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एंटीलिया केस: गृहमंत्री देशमुख ने बताई परमबीर सिंह को हटाने की यह वजह…वाजे से जुड़ी एक और लग्जरी कार जब्त!

मुंबई: महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने कहा है कि एनआईए और महाराष्ट्र एटीएस एंटीलिया मामले से जुड़े सचिन वाजे केस की बहुत ही पेशेवर ढंग से जांच कर रही हैं। मुंबई पुलिस के आयुक्त परमबीर सिंह को इसलिए पद से हटाया गया, जिससे कि जांच एजेंसियां बगैर अड़चन के पड़ताल कर सकें। बता दें कि परमबीर को अचानक हटाए जाने को लेकर महाराष्ट्र सरकार पर सवाल उठ रहे थे। इसे लेकर देशमुख ने यह सफाई दी है।
इस बीच, एनआईए ने बृहस्पतिवार को एक और लग्जरी कार जब्त की, जिसे मुंबई के पुलिस अधिकारी सचिन वाजे द्वारा कथित तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा था। एनआईए के एक अधिकारी ने बताया कि टोयोटा लैंड क्रूजर प्राडो कार ठाणे के साकेत क्षेत्र में वाजे के आवास के बाहर खड़ी मिली। वाहन को यहां कुंबाला हिल स्थित एनआईए कार्यालय लाया गया। इससे पहले एनआईए ने मंगलवार को काले रंग की एक मर्सिडीज कार बरामद की थी और इससे विस्फोटक से लदी एसयूवी की वास्तविक नंबर प्लेट भी बरामद की थी।
गौरतलब है कि मुंबई में मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर विस्फोटकों से लदी एसयूवी मामले को लेकर मुंबई पुलिस की क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट के प्रमुख सचिन वाजे को एनआईए ने गिरफ्तार किया है। वाजे अभी रिमांड पर हैं। वहीं एसयूवी के मालिक मनसुख हिरेन की मौत के मामले की एटीएस जांच कर रही है।

वाजे को वकील से मिलने की इजाजत पर मांगा जवाब
इस बीच एनआईए कोर्ट ने एनआईए से सचिन वाजे की उस अर्जी पर जवाब मांगा है, जिसमें उसने अपने वकील से निजी तौर पर मिलने की इजाजत मांगी है। अर्जी पर शुक्रवार को सुनवाई होगी। इससे पहले राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने वाजे के वकील को दिखाई देने वाली किंतु सुनाई नहीं देने वाली दूरी से पूछताछ के दौरान मौजूद रहने की इजाजत दी थी।

वाजे नहीं कोई और है मास्टर माइंड, जल्द होगा साजिश का खुलासा: एनआईए
बुधवार को एनआईए ने कहा था कि एंटीलिया के बाहर विस्फोटकों से लदी मिली स्कॉर्पियो के मामले में सचिन वाजे नहीं, बल्कि कोई अन्य व्यक्ति इस पूरी साजिश का असली आका है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) से जुड़े एक वरिष्ठ सूत्र ने कहा कि पूरा मामला हल किया जा चुका है। वाजे एक अन्य ‘खिलाड़ी’ से निर्देश लेता था। जल्द ही पूरी साजिश का सार्वजनिक खुलासा कर दिया जाएगा। माना जा रहा है कि एनआईए के इस दावे के बाद ही मुंबई के पुलिस आयुक्त परमवीर सिंह के तबादले की पूरी पटकथा लिखी गई। जांच से जुड़े लोगों के अनुसार, 13 मार्च को गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में सचिन वाजे ने एनआईए अधिकारियों से कहा था कि वह इस पूरे मामले में अपनी पुरानी प्रसिद्धि और नाम हासिल करने के लिए किसी दूसरे के कहने पर जुड़ा था।

तबादले से संजय पांडे खफा, बोले- मेरे साथ ज्यादती हुई
इस बीच महाराष्ट्र पुलिस महकमे में तबादलों को लेकर नया विवाद शुरू हो गया है। महाराष्ट्र सिक्योरिटी कॉरपोरेशन के नए डीजी संजय पांडे ने अपने और अन्य आईपीएस अधिकारियों के तबादले पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और गृहमंत्री अनिल देशमुख को पत्र लिखा। उन्होंने कहा- मेरे साथ ज्यादती हुई। इसलिए मैंने सरकार के सामने अपना मुद्दा रखा। मेरे साथ जो हुआ वह क़ानून के हिसाब से नहीं हुआ। बता दें पांडे की जगह परमबीर सिंह को डीजी होमगार्ड्स बनाया गया है। पांडे पहले डीजी होमगार्ड्स थे और उनके पास महाराष्ट्र राज्य सिक्योरिटी कार्पोरेशन का अतिरिक्त प्रभार था।