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नेशनल हेराल्ड मामले में राहुल गांधी से कल नहीं, अब सोमवार को ईडी करेगी पूछताछ

नयी दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने ‘नेशनल हेराल्ड’ समाचार पत्र से जुड़े कथित धनशोधन के एक मामले में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को 3 दिन की मोहलत देते हुए शुक्रवार को पूछताछ से छूट दे दी। अब ईडी राहुल गांधी से सोमवार को पूछताछ करेगी। इससे पहले ईडी ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को शुक्रवार को चौथी बार पूछताछ के लिए तलब किया था।
हालांकि, राहुल गांधी ने अपनी मां सोनिया गांधी की सेहत का हवाला देते हुए तीन की मोहलत मांगी थी जिसे ईडी ने स्वीकार कर लिया।
इससे पहले सोमवार से बुधवार तक राहुल गांधी से लगातार तीन दिन तक पूछताछ की गई थी। एजेंसी ने उन्हें गुरुवार को भी आने को कहा था, लेकिन उन्होंने एक दिन का ब्रेक लेने की बात कही थी। ऐसे में उन्हें शुक्रवार को एक बार फिर से एजेंसी के दफ्तर में पेश होना था। इससे पहले भी उन्होंने मां के अस्पताल में भर्ती होने और उनके साथ वक्त गुजारने की बात पर ही एक दिन की छुट्टी ली थी।
बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी गंगाराम अस्पताल में भर्ती हैं, जहां उनका इलाज चल रहा है। सूत्रों के मुताबिक, प्रियंका गांधी और राहुल गांधी भी सोनिया गांधी के पास ही हैं। बुधवार को ईडी की पूछताछ खत्म होने के बाद भी राहुल गांधी अस्पताल गए थे। जहां पर उन्होंने अपनी मां से मुलाकात की। इसी मामले में ईडी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को 23 जून को पेश होने के लिए कहा है।

कांग्रेस सांसद राहुल से लगातार तीन दिनों में 30 घंटे तक मैराथन पूछताछ की गई थी। इस मामले ने राजनीतिक हलचल भी पैदा कर दी है। तीनों दिन कांग्रेसियों ने ईडी दफ्तर के बाहर और कांग्रेस कार्यालय के सामने जमकर धरना प्रदर्शन किया और राहुल गांधी से पूछताछ का विरोध किया। कांग्रेस का कहना है कि मोदी सरकार राजनीतिक बदले की भावना से कार्रवाई कर रही है और इसीलिए गांधी परिवार पर हमला बोला जा रहा है।

राहुल गांधी ने ईडी से मांगा सोमवार तक का वक्त
नेशनल हेराल्ड केस में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ईडी से पूछताछ टालने की मांग की है। सूत्रों के मुताबिक राहुल गांधी ने मां की बीमारी का हवाला दिया है। राहुल ने मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामले में ईडी से अनुरोध कर सोमवार तक का वक्त मांगा है। राहुल गांधी से ईडी ने बुधवार को लगातार तीसरे दिन पूछताछ की थी। पार्टी कार्यकर्ता अलग-अलग राज्यों में विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं।
बता दें कि सोनिया गांधी कोरोना वायरस संक्रमण के कारण अस्वस्थ हैं और फिलहाल, सर गंगाराम अस्पताल में भर्ती हैं। वहीं बुधवार को ईडी की पूछताछ खत्म होने के बाद राहुल गांधी अस्पताल गए थे। जहां पर उन्होंने मां सोनिया से मुलाकात की। इसी मामले में ईडी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को 23 जून को पेश होने के लिए कहा है।

सूत्रों के मुताबिक, प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को 20 जून को नेशनल हेराल्ड मामले की जांच में शामिल होने के लिए नया समन जारी किया है। इसमें उनकी मां और अंतरिम कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की बीमारी को देखते हुए एजेंसी को उनके अनुरोध को स्वीकार करने की बात कही गई है।
इस बीच, कांग्रेस नेताओं ने आज लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला से मुलाकात कर नेताओं व कार्यकर्ताओं के साथ पुलिस के जुल्म पर ऐतराज जताया। कांग्रेस नेता व कार्यकर्ता आज देशभर में राजभवनों का घेराव कर रहे हैं।
लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने आज संसद भवन स्थित स्पीकर के कक्ष में ओम बिड़ला से मुलाकात की। मुलाकात के बाद चौधरी ने कहा कि हमने स्पीकर से हमारे साथ हो रहे अन्याय की शिकायत की।
दिल्ली पुलिस के अधिकारियों के बर्ताव व कांग्रेस मुख्यालय में प्रवेश पर नाराजगी जताई। चौधरी ने कहा कि पुलिस थानों में भी दिल्ली पुलिस ने कांग्रेस सांसदों के साथ ऐसा व्यवहार किया जैसे हमारे सांसद और कार्यकर्ता आतंकवादी हों। राहुल गांधी को लगातार 3 दिनों तक 10-12 घंटे लंबी पूछताछ के लिए बुलाया गया था। हमें इसका कोई विरोध नहीं है। हम सिर्फ इतना कहना चाहते हैं कि प्रतिशोध और हिंसा की राजनीति का प्रयोग न करें।
कांग्रेस नेताओं ने पार्टी संसदीय दल के दफ्तर में बैठक कर राहुल गांधी से ईडी की पूछताछ को लेकर उत्पन्न राजनीतिक स्थिति पर भी विचार किया। इसमें कांग्रेस नेताओं के अलावा महासचिवों ने भी भाग लिया। कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने कहा कि बैठक में पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं के खिलाफ दमनकारी कार्रवाई को लेकर आगे की रणनीति पर विचार किया गया।

