ब्रेकिंग न्यूज़महाराष्ट्र

एकनाथ शिंदे को पार्टी की जिम्मेदारी दी थी, उन्होंने मेरी ही पीठ में छुरा घोंपा: उद्धव ठाकरे

मुंबई,(राजेश जायसवाल): उद्धव ठाकरे के हाथ से रेत की तरह महाराष्ट्र की सत्ता सरक जाने के बाद उद्धव सेना और शिंदे सेना के नेताओं का एक-दूसरे पर जुबानी हमला जारी है. पूर्व सीएम व श‍िवसेना पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे ने एकनाथ श‍िंदे सरकार पर निशाना साधते हुए कहा क‍ि ये सरकार उधारी का माल है. श‍िवसेना ने यह भी आरोप लगाया क‍ि ये सरकार महाराष्‍ट्र के तीन टुकड़े कर देगी. अपनी ही पार्टी के नेताओं की बगावत की वजह से महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने वाले उद्धव ठाकरे ने बागी विधायकों पर तीखा हमला बोला है.
रिपोर्ट के मुताबिक, मंगलवार को उद्धव ठाकरे ने कहा कि एकनाथ शिंदे ने उनकी पीठ में छुरा भोंका. शिवसेना भवन में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि उन्होंने ‘शिंदे’ को पार्टी की जिम्मेदारी दी थी. लेकिन उन्होंने मेरी ही पीठ में छुरा घोंप दिया. जबकि एनसीपी और शिवसेना ने मेरा साथ दिया. यह देखना दुखद है कि शिवसेना कार्यकर्ताओं की वजह से जो (विधायक और मंत्री) जीते, उन्होंने सबकुछ हासिल करने के बाद उन्हें ही छोड़ दिया.

गद्दारों और शिवसैनिकों के बीच फंसा हूँ: उद्धव
उद्धव ठाकरे ने कहा कि वो आज निष्ठावान शिवसैनिकों और गद्दारों के बीच फंस गए हैं. आज शिवसैनिकों के आंखों में आंसू है. लेकिन मैं जल्द ही बीच का रास्ता निकालूंगा. उन्होंने एक बार शिवसैनिकों से एकजुट होने की अपील की. शिंदे गुट पर हमला बोलते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि उनकी पीठ पर छुरा घोंपा गया. उनके साथ गद्दारी की गई. लेकिन शिवसेना इतने झटकों से घबराने वाली हैं. इससे पहले भी शिवसेना ऐसी परिस्थितियां देख चुकी है, इसलिए जल्द ही हम इससे उबर जाएंगे.

इस बीच राज्य के नए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मंगलवार को पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे पर उनकी मर्सिडीज कार को लेकर तंज कसा. शिंदे ने मराठी में ट्वीट किया- ‘ऑटो रिक्शा, मर्सिडीज (कार) से आगे निकल गया…क्योंकि यह सरकार आम आदमी की है’.
शिवसेना नेताओं ने हाल ही में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर तंज कसते हुए उन्हें ‘ऑटो रिक्शा चालक’ बताया था. इसी का जवाब देते हुए शिंदे ने ट्वीट में अपनी साधारण पृष्ठभूमि का अप्रत्यक्ष संदर्भ देते हुए उद्धव पर मर्सिडीज कार को लेकर तंज कसा. बता दें कि एकनाथ शिंदे कभी आजीविका चलाने के लिए ठाणे में ऑटो रिक्शा चलाते थे.

कांग्रेस-एनसीपी के साथ हिंदुत्व, मुंबई धमाकों और दाऊद पर फ़ैसला नहीं ले पाए उद्धव: शिंदे
एकनाथ शिंदे ने कहा कि 50 विधायकों के सत्तारूढ़ गठबंधन छोड़ने के लिए किसी भी शख्‍स के पास ‘बड़ा कारण’ होना चाहिए। पिछली एमवीए सरकार, जिसमें कांग्रेस और शिवसेना घटक थे, हिंदुत्व, वीर सावरकर या मुंबई धमाकों पर और अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के मुद्दे पर कोई बड़ा निर्णय लेने से चूकती रही. शिंदे ने एक इंटरव्‍यू के दौरान कहा कि अब उन्‍होंने हिंदू हृदय सम्राट बालासाहेब ठाकरे की विचारधारा को आगे बढ़ाने का फैसला किया है. इसलिए उन्‍होंने भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाने का निर्णय लिया.
उद्धव ठाकरे से पहले शिवसेना नेता संजय राउत ने बागी विधायकों पर पीठ में छुरा घोंपने का आरोप लगाया था. इस पर शिंदे प्रवक्ता और विधायक दीपक केसरकर ने गोवा में कहा था कि उनका इरादा उद्धव ठाकरे का अपमान करने का बिल्कुल नहीं है. संजय राउत ने हम पर पीठ में छुरा घोंपने का आरोप लगाया, लेकिन यह सच नहीं है. हम पीठ में छुरा घोंपने वाले नहीं हैं.

गौरतलब कि जून का महीना महाराष्ट्र की राजनीति में ऐतिहासिक रहा. शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ शिंदे अब महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री बन चुके है. एकनाथ शिंदे ने 40 शिवसेना विधायकों को अपने साथ लाकर शिवसेना नेतृत्व के खिलाफ बगावत कर दी थी. इसकी वजह से पिछले हफ्ते उद्धव ठाकरे की अगुआई वाली महाविकास अघाडी सरकार गिर गई थी. शिंदे और बीजेपी ने मिलकर विधानसभा में बहुमत भी साबित कर दिखाया है. खास बात यह है कि एकनाथ शिंदे ने कई मौकों पर खुद को बालासाहेब ठाकरे का असल शिवसैनिक बताया. उद्धव ठाकरे को लेकर उन्होंने कहा कि एंट्री हिन्दुत्व पार्टियों से गठबंधन करके शिवसेना के उसूलों के खिलाफ काम किया है.

सीएम शिंदे ने आगे कहा कि हम लोग कोई भी गैरकानूनी काम नहीं कर रहे. लोकशाही में कानून है, नियम हैं, उसी के मुताबिक ही काम करना पड़ता है. आज हमारे पास बहुमत है. सुप्रीम कोर्ट में भी हमारे खिलाफ जो लोग गए थे, उन्हें भी कोर्ट ने डांट लगाई है.
उद्धव ठाकरे के फैसले पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा, शिवसेना-बीजेपी ने एक साथ चुनाव लड़ा था और सरकार बन गई कांग्रेस-एनसीपी के साथ!