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कोविड घोटाले में पूर्व मेयर किशोरी पेडनेकर पर FIR, 2000 रुपये के बॉडीबैग 6800 में खरीदने के आरोप

मुंबई: मुंबई की पूर्व महापौर किशोरी पेडनेकर की मुश्किलें बढ़ती हुई नज़र आ रही हैं। उनके खिलाफ कोविड घोटाला मामले में एफआईआर दर्ज की गयी है। यह एफआईआर मुंबई के अग्रीपाड़ा पुलिस स्टेशन में दर्ज हुई है। आरोप है कि उन्होंने ऐसी कंपनी नाम का नाम आगे बढ़ाया जिसने घोटाला किया।

शुक्रवार को ही मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने विधानसभा में कोविड घोटाले को लेकर चेतावनी देते हुए कहा था कि वे किसी को नहीं बख्शेंगे। उन्होंने कहा कि चार-पांच सौ रुपए के बॉडी बैग छह हजार में खरीदे गए। हम कोविड में काम कर रहे थे, लोग मदद कर रहे थे। उस समय लोग कोविड से मर रहे थे और कुछ लोग पैसा कमा रहे थे, यह दुर्भाग्य है। मुख्यमंत्री ने चेतावनी दी कि इसमें जो घोटाला किया गया है उसकी पूरी जांच की जाएगी। लाइफ लाइन हॉस्पिटल या फिर डेड लाइन हॉस्पिटल। इस अस्पताल में लोग मर रहे थे, अपने ही लोगों को ठेका दे दिया। उन लोगों को काम दिया जिनके पास कोई अनुभव नहीं था। उस अस्पताल में कोई डॉक्टर नहीं था। लेकिन अस्पताल में डॉक्टर है कहकर पैसे बनाए गए। शुक्रवार को जैसे ही एकनाथ शिंदे ने विधानसभा में यह आरोप लगाया। शनिवार को किशोरी पेडनेकर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया।

मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने मुंबई की हाई-प्रोफाइल पूर्व मेयर, शिवसेना (यूबीटी) की नेता किशोरी पेडनेकर के खिलाफ महामारी के दौरान कोविड के लिए बॉडी बैग की खरीद से जुड़े कथित घोटाले में मामला दर्ज किया है।
अग्रीपाड़ा पुलिस स्टेशन ने इस मामले में पेडनेकर और दो अन्य अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इसकी जांच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी कर रहा है।

मृत मरीजों के ले जाने वाले बॉडी बैग में घोटाला!
ईडी ने कहा है कि मुंबई में मृत कोविड मरीजों को ले जाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले बॉडी बैग 2000 रुपये के बजाय 6800 रुपये में खरीदे गए थे। ईडी का आरोप है कि यह ठेका तत्कालीन मेयर के निर्देश पर दिया गया था। किशोरी पेडनेकर कोविड काल में मुंबई की मेयर थीं। ईडी ने 21 जून को पूरे राज्य में छापेमारी की थी। इस छापेमारी में 68 लाख 65 हजार रुपये नकद, 150 करोड़ की अचल संपत्ति सील की गई। इसके अलावा 15 करोड़ की एफडी भी ईडी को मिले हैं। 21 जून को ईडी द्वारा की गई छापेमारी में उद्धव ठाकरे के करीबी सूरज चव्हाण, सुजीत पाटकर समेत 10 से 15 लोग शामिल थे।

भाजपा नेता किरीट सोमैया द्वारा निविदा प्रक्रिया में अनियमितता का मुद्दा उठाए जाने के बाद, ईडी ने पिछले महीने कुछ स्थानों पर छापेमारी की थी। सोमैया ने आरोप लगाया गया था कि कोविड से मृत होने वालों को ले जाने के लिए बॉडी बैग की कीमत मुश्किल से 2,000 रुपये थी, लेकिन उन्हें 6,800 रुपये में खरीदा गया था।
13 जुलाई को शिकायत दर्ज कराने वालेे सोमैया ने दावा किया कि 1,500 रुपये की कीमत वाले बॉडी बैग 6,700 रुपये में खरीदे गए थे। पुलिस ने मामले में अतिरिक्त आयुक्त, पेडनेकर और औरंगाबाद स्थित एक निजी कंपनी वेदांत इनोटेक प्राइवेट लिमिटेड पर मामला दर्ज किया है। कहा जाता है कि किशोरी पेडनेकर के अनुरोध पर ही यह कॉन्ट्रैक्ट दिया गया था। इसलिए उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

भ्रष्टाचार विरोधी कार्यकर्ता अंजलि दमानिया ने जनवरी 2020 में इस मुद्दे को उजागर किया था। इसमें ‘बॉडी बैग’ की खरीद के लिए अत्यधिक कीमतों पर घोटाले की ओर इशारा किया गया था और दावा किया गया था कि दरें अमेरिका में भुगतान की गई दर से लगभग दोगुनी थीं।

किरीट सोमैया ने कही यह बात?
किशोरी पेडनेकर पर केस दर्ज होने के बाद बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने प्रतिक्रिया दी है। सोमैया ने कहा कि किशोरी पेडनेकर जेल जाएंगी। उन्होंने कहा, बॉडी बैग खरीद मामले में पूर्व मेयर किशोरी पेडनेकर के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। 1500 रुपए का बॉडी बैग 6700 रुपए में लिया गया। मुंबई मेयर, एडिशनल कमिश्नर और वेदांता इनोटेक प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। हमने इस संबंध में मुंबई पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। सोमैया ने कहा कि वह अलग-अलग मामलों में तीन और शिकायतों की जांच कर रहे हैं।