गृहमंत्री और वित्त मंत्री को नोटिस भेजा
कांग्रेस ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के उन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है, जिन्होंने राहुल गांधी से पूछताछ से जुड़ी सूचनाएं कुछ मीडिया समूहों को चुनिंदा ढंग से लीक की हैं। मुख्य विपक्षी दल ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और कानून मंत्री किरेन रिजीजू को कानूनी नोटिस भी भेजा है। कांग्रेस सांसद और पार्टी के विधि प्रकोष्ठ के प्रमुख विवेक तन्खा ने नोटिस में केंद्रीय मंत्रियों से कहा है कि वे राजनीतिक प्रतिशोध के लिए ईडी का इस्तेमाल करना और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष के बारे में झूठा विमर्श फैलाना बंद करें।

राष्ट्रपति से मिलेगा कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल
कांग्रेस नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल शुक्रवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात करेगा। नेशनल हेराल्ड मामले में राहुल गांधी पर प्रवर्तन निदेशालय की जांच के विरोध में पार्टी मुख्यालय में पुलिस के प्रवेश और पार्टी सांसदों के साथ दुर्व्यवहार के मुद्दे पर एक ज्ञापन सौंपेगा।

रेणुका चौधरी ने किया हंगामा
तेलंगाना की राजधानी में विरोध प्रदर्शन के दौरान भारी हंगामा हुआ। यहां कांग्रेस की वरिष्ठ नेता रेणुका चौधरी को जब पुलिसकर्मी ले जाने लगे तो उन्होंने एक पुलिसकर्मी की कॉलर पकड़ ली। कांग्रेस नेता रेणुका ने कहा कि वे मुझे धक्का दे रहे थे। मेरे पैरों में समस्या है। मेरा संतुलन बिगड़ा और मैं उन पर गिर गई। मैं उन व्यक्ति से माफी मांगना चाहती हूं, लेकिन मैं भी पुलिस से माफी से उम्मीद करती हूं। हमारे चारों तरफ पुरुष पुलिसकर्मी क्यों थे?

क्या है नेशनल हेराल्ड केस?
यह पूरा मामला नेशनल हेराल्ड अखबार से जुड़ा है। साल 1938 में भारत के पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने इसकी स्थापना की। अखबार का मालिकाना हक एसोसिएटेड जर्नल लिमिटेड एजेएल के पास था जो दो और अखबार छापा करती थी हिंदी में नवजीवन और उर्दू में कौमी आवाज। 1956 में एजेएल को गैर व्यावसायिक कंपनी के तौर पर स्थापित किया गया और कंपनी एक्ट धारा 25 से कर मुक्त कर दिया गया। कंपनी धीरे-धीरे घाटे में चली गई। कंपनी पर 90 करोड़ का कर्ज भी चढ़ गया। इस बीच साल 2010 में यंग इंडियन के नाम से एक अन्य कंपनी बनाई गई। जिसका 76 प्रतिशत शेयर सोनिया गांधी और राहुल गांधी के पास और बाकी का शेयर मोतीलाल बोरा और आस्कर फर्नांडिस के पास था। कांग्रेस पार्टी ने अपना 90 करोड़ का लोन नई कंपनी यंग इंडियन को ट्रांसफर कर दिया। लोन चुकाने में पूरी तरह असमर्थ द एसोसिएट जर्नल ने सारा शेयर यंग इंडियन को ट्रांसफर कर दिया। इसके बदले में यंग इंडियन ने महज 50 लाख रुपये द एसोसिएट जर्नल को दिए।
भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने एक याचिका दायर कर आरोप लगाया कि यंग इंडियन प्राइवेट ने केवल 50 लाख रुपये में 90 करोड़ वसूलने का उपाय निकाला जो नियमों के खिलाफ है।