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वाराणसी: नदेसर तालाब के सौंदर्यीकरण में हो रही ढिलाई को लेकर मंत्री रवींद्र जायसवाल ने अधिकारियों को लगाई कड़ी फटकार

सवा तीन करोड़ से करना है नदेसर तालाब का सौंदर्यीकरण…

वाराणसी,(राजेश जायसवाल): नदेसर तालाब के ठहरे सुंदरीकरण कार्य को गति देने के लिए मंत्री रवींद्र जायसवाल ने बुधवार को नगर आयुक्त प्रणय सिंह के साथ बैठक की। इस दौरान स्मार्ट सिटी योजना के अंतर्गत हो रहे विकास कार्यों की प्रगति को जाना।
वाराणसी दौरे के दौरान राज्यमंत्री श्री जायसवाल ने अब तक हुए कार्यों की पूरी फाइल मंगाई और आयुक्त को निर्देश दिया कि नदेसर तालाब के सुंदरीकरण का कार्य अविलंब पूरा किया जाए। यदि ठेकेदार नहीं सुन रहा है तो एजेंसी बदलकर कार्य पूरा कराया जाए। मंत्री ने निर्माण कार्य में देरी पर गहरी नाराजगी जाहिर की।
मंत्री ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि दो-तीन दिनों में तालाब की फाइलों का अवलोकन कर बाधा को दूर किया जाएगा। इसके बाद कार्य को युद्ध स्तर पर कराते हुए पूरा कराया जाएगा। उन्होंने नगर आयुक्त को निर्देशित किया कि तालाब के आसपास की गंदगी को साफ कराया जाए। समीप से गुजर रही क्षतिग्रस्त सड़क को दुरुस्त कराएं। दूसरी ओर नगर निगम प्रशासन ने भी कागजी कवायद तेज कर दी है। तालाब पर हुए कब्जे को लेकर अपर नगर आयुक्त देवीदयाल वर्मा ने राजस्व विभाग के कर्मचारियों को बुलाकर समस्या के बाबत अवगत कराया। उन्होंने बताया कि तालाब के उत्तरी छोर पर कुछ लोगों ने कब्जा कर लिया है। विवाद उत्पन्न होने से कार्य की प्रगति ठप हो गई है। अपर नगर आयुक्त ने भरोसा दिया कि मामले का हल जल्द निकाल लिया जाएगा। तालाब का जितना रकबा है उस पर हुए कब्जे को जल्द ही बेदखल कर दिया जाएगा।

ऐसे ठेकेदारों से काम न लिया जाए
मंत्री ने सर्किट हाउस में बुधवार को पीडब्ल्यूडी समेत अन्य विभागों को भी बुलाकर बैठक की। भोजूबीर से मीरापुर बसहीं तथा पांडेपुर से लालपुर मार्ग के निर्माण में विलंब होने पर अपनी नाराजगी जाहिर की। पीडब्ल्यूडी के अभियंता ने बताया कि ठेकेदार कार्य में विलंब कर रहा है। इस पर मंत्री ने कहा कि ऐसे ठेकेदारों से काम ही क्यों लिया जा रहा है जो कार्य में विलंब करें और मानक गुणवत्ता का ख्याल न करें। ऐसे ठेकेदारों से काम न लिया जाए। उन्होंने कहा कि दोनों मार्ग शीघ्र बनाए जाए, ताकि आम जनता को आवागमन में सुविधा हो।

बता दें कि ‘स्मार्ट सिटी योजना’ से तालाब को विकसित कर पिकनिक स्पॉट बनाना था लेकिन दुर्भाग्य यह कि जिस कार्य को एक साल में पूरा कर लेना था वह अब तक पूरा नहीं हो सका! कछुआ गति से चल रहे निर्माण कार्य व उसकी गुणवत्ता को लेकर मंत्री रवींद्र जायसवाल ने सवाल भी उठाया था। अब देखना यह होगा कि अधिकारियों पर इसका कितना असर होता है।