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कानपुर: बिकरू कांड में नया खुलासा: विकास ने कहा था हवाई फायरिंग नहीं, वर्दी वालों को सीधे गोली मारना!

कानपुर: चार महीने बाद भी कानपुर के बिकरू कांड को लेकर रोज नए खुलासे हो रहे हैं। बिकरू कांड में आरोपित उमाशंकर यादव को मंगलवार की सुबह चौबेपुर पुलिस सुबह कस्टडी में माती जेल से लेकर आई। पुलिस ने आरोपित से घटना के दिन इस्तेमाल किया गया तमंचा और कारतूस बरामद कराया। इस दौरान पुलिस ने उससे पूछताछ की। जिसपर आरोपित ने पुलिस को बताया कि कैसे विकास दुबे ने उन लोगों को पुलिस पर सीधे गोली चलाने के आदेश दिए थे।
सुज्ज निवादा गांव निवासी उमाशंकर यादव ने कोर्ट में सरेंडर किया था। इसके बाद चौबेपुर पुलिस ने उसे रिमांड पर लेने के लिए कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया। कोर्ट ने मंगलवार सुबह 8 से शाम 4 बजे तक की पुलिस कस्टडी रिमांड मंजूर कर ली थी। पुलिस माती जेल से आरोपित को लेकर आई। उसे सबसे पहले उसके घर सुज्जा निवादा ले जाया गया। जहां पर घर के पास बालू के ढेर के नीचे से पुलिस ने 315 बोर का एक तमंचा, दो जिंदा कारतूस और एक खोखा कारतूस बरामद किया।

शाम 4 बजे ही मंगा ली थी लाइसेंसी बंदूक!
उमाशंकर यादव से पूछताछ में उसने पुलिस को बताया कि 2 जुलाई को शाम चार बजे विकास दुबे ने गोपाल सैनी और प्रभात मिश्रा को घर भेजकर उसकी लाइसेंसी बंदूक मंगा ली थी। दोनों उसे भी बुला गए थे। वह तब क्षेत्र में दूध दे रहा था। दूध के पीपों के साथ ही वह रात आठ बजे विकास दुबे के घर पहुंचा। जहां पर बाकी सभी लोग पहले से मौजूद थे। विकास दुबे ने उसे तमंचा और बहुत सारे कारतूस पकड़ा दिए।
उमाशंकर ने पुलिस को बताया कि तमंचा देने के साथ ही विकास दुबे ने कहा कि सभी लोग ध्यान से सुन लें कोई हवाई फायरिंग नहीं करेगा। खाकी को देखते ही सीधे गोली मारना है। उसने कहा था कि जो लोग अच्छे निशाने बाज हैं उन्हें बंदूक, रायफल और सेमीऑटोमेटिक दी गई है। बाकी लोग तमंचे से गोली चलाएंगे। यह कहकर वह चला गया और मुझे गोपाल सैनी की छत पर भेज दिया गया। जहां से उमाशंकर ने पुलिस पर तमंचे से फायरिंग की थी।

घटना के बाद पुलिस के सामने से निकल गया था?
आरोपित ने यह भी जानकारी दी कि आधे घंटे तक गोलीबारी होने के बाद विकास दुबे ने सभी को भागने का आदेश दिया था। उसने कहा था सब सम्पर्क में रहेंगे और अपने अपने ठिकानों पर पहुंचेंगे। जिसके बाद उमाशंकर दूध के पीपे और साइकिल लेकर वहां से चला। वह पुलिस के सामने से निकल गया मगर पीपों को देखकर पुलिस ने उसे रोका नहीं।