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MP: शराब के नशे में बच्ची का अपहरण कर हत्या करने वाले दरिंदों की गिरफ्तारी

जबलपुर: शहपुरा थाना क्षेत्र के ग्राम बिलपठार में विगत 17 सितम्बर की रात अपने माता-पिता के साथ सो रही 2 साल की मासूम बच्ची रहस्यमय तरीके से घर से गायब हो गयी थी। तलाश के दौरान दूसरे दिन घर से करीब दो किलोमीटर की दूरी पर बच्ची की लाश मिली थी। उसकी गला घोंटकर हत्या की गयी थी। इस अंधी हत्या की पतासाजी के लिए एसआईटी गठित की गयी थी। करीब 14 दिन की मशक्कत के बाद पुलिस ने मासूम की हत्या करने वाले दरिंदों को दबोच लिया। पूछताछ में आरोपियों ने नशे की हालत में बच्ची का अपहरण कर दैहिक शोषण कर हत्या करना कबूल किया। उक्त जानकारी एक पत्रवार्ता में एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने दी।
इस संबंध में बताया गया कि घटना की गंभीरता को देखते हुए एसआईटी गठित कर बच्ची की हत्या करने वालों की पतासाजी में लगाया गया था। जाँच के दौरान मिले साक्ष्यों के आधार पर संदेही सोनू ठाकुर एवं शुभम मल्लाह को पकड़ा गया जो कि घटना दिनांक को गाँव आये थे। पूछताछ में सोनू ठाकुर ने बताया कि वह वैन चलाता है। घटना दिनांक को एक जन्मदिन कार्यक्रम में शामिल होने के लिए बड़ादेव झांसीघाट ग्राम में कुछ लोगों को लेकर आया था। मेहमानों को वहाँ छोड़कर अपने साथी शुभम मल्लाह के साथ घूमने निकला था। दोनों ने तीन जगहों पर शराब पी और रात 2 बजे के करीब उसने साथी शुभम को एक घर के बाहर तकवारी के लिए खड़ा किया और अंदर घुसकर दो साल की बच्ची को सोते समय उठाकर नाचन तिराहे पर ले जाकर दुष्कर्म किया फिर गला घोंटकर उसकी हत्या कर बच्ची को खेत के किनारे छोड़कर वापस लौटकर जन्मदिन वाले घर में आकर सो गये थे। जुर्म कबूलने पर पुलिस ने वैन चालक सोनू ठाकुर उर्फ सोनू गोंड पिता होरी लाल गोंड उम्र 21 वर्ष निवासी पाटन व शुभम उर्फ बच्चू मल्लाह पिता महेश मल्लाह उम्र 20 वर्ष की गिरफ्तारी की।
इस मामले को लेकर पूरे क्षेत्र में आक्रोश का माहौल था जिसे देखते हुए एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने खुद कमान सँभाली और साक्ष्य संकलन व विवेचना के लिए एसआईटी का गठन किया गया और खुद के निर्देशन में अनुसंधान कराया गया। वहीं आईजी भगवत सिंह चौहान ने पीडि़त परिवार से मिलकर सांत्वना बँधाते हुए आरोपियों की पतासाजी के लिए बीस हजार का इनाम घोषित किया था।
जानकारों के अनुसार अंधी घटना पुलिस के लिए चुनौती बन गयी थी और जाँच के लिए एएसपी क्राइम गोपाल खांडेल, शिवेश सिंह बघेल, एसडीओपी देवीसिंह के अलावा थाने की टीम को लगाया गया था। अधिकारियों के मार्गदर्शन में एक हजार लोगों की बस्ती के इस गाँव में रहने वाले सभी पुरुषों से पूछताछ की गयी थी। इस सनसनीखेज खुलासे में निरीक्षक प्रीति तिवारी महिला अपराध सेल क्राइम ब्रांच के चंद्रकांत झा, धनंजय सिंह, विजय शुक्ला, ब्रजेंद्र सिंह मोहित, बीरबल, टीआई शहपुरा सीएम शुक्ला, साइबर सेल के आदित्य, चंद्रिका व थाने के स्टाफ की भूमिका प्रभावी रही।