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एक्सपर्ट ग्रुप ने सरकार से की सिफारिश, वैक्‍सीन की दोनों डोज लगवा चुके लोगों को नहीं हैं क्‍वारंटीन और कोरोना टेस्‍ट की जरूरत

मुंबई: देश में तेज गति के साथ कोविड-19 वैक्सीन लगाने का अभियान चलाया जा रहा है. सरकार की मंशा है कि जल्द से जल्द देश में ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लग जाए. ताकि कोरोना की तीसरी लहर का प्रभाव देश पर ज्यादा ना पड़ सके. वहीं नैशनल एक्‍सपर्ट ग्रुप और टीकाकरण पर बने टेक्निकल एडवायजरी ग्रुप ने सरकार को सुझाव दिया है कि जिन लोगों ने वैक्‍सीन की दोनों डोज ले ली हैं. उन्‍हें इंटरस्‍टेट ट्रेवल के दौरान क्‍वारंटीन करने की कोई जरूरत नहीं है. साथ ही उनका कोविड टेस्‍ट भी ना कराया जाए.
स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय के साथ हाल ही में नैशनल एक्‍सपर्ट ग्रुप और टीकाकरण पर बने टेक्निकल एडवायजरी ग्रुप की एक बैठक हुई थी. जिस बैठक में यह सुझाव दिए गए हैं. कोविड-19 वर्किंग ग्रुप के चेयरमैन डॉ एन के अरोड़ा भी इस बैठक में मौजूद थे. डॉ अरोड़ा ने बुधवार को बताया कि एक्‍सपर्ट्स ने जो सिफारिशें की हैं, वे देश से बाहर यात्रा करने वालों के लिए भी हैं. डॉ अरोड़ा के मुताबिक, सरकार से यह भी कहा गया है कि दोनों डोज लगवा चुके ऐसे लोग जिन्‍हें पहले कोविड हुआ था और रिकवर हो गए और एसिम्‍प्‍टोमेटिक हैं, उन्हे देश में यात्रा के दौरान क्‍वारंटीन और टेस्टिंग की कोई आवश्यकता नहीं है. इस बैठक के मिनट्स राज्‍यों के बीच सर्कुलेट किए गए हैं ताकि इन्‍हें लागू किया जा सके.

इन्हें माना जाएगा फुली वैक्सीनेटिड
पूरी तरह वैक्‍सीनेटेड उन्ही लोगों को माना जाएगा जिन्‍हें वैक्सीन की दूसरी डोज लगे कम से कम दो हफ्ते हो चुके हैं. एक्‍सपर्ट ग्रुप का कहना है कि कई राज्‍य अब भी पूरी तरह वैक्‍सीनेटेड लोगों से नेगेटिव रिपोर्ट मांग रहे हैं. जिस वजह से ट्रेवलिंग करने में लोगों को बहुत दिक्कतें हो रही हैं. वहीं ट्रेवल एजेंट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया की अध्‍यक्ष, ज्‍योति मायल का कहना है कि अधिकतर राज्‍य इन बातों से अनजान हैं और पाबंदियां जारी रखे हुए हैं. केंद्र को आदेश जारी कर नई सिफारिशों को लागू कराना चाहिए.