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शरद पवार ने बताया देश को पीएम मोदी का विकल्प देने में देर क्यों?

मुंबई: देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के खिलाफ ‘थर्ड फ्रंट’ बनाने की कवायद काफी दिनों से चल रही है। हालांकि, अभी तक इसमें कोई सफलता नहीं मिल पाई है। इस मुद्दे पर जब पत्रकारों ने एनसीपी चीफ शरद पवार से सवाल पूछा तो उन्होंने चौंकाने वाला जवाब दिया। उन्होंने कहा कि हमारे बीच के मतभेद की वजह से यह तीसरा मोर्चा नहीं बन पा रहा है। इसी वजह से देश को पीएम मोदी का विकल्प देने में देर हो रही है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार ने कहा कि देश की विपक्षी पार्टियों में एकजुटता न होने का पूरा फायदा बीजेपी उठा रही है। पवार ने कहा कि सभी बीजेपी विरोधी पार्टियों को अपने आपसी मतभेद भुलाकर एकजुट होना चाहिए। दुर्भाग्य से ऐसा नहीं हो रहा है। साल 2024 के आम चुनाव में नरेंद्र मोदी पीएम पद के दावेदार हैं लेकिन विपक्ष के पास इस पद के लिए कोई मजबूत और सर्वमान्य उम्मीदवार नहीं है। यदि ऐसा हुआ तो अगले चुनाव में मोदी ही पीएम रहेंगे।

शरद पवार ने दिया ये उदाहरण
शरद पवार ने ‘थर्ड फ्रंट’ के मुद्दे पर एक अहम बात कही। उन्होंने कहा कि इस विषय पर प्रत्येक बीजेपी विरोधी पार्टी को पहले अपने अंदरूनी मतभेद खत्म कर एक सामूहिक निर्णय लेना चाहिए।
उदाहरण के तौर पर राजस्थान कांग्रेस का मसला इस संदर्भ में मेरे हर पर मीटिंग हुई जिस पर जल्द कोई फैसला होगा। हालांकि, कुछ जगहों पर हमारे आपसी मतभेद भी हैं। हाल में पश्चिम बंगाल में चुनाव हुए जिसमें कांग्रेस, टीएमसी और हम साथ थे लेकिन कम्युनिस्ट अलग थे। अगर वो भी साथ में रहते तो काफी अच्छा होता। केरल का उदाहरण देते हुए पवार ने कहा कि केरल में कांग्रेस अलग है एनसीपी, कम्युनिस्ट और अन्य पार्टियां अलग हैं। सबसे पहले हमें इन प्रश्नों को हल करना होगा। अगर यह हो गया तो बाकी सब कुछ आसान हो जाएगा।

स्थानीय निकाय चुनाव कब?
सुप्रीम कोर्ट ने स्थानीय निकाय चुनाव के संबंध में फैसला लेने के लिए कहा है।जिसके बाद यह चुनाव कब कराए जाएंगे। इसको लेकर भी अटकलों का बाजार गर्म हो गया है। इस मुद्दे पर शरद पवार ने कहा कि चुनाव की प्रक्रिया जहां पर रुकी हुई थी। उसे वहीं से शुरू करने का आदेश सर्वोच्च अदालत ने दिया है। इसलिए कई जगहों पर प्रभाग रचना का काम शुरू किया गया है। कई जगहों पर कुछ अन्य काम भी हैं। इन सबके बाद अंतिम प्रारूप तैयार किया जायेगा। फिर आरक्षण की घोषणा की जाएगी। पवार ने कहा कि सब काम में कम से कम ढाई से तीन महीने का समय लगेगा।