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साकीनाका रेप केस: यूपी के जौनपुर जिले का है आरोपी, नशे में धुत्त था, 21 सितंबर तक पुलिस कस्टडी

मुंबई: देश की दूसरी सबसे सुरक्षित मायानगरी में रेप के बाद मारपीट का शिकार हुई महिला की करीब 30 घंटे बाद अस्पताल में मौत हो गई। पीड़ित महिला का मुंबई के राजावाड़ी अस्पताल में इलाज चल रहा था।
आर्थिक नगरी मुंबई के साकीनाका में हुई रेप की विभत्स घटना के आरोपी को मुंबई पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले का रहने वाला है। 45 वर्षीय आरोपी का नाम मोहन चौहान है। मुंबई पुलिस ने आरोपी को 21 सितंबर तक पुलिस कस्टडी में भेज दिया है। पीड़िता का मौत से पहले कोई स्टेटमेंट रिकॉर्ड नहीं किया जा सका था।
मुंबई पुलिस आयुक्त हेमंत नागराले ने प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि, यह घटना 9-10 सितम्बर की रात 3:20 बजे की है। शनिवार को राजावाड़ी अस्पताल में इलाज के दौरान युवती की मौत हो गई। इस मामले में हत्या का केस दर्ज किया गया। इस घटना की जांच साकीनाका पुलिस स्टेशन और क्राइम ब्रांच की टीम कर रही है। हमने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के मोहन चौहान को गिरफ्तार किया है। आरोपी 21 सितंबर तक पुलिस कस्टडी में है। इस पूरे केस की जांच एसीपी ज्योत्सना रासम को सौंपी गई है। रासम के नेतृत्व में एक स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम भी गठित की गई है।
सीपी नागराले ने आगे बताया कि, आरोपी जौनपुर जिले का रहने वाला है। वह अपने भाई और बहन के साथ मुंबई के साकीनाका इलाके में रहता था। वह कभी ड्राइवर का काम करता था और कभी कचरा उठाने का काम करता था। जांच के बाद यह क्लियर होगा कि उसने ऐसी वारदात को क्यों अंजाम दिया।
नागराले ने बताया कि जांच में सामने आया है कि आरोपी को महिला सड़क किनारे टहलते मिली थी। रेप के बाद वह महिला की हत्या करना चाहता था, इसलिए उसने प्राइवेट पार्ट पर रॉड से हमला किया। 15 मिनट बाद वहां से गुजरने वाले किसी व्यक्ति ने महिला को खून से लथपथ बेहोशी की स्थिति में देखा और साकीनाका पुलिस स्टेशन को फोन कर इसकी जानकारी दी। आरोपी के बारे में यह पता चला है कि वह नशे का आदी है और वारदात के दौरान भी वह नशे में धुत्त था।

साकीनाका रेप केस पर…जब पुलिस आयुक्त बोले- हर जगह नहीं हो सकती पुलिस!
राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने मुंबई पुलिस आयुक्त हेमंत नगराले की कड़ी आलोचना की है। नगराले ने मुंबई के साकीनाका में हुए रेप केस पर विवादित बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि हर अपराध वाली जगह पर पुलिस मौजूद नहीं रह सकती।
राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य चंद्रमुखीदेवी ने कहा है कि उनका ये बयान अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने ये भी कहा कि पुलिस अपनी ज़िम्मेदारी से भाग नहीं सकती।
मुंबई पुलिस आयुक्त से पूछा गया कि जब त्योहारों के मौसम में शहर में गश्त बढ़ा दी गई है तो अपराध कैसे हो सकता है? इस पर पुलिस कमिश्नर नगराले ने जो जवाब दिया उसे लेकर वह लोगों के निशाने पर आ गए हैं। नगराले ने कहा, ‘हर अपराध वाली जगह पर पुलिस मौजूद नहीं रह सकती। जब वारदात की जानकारी मिली तो दस मिनट में पुलिस मौके पर पहुंच गई थी। सूचना मिलने के बाद ही वे पहुंचेंगे। पुलिस ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया’।

आरोपी को मौत की सजा मिलनी चाहिए: फडणवीस
महाराष्ट्र के पूर्व सीएम और विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा, साकीनाका महिला दुष्कर्म मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक अदालत में होनी चाहिए ताकि आरोपी को जल्द से जल्द सजा मिल सके। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री (उद्धव ठाकरे) को बंबई उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश से मुलाकात कर उनसे इस मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक अदालत में कराने का आग्रह करना चाहिए। उन्होंने कहा, मुझे पता है कि सजा सुनाने का काम न्यायपालिका का है, लेकिन मुझे ऐसा लगता है कि साकीनाका दुष्कर्म मामले के आरोपी को मौत की सजा मिलनी चाहिए।

सीएम ने दिया जांच में तेजी लाने के निर्देश
उधर सीएम उद्धव ठाकरे ने साकीनाका में महिला से दुर्ष्कम और उसके बाद हुई मौत के मामले को मानवता को शर्मसार करने वाली घटना करार दिया है। मुख्यमंत्री ने साकीनाका दुष्कर्म मामले में फास्ट ट्रैक पर मुकदमा चलाने के निर्देश दिए हैं।
शनिवार को सीएम ठाकरे ने कहा कि यह घटना निंदनीय है। मैंने राज्य के गृहमंत्री दिलीप वलसे-पाटील और मुंबई के पुलिस आयुक्त आयुक्त हेमंत नागराले से बात की है। मैंने अफसरों को जांच में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि घटना के आरोपियों को कठोर सजा दी जाएगी। इस मामले का मुकदमा फास्ट ट्रैक पर चलाकर पीड़िता को न्याय दिलाया जाएगा। सीएम ने एक महीने में पूरी इन्वेस्टिगेशन का वादा किया है।