर व सिसवा बाजार के बड़े दवा कारोबारी भी आ गए हैं। बरामद दवाओं के आधार पर इग्लोवेंच फार्मा बेंगलुरु, इंडेस फार्मा गिलोच राजस्थान, स्कोप व हेल्थ फार्मा हरिद्वार सहित 24 कंपनियों को नोटिस दी गई है। इन कंपनियों से गोविंद गुप्ता तक दवा पहुंचाने के नेटवर्क को खंगाला जा रहा है।

अगस्त 2020 में हुआ था रजिस्ट्रेशन, खरीदी हैं 21 लाख की दवाएं
ड्रग माफिया गोविंद गुप्ता ने आयुष मेडिकल स्टोर के नाम से वाणिज्य कर विभाग ने अगस्त 2020 में रजिस्ट्रेशन कराया था। ई-वे बिल से अब तक उसके द्वारा 2100443 रुपये दवा की खरीदारी की गई है। स्टेट जीएसटी के उपायुक्त राजेंद्र कुमार चौरसिया ने बताया कि बिल के मुताबिक सभी दवाओं की खरीदारी मोदी फार्मा गोरखपुर, समृद्धि मेडिकल एजेंसी व अनूप मेडिकल एजेंसी सिसवा बाजार से की गई है। नियमों को दरकिनार कर गोविंद गुप्ता ने टैक्स भी नहीं जमा किया है, जिसके चलते विभाग ने उसका रजिस्ट्रेशन निलंबित कर दिया है। हफ्तेभर के अंदर उचित जवाब न मिलने पर जीएसटी रजिस्ट्रेशन निरस्त किया जाएगा।