उत्तर प्रदेशब्रेकिंग न्यूज़व्यवसायशहर और राज्य

UP: अपराधियों के हौसले बुलंद, व्यवसायी को तीन गोलियां मारने के बाद बदमाश रुपये से भरा बैग लेकर हुए फरार

वाराणसी, पहड़िया स्थित कृष्णा नगर कॉलोनी निवासी व्यवसायी धर्मेंद्र गुप्ता (३७) की सोमवार रात बाइक सवार बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी व कैश बैग लूट कर फरार हो गए। घटना के विरोध में मंगलवार को व्‍यापारी वर्ग मंडी बंद कर सड़क पर उतरे हैं। वहीं लोहा मंडी में शोक सभा का आयोजन किया गया।
हत्यारो की अविलंब गिरफ्तारी की मांग व्‍यापारियों ने की। व्यापारियों ने कहा कि व्यापारियों की प्रति बढ़ती आपराधिक घटनाओं से उनमे दहशत का माहौल है। मंगलवार को पहड़िया व्यापार मण्डल के आह्वान पर की गई बंदी में पूरे बाजार की दुकाने बंद रही। बैंक, पेट्रोल पंप, बिजली आफिस, को अलावा सभी दुकाने बंद रही। रोजमर्रा की छोटी छोटी चीजो कर लिए भी लोग इधर उधर भटकते रहे।
अपराधियों के बढ़ते दुस्साहस को लेकर व्यापारियों में जहां रोष व्याप्त है, वही कॉलोनी वासियों में दहशत का माहौल व्याप्त है। मृत धर्मेंद्र गुप्ता का शव मंगलवार को घर पहुंचते ही कोहराम मच गया। कॉलोनी के लोगों की आंखें भी डब-डबा गई।
मंगलवार की दोपहर मृत व्यवसाय धर्मेंद्र गुप्ता का शव घर पहुंचते ही मां कलावती पत्नी रेनू, बच्चे पुत्र स्वयम, पुत्री साक्षी लिपटकर दहाड़ मारने लगे। यह दर्दनाक दृश्य देखकर कॉलोनी के लोगों की आंखें भी डब-डबाने लगी।
हत्या से आक्रोशित व्यापारियों ने मंगलवार को दुकाने बन्द कर पहड़िया चौराहे पर प्रदर्शन किया। हत्यारो का 72 घंटे के अंदर एनकाउंटर के साथ मृत व्यापारी के परिजनों को 50 लाख रुपये मुआवजा की मांग की। व्यापारियों ने कहा कि व्यापारियों की प्रति बढ़ती आपराधिक घटनाओं से उनमे दहशत का माहौल है। व्यापारी तमाम तरह का टैक्स देकर देश के विकास में सहयोग करता है बावजूद इसके व्यापारी ही सबसे असुरक्षित है। मंगलवार को पहड़िया व्यापार मण्डल के आह्वान पर की गई बंदी में पूरे बाजार की दुकाने बन्द कर व्यापारी सड़क पर उतर आए व जोरदार प्रदर्शन किया। सीओ कैंट द्वारा अपराधियो की 72 घंटे में गिरफ्तारी का आश्वाशन देने के बाद व्यापारियों का प्रदर्शन खत्म हुआ।
बता दें कि धर्मेंद्र गुप्ता की पहड़िया सारनाथ मार्ग पर हार्डवेयर की दुकान है। सोमवार रात गुप्ता 9:30 बजे दुकान बंद कर बुलेट से लगभग 200 मीटर दूर कृष्णा नगर कॉलोनी स्थित अपने घर के गेट पर पहुंचे थे कि तभी पीछे से आए दो बदमाश असलहा तानकर उनका बैग छीनने लगे। धर्मेंद्र खुद को बचाकर आगे की ओर भागे तो बदमाशों ने फायर झोंक दिया। एक के बाद एक तीन गोलियां मारने के बाद बदमाश रुपये से भरा बैग लेकर वापस कालोनी के मुख्य मार्ग पर पहुंचे। जहां गली के मोड़ पर इंतजार कर रहे बाइक सवार एक अन्य बदमाश के साथ वे पहड़िया की तरफ भाग निकले। गोली की आवाज सुन घर वाले व आसपास के लोग पुलिस को सूचना देने के साथ ही मौके पर पहुंचे। गंभीर रूप से घायल धर्मेंद्र को परिजन ट्रामा सेंटर ले गए। जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। वारदात की सूचना मिलते ही एसएसपी आनंद कुलकर्णी, एसपी सिटी दिनेश सिंह समेत कई थानों की फोर्स पहुंच गई। पड़ोस में लगे सीसी कैमरों को खंगाला गया। क्राइम ब्रांच ने फुटेज के साथ ही मौके से बरामद खोखे अपने कब्जे में ले लिए। धर्मेंद्र की दुकान के मैनेजर समेत कर्मचारियों को हिरासत में लेकर पूछताछ करने के साथ पुलिस पहड़िया-सारनाथ मार्ग के अन्य सीसी कैमरों को भी खंगाल रही है।

व्यापार मण्डल के आह्वान पर पूरे बाजार की दुकाने बंद रही
व्‍यापारियों ने की हत्यारो की अविलंब गिरफ्तारी की मांग

पैसे ले लेते गोली तो न मारते…
पांच भाइयों में सबसे छोटे धर्मेंद्र की मौत से पूरे परिवार का रो-रो कर बुरा हाल था। वे एक ही बात कह रहे थे कि पैसे ही लेने थे तो ले लेते जान लेने की क्या जरूरत थी? बेटे की मौत की खबर सुनकर मां कलावती देवी, पत्नी रेनू व दोनों बच्चों 13 वर्षीय पुत्र स्वयं और पुत्री साक्षी बेसुध हो गए।

भतीजे ने खुद को कोसते हुए किया चोटिल…
ट्रामा सेंटर में मृतक के भतीजा रो-रो कर खुद को कोस रहा था। जैसे ही डाक्टरों ने मौत की पुष्टि की तो उसने अपना सिर स्ट्रेचर पर पटक खुद को चोटिल कर लिया। धर्मेंद्र की मौत पर पूरे ट्रामा सेंटर की इमरजेंसी से लेकर मर्चरी तक चीख पुकार से माहौल गमगीन हो गया।