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उज्जैन के महाकाल मंदिर में अचानक गिरे टीन शेड से मची भगदड़; कई श्रद्धालु घायल

उज्जैन: मध्यप्रदेश के उज्जैन स्थित प्रसिद्ध महाकाल मंदिर के रुद्रसागर क्षेत्र में टीन सेड गिरने से महाकाल मंदिर में दर्शन करने पहुंचे श्रद्धालुओं में भगदड़ मच गई। मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने किसी तरह मोर्चा संभाला। बताया जा रहा है बारिश के चलते श्रद्धालु टीन सेड के नीचे खड़े थे। कुछ श्रद्धालुओं के घायल होने की बात भी सामने आ रही है। फिलहाल, पुलिस टीम मौके पर मोर्चा संभाले हुए है। महाकाल मंदिर में श्रावण के दूसरे सोमवार भी देशभर के श्रद्धालु बाबा महाकाल के दर्शन को पहुंचे हैं। सुबह से हो रही बारिश के बाद भी श्रद्धालु मंदिर में दर्शन के लिए ललायित रहे। सुबह से ही आस्था का सैलाब दिखाई दिया।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, गुना से 14 श्रद्धालुओं का एक ग्रुप महाकाल के दर्शन करने के लिए उज्जैन आया था। गुना के 14 श्रद्धालुओं का यह ग्रुप महाकाल के दर्शन के लिए कतार मे लगा हुआ था तभी धक्कामुक्की चालू हो गई। इतनी भीड़ थी कि बैरिकेड्स गिर गए। इसी अफरातफरी में कई लोग नीचे गिर गए, जिसमें गुना के दो भक्त भी गिर गए। साथियों ने बताया कि मंदिर से करीब 1 किलोमीटर पहले चारधाम मंदिर पर श्रद्धालु कतार में लगे थे तभी इन भक्तों के साथ हादसा हो गया। दोनों घायल भक्तों को अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है।

गुरुवार रात लगी थी भीषण आग
महाकाल मंदिर में गुरुवार रात अचानक आग लग गई थी। इससे श्रद्धालु दहशत में आ गए और हर तरफ अफरा-तफरी मच गई। लपटें इतनी तेज़ थी कि आसपास के क्षेत्र में भी धुंआ ही धुंआ छा गया। इसे देखते ही मौके पर मौजूद लोगों ने इसे पानी डालकर बुझाने का प्रयास किया लेकिन वे असफल रहे। जिसके बाद फायर ब्रिगेड मौके पर पहुँची और थोड़ी देर में आग पर काबू पा लिया गया।
आग महाकाल मंदिर प्रांगण स्थित नागचंद्रेशवर मंदिर के नीचे लगी थी जहां पर फोल्डिंग ब्रिज का कार्य चल रहा था। ब्रिज को जोड़ने के लिए वहां पर गुरुवार रात्रि वेल्डिंग की जा रही थी कि अचानक मशीन की चिंगारी वहां पर पड़े प्लास्टिक, कागज़ व अन्य सामान तक पहुंच गई, जिसके बाद इसने भीषण आग का रुप ले लिया। आग की लपटें देखतें ही फायर ब्रिगेड भी मौके पर पहुंच गई और इस पर काबू पा लिया। गमीमत ये रही कि इस घटना में किसी भी प्रकार की जनहानि नहीं हुई।

बता दें कि नागचंद्रेशवर मंदिर साल में सिर्फ एक बार खुलता है और इसीलिए दर्शन करने के लिए देशभर से लाखों श्रद्धालु आते हैं। लोगों की सुविधा के लिए ही मंदिर प्रशासन द्वारा ये काम किया जा रहा है जिससे भीड़ को मैनेज करने में आसानी होगी।