दिल्ली

पीएम मोदी बोले- बिना विकास के समावेश का लक्ष्य पूरा नहीं किया जा सकता

नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि बिना समावेश के वास्तविक विकास संभव ही नहीं है और बिना विकास के समावेश का लक्ष्य भी पूरा नहीं किया जा सकता है।
भाजपा के दिवंगत नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली की याद में आयोजित प्रथम अरुण जेटली स्मृति व्याख्यान को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने यह भी कहा कि वर्तमान सरकार की नीतियां जनता की आवश्यकताओं और उनकी आकांक्षाओं पर आधारित होती हैं ना कि किसी प्रकार की लोकलुभावन भावनाओं के दबाव में।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले भारत में बड़े सुधार तभी हुए जब पहले की सरकारों के पास कोईं और रास्ता नहीं बचता था लेकिन उनकी सरकार सुधारों को आवश्यक बुराईं नहीं बल्कि कामयाबी की पसंद मानती है, जिसमें राष्ट्रहित और जनहित समाहित है। उन्होंने कहा कि आज का भारत बाध्य होकर सुधार के कदम उठाने की बजाय दृढ़ विश्वास द्वारा सुधार के कदम उठा रहा है और आने वाले 25 सालों का खाका तैयार कर रहा है। आगे पीएम मोदी ने कहा कि हमारा नीति निर्माण जनता की नब्ज पर आधारित है। हम ज्यादा से ज्यादा लोगों को सुनते हैं। उनकी आवश्यकता और उनकी आकांक्षा को समझते हैं। इसलिए हमने नीति को लोकलुभावन भावनाओं के दबाव में नहीं आने दिया।