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उद्धव गुट के सूची जारी करने पर कांग्रेस को आपत्ति, निरुपम बोले- मुंबई में कांग्रेस को दफनाने की कोशिश

मुंबई: महायुति को हराने के लिए कमर कसकर मैदान में उतरने का दावा करने वाली महाविकास आघाड़ी (MVA) में सीट बंटवारे को लेकर महाभारत छिड़ गई है।कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई ने भिवंडी, मुंबई दक्षिण-मध्य और सांगली लोकसभा सीट के लिए शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) द्वारा अपने उम्मीदवारों की घोषणा किये जाने पर आपत्ति जताते हुए बुधवार को कहा कि महाविकास अघाड़ी (एमवीए) के घटक दलों को ‘गठबंधन धर्म’ का पालन करना चाहिए। महाराष्ट्र में कांग्रेस विधायक दल के नेता बालासाहेब थोरात ने शिवसेना (यूबीटी) से अपने फैसले पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया। हालांकि, उनकी पार्टी के सहयोगी संजय निरुपम ने अधिक आक्रामक रुख अपनाते हुए उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना को मुंबई की अधिकतर सीटें हथियाने की अनुमति देने के लिए कांग्रेस नेतृत्व पर निशाना साधा।

एमवीए के घटक-कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार)- महाराष्ट्र में 48 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए सीट-बंटवारे पर चर्चा कर रहे हैं। बातचीत के बीच, शिवसेना (यूबीटी) ने आगामी चुनावों के लिए 17 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी की और कहा कि वह राज्य में कुल 22 सीट पर चुनाव लड़ेगी। कांग्रेस विधायक दल के नेता बालासाहेब थोरात ने कहा कि घोषणा सही नहीं है।

मुंबई में कांग्रेस को दफनाने की कोशिश: निरुपम
इस बीच, मुंबई कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष संजय निरुपम ने पार्टी के नेतृत्व की आलोचना करते हुए पत्रकारों से बातचीत में कहा कि उनके सामने सभी विकल्प खुले हैं। उन्होंने कहा- मैं एक हफ्ते तक इंतजार करूंगा और फिर फैसला लूंगा। मुंबई (उत्तर-पश्चिम) संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ने के इच्छुक संजय निरुपम ने कहा कि पार्टी नेतृत्व ने पिछले एक पखवाड़े में उनसे कोई संपर्क नहीं किया है। निरुपम ने मुंबई की छह में से चार सीट पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा करने के लिए शिवसेना (यूबीटी) की आलोचना की।

पूर्व सांसद संजय निरुपम उत्तर पश्चिम सीट से गजानन कीर्तिकर के बेटे अमोल कीर्तिकर को ठाकरे गुट का प्रत्याशी बनाए जाने से खासे नाराज हैं। निरुपम ने कहा कि मैं एक हफ्ते तक इंतजार करूंगा और फिर फैसला लूंगा। उन्होंने कहा कि नेतृत्व को इसकी चिंता नहीं है कि उसके नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ अन्याय हो रहा है। शिवसेना (यूबीटी) हमें झुका रही है और हम ऐसा कर रहे हैं। मुंबई में कांग्रेस को दफनाने की कोशिश की जा रही है।