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पूर्व सैन्य अधिकारी को सुरक्षा देने पर विचार करे मुंबई पुलिस: हाईकोर्ट

मुंबई: बांबे हाईकोर्ट ने मुंबई पुलिस को निर्देश दिया है कि एक पूर्व सैन्य अधिकारी को शिवसेना पार्षद से कथित खतरे को देखते हुए उन्हें सुरक्षा उपलब्ध कराने पर विचार करे। मुंबई के वडाला इलाके में रहने वाले पूर्व सैन्य अधिकारी सुजीत गजानन आप्टे ने बांबे हाईकोर्ट में दायर याचिका में आरोप लगाया कि उनकी जमीन पर अतिक्रमण किए जाने का विरोध करने पर उन्हें धमकी दी जा रही है और उन्हें खतरा है। उन्होंने अपनी शिकायत पर आरएके मार्ग थाना पुलिस को एफआइआर दर्ज करने तथा शिवसेना पार्षद अमेय घोले से खतरे को देखते हुए सुरक्षा उपलब्ध का निर्देश देने का आग्रह किया है।
याचिका में सुजीत गजानन आप्टे कहा कि मेरे घर के पास स्थित उनके भाई का एक भूखंड है। उसकी पॉवर ऑफ अटॉर्नी उनके पास है। उस भूखंड पर अवैध तौर पर साईं मंदिर बना दिया गया। वह उसका विरोध करते हैं। उनकी शिकायत पर बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने 2017 में उस मंदिर को ढहा दिया था। लेकिन उस जमीन पर उन्हीं लोगों ने फिर से अतिक्रमण कर लिया है। सुजीत गजानन के मुताबिक, पिछले महीने बीएमसी ने फिर से उस मंदिर को ढहा दिया है, लेकिन स्थानीय पार्षद अमेय और बीएमसी के कुछ अधिकारियों ने वहां आकर धमकी दी है।
उन्होंने दावा किया कि नेता के गुंडों ने उनकी परिसंपत्ति पर हमला कर सभी सीसीटीवी कैमरे भी तोड़ दिए हैं। इसलिए उन्होंने हाई कोर्ट की शरण ली है। उनकी 13 दिसंबर की शिकायत पर पुलिस को कार्रवाई करने व उन्हें सुरक्षा मुहैया कराने का निर्देश देने की गुहार लगाई है। याची के वकील ने बताया कि सत्तारूढ़ दल शिवसेना के पार्षद बीएमसी के कुछ कर्मियों के साथ उनके मुवक्किल के घर में घुस आए थे। इसलिए उन्होंने सुरक्षा मांगी है। हालांकि प्रतिवादी ने आरोपों से इनकार किया है। बताया जाता है कि हाईकोर्ट ने इस मामले में दोनों पक्षों की बात सुनी है।