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ईवीएम मामला: सपा ने मतगणना से पहले की ये बड़ी मांग- मुख्य चुनाव आयुक्त को लिखी चिट्ठी

लखनऊ: यूपी विधानसभा चुनाव की सातवें और अंतिम चरण की वोटिंग समाप्त हो चुकी है। बीजेपी शांत रहकर नतीजों का इंतजार कर रही है, तो अखिलेश यादव चुनाव में ईवीएम के रख-रखाव को लेकर सवाल खड़े कर चुके हैं। वहीं कांग्रेस का मानना है कि प्रियंका गांधी के आने के बाद पार्टी पहले से अच्छी स्थिति में है। बसपा में चर्चा है कि हाथी इस बार रेस का विनर होगा। कल यानी 10 मार्च को आने वाले नतीजों पर पूरी दुनिया की निगाहें टिकी हुई है। नतीजे 10 मार्च सुबह 8 बजे से आने शुरू हो जायेंगे।
वहीँ चुनाव के नतीजे आने से पहले ईवीएम को लेकर माहौल गरमा गया है। इस बीच समाजवादी पार्टी (सपा) ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में मतगणना से पहले मुख्य चुनाव आयुक्त को पत्र लिखकर सभी जिलों के सभी विधानसभा क्षेत्रों में मतगणना प्रक्रिया की वेबकास्टिंग की मांग की है। सपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने मांग की है कि सभी राजनीतिक दलों को इसके लिए लिंक उपलब्ध कराया जाए ताकि इसे लाइव देखा जा सके।
सपा ने मुख्य चुनाव आयुक्त को भेजी चिट्ठी में लिखा है- उत्तर प्रदेश विधानसभा सामान्य निर्वाचन 2022 में प्रदेश के समस्त जनपद में मतदान के दिन 50 प्रतिशत से अधिक मतदेय स्थलों पर वेबकांस्टिग कराई गई। वेबकांस्टिग का लिंक भारत निर्वाचन आयोग, मुख्य निर्वाचन अधिकारी तथा जिला निर्वाचन अधिकारी को दिया गया था। आयोग के अधिकारीगण मतदान को ‘लाईव’ देख रहे थे।
निर्वाचन आयोग को भेजी चिट्ठी में सपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, समाजवादी पार्टी मांग करती कि 10 मार्च 2022 को प्रदेश के समस्त जनपद में होने वाली मतगणना की वेबकांस्टिंग कराई जाय और निर्वाचन आयोग, अधिकारी, जिला निर्वाचन अधिकारी सहित राजनैतिक दलों को भी उसका लिंक उपलब्ध कराया जाये, जिससे राजनीतिक दल मतगणना ‘लाईव’ देख सके और मतगणना स्वतंत्र, निष्पक्ष सम्पन्न हो सके।

सपा ने ये मांग ऐसे समय की है जब पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को ईवीएम में ‘हेराफेरी’ का आरोप लगाया था। अखिलेश ने वाराणसी में ईवीएम के ट्रांसपोर्टेशन को लेकर सवाल किया था। हालांकि, वाराणसी के डीएम ने उनके आरोपों को खारिज कर दिया था।

पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने आज प्रेस कांफ्रेंस कर आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव का जगह-जगह फोन जा रहा है कि जहां-

जहां बीजेपी हारे वहां काउंटिंग स्लो होनी चाहिए।

मतगणना की निगरानी के लिए दिल्ली, बिहार के मुख्य चुनाव अधिकारी नियुक्त
भारत निर्वाचन आयोग ने दिल्ली के मुख्य चुनाव अधिकारी को उत्तर प्रदेश के मेरठ और बिहार के मुख्य चुनाव अधिकारी को वाराणसी में मतगणना प्रक्रिया पर निगरानी के लिए नियुक्त किया है।
आयोग ने बताया कि डाक मतपत्रों की गणना गुरुवार को सुबह 8 बजे से शुरू होगी और यह प्रक्रिया लगातार जारी रखते हुए संपन्न की जाएगी।
निर्वाचन आयोग ने कल की मतगणना के संबंध में बताया कि 130 पुलिस पर्यवेक्षक और 10 विशेष पर्यवेक्षकों को नियुक्त किया गया है। ईवीएम मशीनों को तीन घेरों वाली सुरक्षा में रखा गया है। मशीनों की चौबीसों घंटे सीसीटीवी से निगरानी की जा रही है। सभी राजनीतिक दलों को ईवीएम मशीनों के क्रमांक उपलब्ध कराए गए हैं।

एडीएम आपूर्ति नलिनीकांत सिंह निलंबित
वाराणसी में ईवीएम को लेकर हुए बवाल के बाद बुधवार को निर्वाचन आयोग ने बड़ी कार्रवाई की है। ईवीएम के लिए नोडल अधिकारी बनाए गए वाराणसी एडीएम आपूर्ति नलिनीकांत सिंह को निलंबित कर दिया गया है। इसके साथ ही गुरुवार को मतगणना स्थल पर भी उनके जाने पर रोक लगा दी गई है। अब ईवीएम के नोडल अधिकारी एडीएम वित्त एवं राजस्व संजय कुमार को बनाया गया है। सुभासपा ने भारत निर्वाचन आयोग से जिलाधिकारी को हटाने की मांग की थी।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, प्रशासन ने भी माना कि वाराणसी की पहड़िया मंडी स्थित मतगणना स्थल से मंगलवार को बिना किसी सूचना के प्रशिक्षण के लिए ईवीएम मशीन ले जाई गई थी। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने विवाद के बाद जांच कराई। रिपोर्ट चुनाव आयोग भेजा गया था। वहां से मिले निर्देश के बाद नलिनीकांत सिंह को निलंबित कर दिया गया है। चुनाव आयोग ने माना है कि ईवीएम के ट्रांसपोर्टेशन में प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया गया है। नोडल अधिकारी की ओर से लापरवाही कई गई है। इसके बाद चुनाव आयोग ने यह कार्रवाई की है।