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गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर पुलिसकर्मियों को UP सरकार का तोहफा

लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछले साल कुंभ में ड्यूटी करने वाले पुलिसकर्मियों को एक माह के अतिरिक्त वेतन का तोहफा दिया है। मुख्यमंत्री ने इसकी घोषणा गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर शनिवार को पुलिस मुख्यालय पर आयोजित कुंभ सेवा पदक वितरण कार्यक्रम में की। इसका लाभ 45 हजार पुलिस कर्मियों और अधिकारियों को मिलेगा। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कुंभ और पुलिस से संबंधित काफी टेबल बुक का विमोचन भी किया।
सीएम योगी ने कहा कि कुंभ में 24.56 करोड़ लोग शामिल हुए। कुंभ के दौरान पुलिस कर्मियों ने बेहतरीन काम किया। जिसको जो जिम्मेदारी दी गई, उसने उसे बखूबी निभाया। आने वाले वर्षों के लिए प्रयागराज कुंभ 2019 का आयोजन केस स्टडी के रूप में बनकर उभरा है। उन्होंने कहा कि पुलिस का काम काफी चुनौतीपूर्ण रहा है। कई बार सारे अच्छे काम पर एक गलती मीडिया के फोकस का कारण बनती है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने एक टीम वर्क के रूप में कुंभ के आयोजन में उत्कृष्ट उदाहरण पेश किया है उन्हें मेडल भी मिलेगा और एक महीने का अतिरिक्त वेतन की व्यवस्था भी करेंगे।

पुलिस कमिश्नरी सिस्टम को अधिकारों की लड़ाई से न जोड़ें
मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस कमिश्नरी सिस्टम प्रदेश में लागू हो, इसकी मांग पिछले 60 बरसों से हो रही थी। प्रशासनिक स्तर पर अधिकार की लड़ाई से इसको जोड़ा जाता था। मैं इस बात को नहीं समझ पाया कि इसको अधिकारों की लड़ाई से क्यों जोड़ा गया? कौन ऐसा व्यक्ति है जो सुरक्षा नहीं चाहता? यह एक चुनौती है कि इस नए सिस्टम के साथ पुलिसकर्मी अपने आप को ढाल सकें।

साइबर अपराध बड़ी चुनौती
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले दस्यु के गिरोह ही बड़ी चुनौती होते थे। आज साइबर क्राइम हमारे लिए चुनौती है। लखनऊ की घटना सामने है, जहां एटीएम का क्लोन तैयार कर गाढ़ी कमाई उड़ाने वाले गिरोह के लोग पकड़े गए। यह माडर्न डकैत हैं। इनसे हमें माडर्न तरीके से निपटना होगा। इसके लिए पुलिस फॉरेंसिक साइंस युनिवर्सिटी खोलने का निर्णय किया गया है।
सरकार ने तय किया है कि हर रेंज स्तर पर एक साइबर थाना और एक फॉरेंसिक लैब की स्थापना होगी। उन्होंने कहा कि पुलिस की प्रशिक्षण की क्षमता को दोगुना किया जा चुका है। पिछले साल 85 हजार लोगों की भर्तियां की गई हैं और भर्ती का सिलसिला अभी जारी है। पीएसी की कई कंपनियां समाप्त कर दी गई थीं, जिसमें से 54 कंपनियों को बहाल किया गया है।

अपराधी कानून से डरेगा या पुलिस के डंडे से
मुख्यमंत्री ने कहा कि संवेदनशीलता स्थानों को चिह्नित कर फुट पेट्रोलिंग होती रहे तो कहीं कोई घटना नहीं होती। अपराधी कभी सुधरेगा नहीं। वह कानून से सुधरेगा या पुलिस के डंडे से सुधरेगा। उन्होंने कहा कि फुट पेट्रोलिंग से आम लोगों से जुड़ा जा सकता है।