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सेना प्रमुख ने पीएम मोदी से कहा, सेना जहां भी संभव है, वहां खोल रही अस्पताल

नयी दिल्ली: सेना प्रमुख जनरल एम.एम. नरवणे ने गुरुवार को कहा कि देशभर में कोविड-19 मामलों की संख्या में वृद्धि को देखते हुए फौज स्थानीय लोगों के लिए अस्पताल खोल रही है। नरवणे ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। उन्होंने बुधवार को सियाचिन और पूर्वी लद्दाख में मोर्चा स्थलों का दौरा करने के बाद, कोविड प्रबंधन में मदद करने के लिए सेना द्वारा की गई विभिन्न पहलों के बारे में पीएम को जानकारी दी।
सेना प्रमुख ने प्रधानमंत्री को सूचित किया कि सेना के चिकित्सा कर्मचारी विभिन्न राज्य सरकारों को उपलब्ध कराए जा रहे हैं। उन्होंने मोदी को यह भी बताया कि सेना देश के विभिन्न हिस्सों में अस्थायी अस्पताल स्थापित कर रही है।
नरवणे ने प्रधानमंत्री को यह भी अवगत कराया कि सेना जहां भी संभव हो रहा है, नागरिकों के लिए अपने अस्पताल खोल रही है और नागरिक अपने नजदीकी सेना अस्पतालों का रुख कर सकते हैं।
उन्होंने प्रधानमंत्री को सूचित किया कि सेना आयातित ऑक्सीजन टैंकरों और वाहनों के लिए अपनी जनशक्ति के साथ मदद कर रही है, जहां उन्हें प्रबंधित करने के लिए विशेष कौशल की जरूरत होती है।
झारखंड सरकार द्वारा मांगी गई चिकित्सा सहायता के लिए अपेक्षित जवाब के रूप में रांची के नामकुम में 27 अप्रैल को सैन्य अस्पताल में स्थानीय लोगों के लिए 50 बेड का कोविड केयर सेंटर खोला गया है।
झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन के साथ जीओसी, कॉकरेल डिवीजन के नेतृत्व में सेना के अधिकारियों की एक टीम द्वारा सुविधा स्थापित करने के तौर-तरीकों पर चर्चा की गई।
29 अप्रैल को, भारतीय सेना ने पुणे के ओल्ड कमांड अस्पताल परिसर में कोविड केयर सेंटर की स्थापना की, जहां जिला चिकित्सा अधिकारी द्वारा निर्दिष्ट स्थानीय लोगों के इलाज के लिए पर्याप्त क्षमता है। वहां कोविड रोगियों की देखभाल के लिए सेना के डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की एक समर्पित टीम है।
सेना ने अहमदाबाद में 900 बेड का अस्पताल खोलने में सहायता दी है और राजस्थान के बाड़मेर में 100 बेड का आइसोलेशन सेंटर बनाया है।
सेना मध्य प्रदेश के कई स्थानों पर इसी तरह का प्रयास कर रही है, जिसके तहत भोपाल में 150 बेड का और ग्वालियर व सौगोर में दो 40 बेड का कोविड केयर सेंटर बनाए हैं।