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पीएम के आगमन से पहले सीएम योगी पहुंचे काशी, लिया विकास कार्यों का जायजा और किया बाबा विश्वनाथ को नमन!

वाराणसी (राजेश जायसवाल): उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को अपने एक दिवसीय वाराणसी दौरे पर पहुंचे थे. मुख्यमंत्री सीधे वाराणसी के सर्किट हाउस पहुंचे और अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली. समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने खराब सड़कों को तत्काल ठीक कराने के निर्देश दिए, इसके साथ ही जनप्रतिनिधि और अधिकारी समन्वय से विकासकार्यों को गति देने का निर्देश दिया.

मुख्यमंत्री ने दिए काशी के सुंदरीकरण का निर्देश
मुख्यमंत्री ने काशी के चौराहों का सुंदरीकरण कर उन्हें सजाने का निर्देश दिया और एसटीपी के सही रूप से कार्य ना करने की जानकारी पर जबाबदेही तय करने की बात कही. मुख्यमंत्री योगी परियोजनाओं के निर्माण कार्य और प्रगति को जानने के लिए स्थलीय निरीक्षण करने पहुंचे. सीएम पहले दीनदयाल अस्पताल पहुंचे और यहां कोरोना वायरस की तीसरी लहर को लेकर हो रही तैयारियों को जाना.
इसके बाद सीएम योगी आशापुर आरओबी पहुंचे, इस आरओबी पर पहुंचकर सीएम ने आरओबी की लंबाई को नापा और यहां से बाबा विश्वनाथ जी के दरबार में मत्था टेक कर उन्होंने विश्वनाथ कॉरिडोर का निरीक्षण किया. मुख्यमंत्री ने काशी विश्वनाथ के दरबार में विधि-विधान से पूजा-अर्चना भी की. इसके अलावा उन्होंने मल्टीलेवल पार्किंग का स्थलीय निरीक्षण किया और रुद्राक्ष को भी देखा, जिसके बाद सीएम योगी आदित्यनाथ काशी से रवाना हो गए.

यहां आपको बता दें कि काशी, विकास की नई ऊंचाईयां तय कर रहा है. वाराणसी में प्रमुख गतिमान योजनाओं में 736.38 करोड़ रुपए की 75 परियोजनाएं, पूर्ण जनपद के विकास और इंफ्रास्ट्रक्चर सुधार की 417.68 करोड़ रुपए की 64 और प्रमुख परियोजनाओं को क्रियान्वित करने के प्रस्ताव तैयार होकर स्वीकृत हो चुके हैं. गोदौलिया, टाउनहॉल, बेनियाबाग, कलेक्ट्रेट के निकट पार्किंग स्थलों के निर्माण से काशी की दशकों पुरानी समस्या का समाधान हुआ है.
जिसने 10 वर्ष पहले काशी को देखा और आज काशी में घूमता है तो आश्चर्यचकित हो जाता है. बनारस में अकल्पनीय विकास व इंफ्रास्ट्रक्चर सुधार हुआ, यह केंद्र व राज्य सरकार की विकास के प्रति संकल्पित नीति व दृढ़ इच्छाशक्ति का द्योतक है. विकास सतत प्रक्रिया है यह आगे और द्रुत गति से होता रहेगा. विगत 7 वर्षों में काशी में रिकॉर्ड विकास परियोजनाएं आयी और विकास हुआ.

काशी में बह रही विकास की गंगा
बनारस की सुंदरता दिनों-दिन निखरती जा रही है. साफ तौर पर कहें तो यहां विकास की गंगा बह रही हैं. इसकी एक बड़ी वजह यह भी है कि यहां दिन-रात साफ-सफाई और शहर में चाक-चौबंद व्यवस्थाओं की वजह से काशी की सुंदरता में चार चांद लग रहे हैं.
बनारस की महत्ता को बताने के लिए शहर के चौराहों पर एलईडी स्क्रीन भी लगाए गए हैं, जिनका संचालन सिगरा स्थित स्मार्ट सिटी कमांड एंड कंट्रोल रूम से किया जाता है.
बाबतपुर स्थित एयरपोर्ट से लेकर गंगा घाटों के सुंदरीकरण तक की तस्वीरों को निरंतर दिखाया जा रहा है. इसके अलावा बनारस में हो रहे विकास-कार्यों को भी लोगों को बताया जा रहा है.
दरअसल, 2014 के लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी ने वाराणसी से लोकसभा का चुनाव लड़ा और यहां के सांसद बने. फिर वह देश के प्रधानमंत्री बने, जिसके बाद से बनारस का कायाकल्प होना शुरू हो गया.
बता दें कि पहले शहर में भयंकर ट्रैफिक लगा रहता था, लेकिन अब लोगों को जाम की समस्याओं से भी निजात मिल गया है. शहर में जगह-जगह वर्षों से लटकते पुराने बिजली के तारों का भी अंडरग्राउंड वायरिंग कर दिया गया है, जिससे शहर नीचे से ऊपर तक साफ़-सुथरा नज़र आने लगा है. आंधी, तूफान और तेज बारिश में अक्सर वायर, पोल टूट जाते थे. जिससे जान-माल का नुकसान बना रहता था. वर्तमान में यहां बिजली कटौती भी पहले की अपेक्षा बहुत कम होती है. जिससे काशीवासियों को काफी राहत मिली है. कुल मिलाकर यह मान लीजिये कि पीएम मोदी जब से वाराणसी के सांसद बने, तब से यहां विकास की गंगा बहने लगी.

