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जिंदगी की जंग हार गया फतेहवीर, मौत से जुड़े 5 सच आए सामने…

चंडीगढ़, दो साल के मासूम फतेहवीर सिंह की मौत तड़प-तड़प कर हुई है। जब वह गिरा तो उसके साथ रेत की बोरी भी थी। मुंह में रेत होने के कारण बच्चा सांस नहीं ले पा रहा था। उसे पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पाई। उसके मुंह के अंदर से रेत और बाहर बोरी के अंश मिले हैं। उसकी मौत तीन से चार दिन पहले हो गई थी। उसके शरीर में सड़न आनी शुरू हो गई थी। यह खुलासा पीजीआई चंडीगढ़ की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हुआ है। फतेहवीर का पोस्टमार्टम करने वाले पीजीआई के फोरेंसिक डिपार्टमेंट के एचओडी डॉ वाईएस बंसल व असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ सेनथिल ने बताया कि जब बच्चे को पीजीआई में लाया गया तो न तो उसकी पल्स चल रही थी और न ही सांस। धड़कन भी बंद थी। मंगलवार को करीब सवा ग्यारह बजे उसका पोस्टमार्टम पूरा हुआ। डॉक्टरों के मुताबिक मौत की एक वजह नहीं है, बल्कि कई सारे फैक्टर की वजहों से उसने दम तोड़ा है। पहली वजह, फतेहवीर को पर्याप्त ऑक्सीजन न मिलना था। मेडिकल की भाषा में इसे हाइपोक्सिया कहते हैं। बोरवेल के अंदर पहले से ही घुटन की स्थिति बनी हुई थी। दूसरा, मुंह के ऊपर रेत होने के कारण उसे सांस लेने में दिक्कत आ रही थी। तीसरा, तापमान अधिक होने और खाने-पीने का सामान नहीं मिलने से उसे डिहाइड्रेशन भी हुआ। उसके हाथ में रेस्क्यू के निशान मिले हैं। जिससे पता चलता है कि उसे बचाने की कोशिश हुई है। शरीर के अंदर किसी भी तरह के चोट के निशान नहीं है।
मौत के प्रमुख कारण
1- पर्याप्त आक्सीजन न मिलना
2- मुंह में रेत होने के कारण सांस न ले पाना
3- बोरवेल के अंदर घुटन की स्थिति का बनना
4- तापमान अधिक होने व पानी नहीं मिलने से डिहाइड्रेशन होना
5- तड़प-तड़प कर हुई मासूम की मौत