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‘अग्निपथ’ विवाद के बीच पहली बार पीएम मोदी बोले- हमारी सरकार ने हर युवा के लिए खोला डिफेंस सेक्टर

नयी दिल्ली: सेना भर्ती की नई स्कीम ‘अग्निपथ योजना’ को लेकर देशभर में हो रहे विरोध-प्रर्दशन के बीच कई संगठनों ने आज भारत बंद का आह्वान किया है। जिसका पूरे देश में मिला-जुला असर देखने को मिल रहा है।
इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज से दो दिवसीय कर्नाटक दौरे पर हैं, जहां उन्होंने योजना का नाम लिए बिना कहा कि कुछ फैसले अनुचित लगते हैं लेकिन राष्ट्र निर्माण के लिए महत्वपूर्ण होते हैं। समय के साथ उन फैसलों से राष्ट्र के निर्माण में मदद मिलेगी। यह हमें नए रास्तों और नए संकल्पों की ओर ले जाता है।
इसके साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि हमारी सरकार ने पिछले 8 साल में हर युवा के लिए डिफेंस सेक्टर खोल दिया है। उन्होंने कहा कि इसमें दशकों तक केवल सरकार का एलाधिकार था। आज हम ड्रोन से लेकर एयरक्राफ्ट तक हर टेक्नोलॉजी में भारत के युवाओं को प्रोत्साहित कर रहे हैं। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने कहा कि आज हम देश के युवाओं से कह रहे हैं कि सरकार ने जो वन क्लास सुविधाएं बनाई हैं उसके विजन को, अपने आइडिया को टेस्ट करें।

सभी युवाओं को हर जरूरी प्लेटफार्म दे रही है सरकार
आगे प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार सभी युवाओं को हर जरूरी प्लेटफार्म दे रही है। इनमें देश का युवा मेहनत कर रहा है, जो सरकारी कंपनियां हैं वो भी कंपीट करेंगी। यह कंपनियां देश के युवाओं के द्वारा बनाई कंपनी के साथ कंपीट करेगी तभी हम दुनिया के साथ कंपीट कर पाएंगे। पीएम ने कहा कि मेरा साफ मानना है कपनियां सरकारी हो या प्राइवेट दोनों देश के लिए एसेट हैं।

भारतीय विज्ञान संस्थान का उद्घाटन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय विज्ञान संस्थान (आईआईएससी) परिसर में 280 करोड़ रुपये की लागत से स्थापित सेंटर फॉर ब्रेन रिसर्च (CBR) का उद्घाटन किया, जिसकी आधारशिला खुद प्रधानमंत्री ने रखी थी। इसके साथ ही 5 नेशनल हाईवे प्रोजेक्ट्स, 7 रेलवे प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास भी किया गया है।

जानें- क्या है अग्निपथ योजना और क्यों हो रहा इसका विरोध?
केंद्र सरकार ने 14 जून को ‘अग्निपथ योजना’ शुरू करने की घोषणा की थी। इसमें 4 साल में युवाओं की सशस्त्र बलों में भर्ती होगी। योजना के तहत चुने गए युवाओं को ‘अग्निवीर’ का सम्मान दिया जाएगा। सरकार द्वारा इस योजना की घोषणा करने के बाद से ही पूरे देश में विरोध का माहौल है। देश के अलग-अलग राज्यों में इस योजना के खिलाफ असंतोष जताया जा रहा है। उत्तर प्रदेश में ही कई जगह ‘अग्निपथ’ के विरोध में लोग सामने आ रहे हैं।

क्या है अग्निपथ योजना?
अग्निपथ योजना के तहत इस साल 46 युवाओं को सशस्त्र बल में शामिल किया जाना है। युवाओं की भर्ती 4 साल के लिए होगी और उन्हें अग्निवीर कहा जाएगा। यह 30,000 से 40,000 प्रति माह का वेतन मिलेगा और उनकी उम्र 17 से 21 वर्ष के बीच होगी। इस योजना का अर्थ यह भी है कि भर्ती हुए 25 फ़ीसदी युवाओं को आगे सेना में मौका मिलेगा और बाकी 75 फीसदी को नौकरी छोड़नी पड़ेगी।

युवा कर रहे योजना का विरोध!
युवा वर्ग इस योजना के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। सेना में शामिल होने की तैयरियां कर रहे युवाओं का दावा है कि वे वर्षों से मेहनत कर सेना भर्ती में शामिल होने का सपना देखते हैं। ऐसे में 4 वर्ष की नौकरी उन्हें मंजूर नहीं। प्रदर्शन करने वाले छात्रों ने सरकार से इस योजना को वापस लेने की अपील की है।

इंजीनियरिंग पदों के लिए 1800 से ज्यादा पदों पर भर्तियां
अग्निपथ योजना पर दो समान राय देखने को मिल रही है। दक्षिण पश्चिम कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल अमरदीप सिंह भिंडर ने अग्नीपथ योजना को युवाओं के लिए एक बड़ा अवसर बताया है। सेना उम्मीदवारों को उनकी योग्यता और प्रतिभा के आधार पर कौशल प्रदान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि 4 साल बाद जहां 25 फीसदी उम्मीदवारों को योग्यता के आधार पर सेना में शामिल किया जाएगा, वहीं 75 फीसदी को कौशल प्रमाण पत्र दिया जाएगा ताकि उन्हें अपनी योग्यता के अनुसार, सरकारी या निजी नौकरी मिल सके।

मृत्यु पर मुआवजा
मृत्यु जैसे दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर सैनिकों के लिए जो वित्तीय पैकेज है, उसमे 48 लाख रुपये का गैर अंशदायी जीवन कवर, 44 लाख रुपये की अतिरिक्त अनुग्रह राशि शामिल है। इसके अलावा पूरे चार साल जो भुगतान मिलता है वो भी शामिल है।

विकलांगता पर मुआवजा
अगर कोई सैनिक विकलांग हो जाता है तो उस स्थिति में विकलांगता के प्रतिशत के आधार पर मुआवजा दिया जाएगा। जिसका फैसला चिकित्सा अधिकारी करेंगे। सैनिकों को 100 प्रतिशत, 75 प्रतिशत और 50 प्रतिशत विकलांगता की स्थिति में 44 लाख रूपये, 25 लाख और 15 लाख रूपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी।