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महाराष्ट्र में कोरोना ने तोड़ा बीते 6 महीनों का रेकॉर्ड! 25,833 नए केस, मुंबई में लगाया जा सकता है ‘नाइट कर्फ्यू’

मुंबई: महाराष्ट्र में पिछले साल से तबाही मचा रहा कोरोना वायरस अब फिर रफ्तार पकड़ रहा है।राज्य में इस साल लगातार दूसरे दिन 20 हजार से ज्यादा केस दर्ज किए गए हैं। गुरुवार को महाराष्ट्र में कोरोना के 25,833 नए मरीज मिले हैं जबकि 58 मरीजों की मौत हुई है। इसी के साथ राज्य में कुल केस 25,96,340 हो गए हैं। अब तक 53,138 मरीजों की मौत हो चुकी है।
बुधवार को महाराष्ट्र में कोरोना के 23,179 नए मामले रेकॉर्ड किए गए थे और 84 लोगों की मौत हुई थी। कोरोना की बेहद तेज रफ्तार ने राज्य सरकार के सामने बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है। एक दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भरोसा दिलाया था कि महाराष्ट्र में फिर से फैल रहे कोरोना को रोकने के लिए पिछले साल की तरह इस साल भी कठोर कदम उठाए जाएंगे। ऐसे में देखना होगा कि कोरोना की बेकाबू होती रफ्तार पर मुख्यमंत्री कैसे काबू पाते हैं?

उद्धव ठाकरे की मांग, ज्यादा से ज्यादा वैक्सीन सेंटर खोले जाएं
प्रधानमंत्री के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में सीएम ठाकरे ने यह भी मांग की है कि ज्यादा से ज्यादा वैक्सीनेशन सेंटर खोलने की अनुमति दी जाए, ताकि वैक्सीनेशन का काम तेजी से किया जा सके। हाफकिन इंस्टिट्यूट को कोरोना वैक्सीन के उत्पादन की मंजूरी दिए जाने की मांग भी ठाकरे ने प्रधानमंत्री से की। मुख्यमंत्री की मांग पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश में जिन-जिन राज्यों में वैक्सीन उत्पादन करने वाली संस्थाएं हैं, उन सभी को प्रोत्साहन और समर्थन दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को राज्य में कोरोना वायरस के लिए किए जा रहे उपायों और वैक्सीनेशन कार्यक्रम की भी विस्तार से जानकारी दी और प्रधानमंत्री ने इस पर संतोष व्यक्त किया।

बीएमसी ने बढ़ाया ट्रेसिंग का दायरा, 1 पर 20 की तलाश
मुंबई में कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को गंभीरता से लेते हुए इसे नियंत्रित करने के लिए बीएमसी ने कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग पर जोर देना शुरू कर दिया है। इसके लिए अब एक नया प्रोटोकॉल बनाते हुए कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग का दायरा बढ़ाया गया है। अब तक बीएमसी कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग में कोरोना संक्रमितों के परिवारवालों और पड़ोसियों को ट्रेस करती थी। अब इसका दायरा बढ़ाते हुए रिश्तेदारों, दोस्तों और सहयोगी कर्मचारियों को ट्रेस कर उन्हें भी क्वारंटीन करेगी।
बीएमसी के अतिरिक्त आयुक्त सुरेश काकानी ने बताया, कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग का दायरा बढ़ाकर अब एक मरीज से संपर्क में आए 20 से अधिक लोगों को ट्रेस किया जाएगा। इससे पहले 15 मरीजों को ट्रेस किया जाता था। अब नए प्रोटोकॉल में संक्रमितों के रिश्तेदारों, दोस्तों के अलावा कार्यस्थल के सहयोगी कर्मचारियों की ट्रेसिंग कर उनकी टेस्टिंग की जाएगी। इन्हें भी कोविड नियमों के तहत क्वारंटीन किया जाएगा।

मायानगरी में प्रतिदिन बढ़ रही कोरोना मरीजों की संख्या को देखते हुए नाइट कर्फ्यू लगाया जा सकता है। मुंबई की महापौर किशोरी पेडनेकर ने बृहस्पतिवार को यह संकेत दिए। उन्होंने यह भी कहा कि भीड़भाड़ वाले बाजारों को दूसरी जगह स्थानांतरित करने पर भी विचार चल रहा है।

लॉकडाउन से बचने के लिए मिलकर निपटना होगा: महापौर
महापौर ने कहा कि मैं सोचती हूं कि मुंबई में नाइट कर्फ्यू अब जरूरी हो गया है। इसके साथ ही हम भीड़भाड़ वाले बाजारों को दूसरी जगह स्थानांतरित करने के बारे में भी सोच रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुंबईकर को इस महामारी से मिलकर निपटना होगा, ताकि लॉकडाउन से बचा जा सके। मुंबई में बढ़ते मामलों को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में मेयर ने ये बातें कहीं। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के सीएम पहले ही लोगों को अल्टीमेटम दे चुके हैं कि वे लॉकडाउन नहीं चाहते हैं तो कोरोना गाइड लाइन का पालन करें।
बीएमसी के अनुसार, बुधवार तक मुंबई में कोरोना के 3,49,958 केस मिल चुके हैं और 11,547 मरीजों की मौत हो चुकी है। महाराष्ट्र में 1,52,760 सक्रिय केस हैं। अब तक 36,39,989 लोगों को टीके लगाए जा चुके हैं।

महाराष्ट्र में 23 हजार से ज्यादा मरीज 
बुधवार को महाराष्ट्र में एक दिन में रिकॉर्ड 23,179 मरीज मिले जो कि पिछले छह महीने में सबसे अधिक है। पुणे में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 4,745 नए केस मिले और 15 मरीजों की मौत हुई है। महाराष्ट्र में 17 सितंबर को 24,619 कोविड-19 पॉजिटिव केस मिले थे। बुधवार को महाराष्ट्र में कोविड से 84 मौतें हुईं। महाराष्ट्र में मंगलवार की अपेक्षा बुधवार को 30 फीसदी तक कुल मामलों में इजाफा हुआ। 1 मार्च से 17 मार्च के बीच राज्य में कोरोना के रोजाना मामलों में चार गुना इजाफा हुआ है। यहां तक कि महाराष्ट्र के कई शहरों में रोजाना आने वाले केस पंजाब, गुजरात और मध्य प्रदेश के कुल केस से भी ज्यादा हैं।