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भक्तों को खूब मन भा रहा…फोर्ट के इच्छापूर्ति राजा का दरबार

मुंबई: दक्षिण मुंबई के फोर्ट स्थित इच्छापूर्ति राजा का दरबार भक्तों को खूब मन भा रहा है। इच्छापूर्ति राजा का आकर्षक पंडाल बनाने के लिए गणेश चतुर्थी से पहले राजस्थान से 25 से अधिक कारीगर यहां आते हैं और शहर का सबसे राजशाही पंडाल का निर्माण करते हैं। ख़ास बात यह है कि मुंबई में सबसे पहले वातानुकूलित पंडाल फोर्ट के इच्छापूर्ति राजा के लिए बनाया गया था।
फोर्ट विभाग सर्वाजनिक गणेशोत्सव मंडल के अध्यक्ष रवि सुर्वे ने इस संवाददाता को बताया कि इस बार मुंबई में सार्वजनिक गणेशोत्सव में कई मंदिरों की थीम पर पंडाल बनाए गए हैं, लेकिन फोर्ट के इच्छापूर्ति राजा का पंडाल किसी थीम पर नहीं बना है। फोर्ट के इच्छापूर्ति राजा के दरबार को सजाने के लिए राजस्थान के जोधपुर से कुशल कारीगर आते हैं और उनके लिए सबसे अलग पंडाल का निर्माण करते हैं। इस पंडाल को मुंबई में सबसे पहले एसी पंडाल बनाने का गौरव प्राप्त है। जोधपुर से आए 25 कारीगरों के साथ 100 से अधिक लोगों की टीम ने दिन-रात मेहनत करके तक़रीबन ढाई महीने में इस पंडाल को सजाया है, जो भक्तों को बेबस मंत्रमुग्ध कर देती है।

पंडाल के दीवार पर की गई राजशाही नक्काशी
सुर्वे कहते हैं, ‘जोधपुर के कारीगरों ने अपने हाथों से पंडाल के दीवारों पर नक्काशी की है। यह को रेडीमेड पेंटिंग पोस्टर नहीं है। इतना खूबसूरत पंडाल मुंबई में कहीं देखने को नहीं मिलेगा’। उन्होंने बताया कि इच्छापूर्ति राजा के लिए 140 फीट लंबा और 40 फीट ऊंचा स्टेज बनाया गया है। इच्छापूर्ति राजा में भक्तों का विश्वास है ऐसी मान्यता है कि इच्छापूर्ति राजा के दरबार जो भक्त मन्नतें मांगता है वह जरुर पूरी होती है। यह मंडल इस साल 67वां गणेशोत्सव मन मना रहा है।

राजा के पैर में भक्त टेक सकते हैं मत्था
सुर्वे के मुताबिक, भगवान श्री गणेश के जिस मूर्ति की पूजा की जाती है, उसे सोने के आभूषण से सजाया जाता है। जबकि, फोर्ट के इच्छापूर्ति राजा के भव्य मूर्ति को चांदी के आभूषण से सजाया गया है, इन चांदी के आभूषण पर सोने का वर्क किया गया। उन्होंने बताया कि भक्तों की ‘इच्छापूर्ति राजा’ में विशेष आस्था है, वह कई मन्नतें लेकर उनके दरबार में आते हैं, इसलिए मंडल की तरफ से कोशिश की जाती है कि हर भक्त गणपति बप्पा का पूरी सहजता से दर्शन करे और अपनी अर्जी बप्पा के दरबार में लगा सके।