कोरोना के चलते आठ महीने बाद काशी पहुंचेंगे पीएम मोदी
पीएम मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी का 14 या 15 जुलाई को दौरा कर सकते हैं. इससे पहले पीएम पिछले साल 30 नवंबर को देव दिवाली पर आए थे. प्रधानमंत्री 736.38 करोड़ रुपए की 75 परियोजनाओं की सौगात देंगे. पीएम काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन-पूजन भी करेंगे. इसके बाद प्रधानमंत्री अपने ड्रीम प्रोजेक्ट काशी विश्वनाथ धाम के काम की प्रगति देखेंगे. प्रधानमंत्री के आगमन का संकेत मिलते ही प्रशासनिक अमला तैयारियों में जुट गया है.

देव दीपावली के दिन प्रधानमंत्री मोदी आये थे बनारस
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इससे पहले 30 नवंबर को देव दीपावली के दिन सात घंटे के लिए वाराणसी आए थे. सिक्स लेन परियोजना का लोकार्पण करने के अलावा उन्होंने गंगा में नौकायन किया था. इसके साथ ही देव दीपावली की भव्यता और सारनाथ में लाइट एंड साउंड शो देखा था. इसके बाद प्रधानमंत्री काशीवासियों से ऑनलाइन माध्यमों से मुखातिब होते रहे लेकिन खुद वाराणसी नहीं आ सके. ऐसे में माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री इस बार आएंगे तो जनसभा को भी संबोधित कर सकते हैं. इसके मद्देनजर भाजपा नेताओं ने भी संगठन के स्तर से तैयारियां शुरू कर दी हैं.

8238 करोड़ रुपए की 136 परियोजनाएं निर्माणाधीन
वाराणसी में फिलहाल 8238 करोड़ रुपए की 136 परियोजनाएं निर्माणाधीन हैं. इन परियोजनाओं के पूरा होने की डेटलाइन जनवरी 2022 निर्धारित की गई है. कोरोना वायरस के संक्रमण की दूसरी लहर के कारण बनारस में विकास कार्यों की रफ्तार भी धीमी हो गई थी. संक्रमण का असर कम हुआ तो एक बार फिर विकास कार्यों ने गति पकड़ी है.

इन प्रमुख परियोजनाओं का पीएम करेंगे लोकार्पण
186 करोड़ रुपए का अंतरराष्ट्रीय सुविधा एवं सहयोग केंद्र रुद्राक्ष
62.89 करोड़ रुपए का राजकीय चिकित्सालय पांडेयपुर में 50 शैया महिला चिकित्सालय का अनावासीय भवन
29.63 करोड़ रुपए का बीएचयू में रीजनल इंस्टीट्यूट आफ ऑफथेल्मोलॉजी
62.04 करोड़ रुपए का 33.91 किलोमीटर लंबे पंचक्रोशी परिक्रमा मार्ग का चौड़ीकरण
50.17 करोड़ रुपए का वाराणसी-गाजीपुर मार्ग पर आरओबी
20.25 करोड़ रुपए से राजघाट से अस्सी तक क्रूज वोट के संचालन का काम, 4 पार्कों का सौंदर्यीकरण और 84 घाटों पर सूचना पट्ट
14.21 करोड़ रुपए से मछोदरी स्मार्ट सीनियर सेकेंडरी स्कूल व स्किल डेवलपमेंट सेंटर का विकास
11.95 करोड़ रुपए से गंगा घाटों पर दबाव कम करने के लिए ड्रेजिंग एवं चैनेलाइजेशन का काम
45.50 करोड़ रुपए से बीएचयू अस्पताल में 100 शैयायुक्त एमसीएच विंग
60.63 करोड़ रुपए से निर्मित 80 टीचर रेजिडेंशियल फ्लैट
17 करोड़ रुपए की लागत से बीएचयू में एपीजे अब्दुल कलाम मल्टीपरपज भवन का निर्माण
21.17 करोड़ रुपए से गोदौलिया चौराहे पर मल्टीलेवल पार्किंग.