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दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल का इस्‍तीफा! निजी कारणों का दिया हवाला

नयी दिल्ली: बुधवार को दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने कुछ निजी कारणों को लेकर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को अपना इस्तीफा सौंप दिया है।
1969 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी बैजल को उनके पूर्ववर्ती नजीब जंग के इस्तीफे के बाद दिसंबर 2016 में दिल्ली के उपराज्यपाल के रूप में नियुक्त किया गया था। बैजल ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के तहत केंद्रीय गृह सचिव के रूप में भी काम किया था।
दिल्ली के उपराज्यपाल का पद इस लिहाज से भी बेहद अहम हो गया है कि दिल्ली के उच्च न्यायालय ने यह साफ कर दिया है कि दिल्ली सरकार का प्रशासनिक प्रमुख उपराज्यपाल ही है। कई मुद्दों पर दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के साथ संघर्ष कर रहे थे।
केजरीवाल और उनकी ‘आप’ ने बैजल पर केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार का ‘एजेंट’ होने का आरोप लगाया था और आरोप लगाया था कि वह दिल्ली सरकार को शहर-राज्य में स्वतंत्र रूप से काम करने की अनुमति नहीं दे रहे हैं।
केजरीवाल सरकार के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने बैजल पर दिल्ली सरकार को अस्थिर करने का आरोप लगाते हुए एक बार कहा था, अगर सब कुछ केंद्र के माध्यम से एलजी के माध्यम से किया जाना है, तो एक निर्वाचित सरकार की क्या आवश्यकता है। हालांकि, बैजल ने कई मौकों पर केजरीवाल सरकार के कई निर्णयों से असहमति भी जताई और अपने खिलाफ लगे आरोपों को खारिज कर दिया था।

गौरतलब है कि एक साल पहले अनिल बैजल ने दिल्ली सरकार की 1000 बसों की खरीद प्रक्रिया की जांच के लिए तीन सदस्यों की कमेटी बनायी थी। इस पर बवाल मच गया। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इस मामले की सीबीआई जांच की मांग भी कर दी थी।