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सांसद ओवैसी का बीजेपी पर करारा हमला: कहा- महाराष्ट्र में जब भाजपा-शिवसेना सरकार थी, तब क्यों नहीं याद आया लाउडस्पीकर!

लखनऊ/मुंबई: एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर करारा हमला बोला है। देश में धार्मिक स्थलों पर बजने वाले लाउडस्पीकर को लेकर बड़ा विवाद चल रहा है। उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार मंदिरों-मस्जिदों पर बजने वाले लाउडस्पीकर का वॉल्यूम कम कर रही है। वहीं, बड़े पैमाने पर लाउडस्पीकर उतरवाए भी गए हैं।
महाराष्ट्र में हनुमान चालीसा का विवाद चर्चा का विषय बना हुआ है। वहीं, झारखंड से केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और यूपी से डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने यूनिफॉर्म सिविल कोड का मुद्दा गरमा दिया है। इन तमाम मसलों पर हैदराबाद से सांसद व एआईएमआईएम मुखिया असदुद्दीन ओवैसी ने भाजपा पर करारा हमला करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी मुद्दों को गरमा कर साजिश कर रही है। हमें रमजान का पवित्र महीना भी सुकून से मनाने नहीं दिया जा रहा है।
महाराष्ट्र में जारी हनुमान चालीसा विवाद पर असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि वहां जब भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना की सरकार थी, तब लाउडस्पीकर का मुद्दा क्यों नहीं उठाया गया। उस समय इस समस्या को हल कर लेते। सीएम उद्धव ठाकरे और मनसे प्रमुख राज ठाकरे के बीच चल रहे विवाद से पूरे प्रकरण को जोड़ते हुए ओवैसी ने कहा कि दो भाइयों के बीच यह ‘वन अप मेनशिप’ का मसला है। कौन सबसे बड़ा हनुमान भक्त के मसले पर ओवैसी ने कहा कि यह दो भाइयों की लड़ाई ही है। इसलिए इस मुद्दे को उठाया जा रहा है।
ओवैसी ने कहा कि भाजपा-शिवसेना की गठबंधन की सरकार थी, तब तो उनके मुंह में लड्‌डू था, गुलाब जामुन था, इसलिए चुप बैठे थे। आज अचानक इस मसले को उठाया जा रहा है। पूरी कोशिश यही है कि महाराष्ट्र के अमन चैन को बर्बाद किया जाए। कुछ न कुछ गड़बड़ हो। इसलिए इस मसले को तूल दिया जा रहा है।

क्या सुप्रीम कोर्ट के सभी आदेश को लागू किया जा रहा?
असदुद्दीन ओवैसी ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तहत लाउडस्पीकर की आवाज को कम किए जाने के मसले पर भी बड़ा बयान दिया है। दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में नमाज को तो सही माना है, लेकिन लाउडस्पीकर के प्रयोग पर सवाल खड़े किए हैं। इस आधार पर यूपी में योगी आदित्यनाथ सरकार की ओर से लाउडस्पीकर को हटाने की कार्रवाई की जा रही है। ओवैसी ने इस मसले पर कहा कि सुप्रीम कोर्ट के तो कई सारे आदेश हैं। आप क्या सुप्रीम कोर्ट के हर आदेश को लागू कर रहे हैं? ऐसे कितने आदेश हैं, जिनको लागू नहीं कराया गया है।

ओवैसी ने किया बड़ा सवाल?
ओवैसी ने सवाल किया कि क्या लाउडस्पीकर केवल मस्जिदों पर लगता है? क्या किसी अन्य धार्मिक स्थल पर लाउडस्पीकर नहीं लगता है? उन्होंने कहा कि क्या रमजान या अजान में लाउडस्पीकर का इस्तेमाल होता है, अन्य किसी धर्म के कार्यक्रमों में इसका इस्तेमाल नहीं होता है? उन्होंने कहा कि देश में मुसलमानों के खिलाफ नफरत पैदा करने का माहौल बनाया जा रहा है। वे हमारे हिंदू भाई-बहनों को यह बताने की कोशिश कर रहे हैं कि मुसलमानों से उन्हें खतरा है। इस्लाम से खतरा है। अजान से खतरा है। हिजाब से खतरा है। गोश्त से खतरा है।

अलग प्रकार की हो रही राजनीति
ओवैसी ने कहा कि देश में अलग प्रकार की राजनीति हो रही है। इसमें मुसलमानों वजूद से खतरा बताने की कोशिश चल रही है। भाजपा और संघ परिवार की इस राजनीति के बारे में देश के लोगों को समझना होगा। मंदिर और मस्जिद दोनों जगहों से लाउडस्पीकर हटाए जाने को लेकर अपील किए जाने के मसले पर ओवैसी ने कहा कि मैं ऐसी अपील क्यों करूं? मेरा उसमें क्या काम है? उन्होंने कहा कि रमजान आते ही इन तमाम विवादित मुद्दों को उठाया जाता है। रमजान खत्म होते ही ये मुद्दे खत्म हो जाते हैं।

नवनीत राणा पर कार्रवाई का समर्थन
सांसद नवनीत राणा के खिलाफ महाराष्ट्र सरकार की ओर से राजद्रोह का मामला लगाए जाने का उद्धव ठाकरे सरकार के फैसले का असदुद्दीन ओवैसी ने समर्थन किया। उन्होंने कहा कि किसी के घर बाहर जाकर क्यों हनुमान चालीसा पढ़ेंगे? उन्होंने कहा कि अगर असदुद्दीन ओवैसी ऐलान कर दे कि दिल्ली के सारे मुसलमान प्रधानमंत्री के घर के बाहर जाकर नमाज पढ़ेंगे तो आप क्या करेंगे? आप तो उनके खिलाफ गोली चलवा देंगे!