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बिहार: नीतीश कुमार सातवीं बार बने सीएम, डिप्टी सीएम पद के लिए तारकिशोर और रेणुदेवी ने ली शपथ, मायूस नज़र आये सुशील मोदी!

पटना: नीतीश कुमार ने सोमवार को बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण की। राजभवन में आयोजित समारोह में राज्यपाल फागू चौहान ने नीतीश कुमार को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलायी। शाम 4.30 बजे शुरू हुए शपथ ग्रहण समारोह में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा, देवेन्द्र फडणवीस, सुशील मोदी सहित कई अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। नीतीश कुमार के साथ बीजेपी विधानमंडल दल के नेता एवं कटिहार से विधायक तारकिशोर प्रसाद, उपनेता एवं बेतिया से विधायक रेणु देवी ने भी शपथ लिया। बिहार में हाल ही में सम्पन्न विधानसभा चुनाव में एनडीए को 125 सीटें मिलीं, जिसमें नीतीश कुमार की जेडीयू को 43 सीटें मिलीं जबकि बीजेपी को जेडीयू से 31 सीट अधिक (74 सीट) हासिल हुई। शपथ ग्रहण समारोह में कुल 15 सदस्यों ने शपथ ली। इसमें बीजेपी के कोटे से 7, सीएम समेत जेडीयू कोटे से 6 और हम वह वीआईपी के कोटे से एक-एक लोगों ने शपथ ली।

जानें- बीजेपी कोटे से मंत्रिमंडल में शामिल हुए नेताओं के बारे में
तारकिशोर प्रसाद: तारकिशोर प्रसाद को डेप्युटी सीएम का पद दिया गया है। साथ ही उन्हें सरकार में नंबर दो की पोजिशन दी गई है। 64 साल के तारकिशोर प्रसाद 2005 से कटिहार विधानसभा से विधायक हैं। इस बार उन्होंने आरजेडी के राम प्रकाश महतो को करीब 10 हजार मतों से हराया है। तारकिशोर प्रसाद का राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से पुराना रिश्ता रहा है। उनका परिवार मूलरूप से सहरसा जिले के तलखुआ गांव का रहने वाला है। वह कलवार वैश्य समाज से आते हैं जिसे बिहार में पिछड़ा वर्ग का दर्जा प्राप्त है। मूलरूप से व्यापारिक परिवार से जुड़े तारकिशोर प्रसाद के पिता कपड़े की दुकान चलाते हैं। उन्होंने मेडिकल स्टोर का संचालन भी किया है। 2001 में तारकिशोर प्रसाद कटिहार में चैंबर ऑफ़ कॉमर्स के अध्यक्ष भी रहे, वह 12वीं पास हैं।

रेणु देवी: बीजेपी कोटे से नीतीश कैबिनेट में दूसरी उपमुख्यमंत्री रेणु देवी बेतिया से विधायक हैं। वह संघ की महिला विंग दुर्गा वाहिनी की सक्रिय सदस्य हैं। पहले बिहार सरकार में मंत्री का पद संभाल चुकीं रेणु देवी इस बार बेतिया से पांचवीं बार बीजेपी विधायक के तौर पर चुनी गईं हैं। 62 वर्षीय रेणु देवी को बिहार की पहली महिला उप-मुख्यमंत्री चुने जाने के पीछे उनका बड़ा राजनीतिक अनुभव माना जा रहा है। 1977 में मुजफ्फरपुर यूनिवर्सिटी से इंटर पास रेणु देवी 1988 से ही राजनीतिक व सामाजिक कार्यों में सक्रिय रहीं। रेणु की मां भी संघ परिवार से जुड़ी थीं और उनके ननिवाहल में भी बीजेपी और संघ का प्रभाव रहा। 2005-09 के दौरान नीतीश कुमार की कैबिनट में राज्य की खेल, कला एवं संस्कृति मंत्री रह चुकीं रेणु देवी को पार्टी के महिला मोर्चा में कई जिम्मेदारियां दी जा चुकी हैं। रेणु देवी अतिपिछड़ा समाज के नोनिया जाति से आती हैं।

मंगल पांडेय: 45 वर्षीय मंगल पांडे इस वक्त विधान परिषद के सदस्य हैं। इन्हें बीजेपी का कद्दावर नेता माना जाता है। वह सिवान जिले के भृगु बलिया गांव से आते हैं। जब बीजेपी 1987 में बिहार में राजनीतिक जड़े जमाने की कोशिश कर रही थी उस वक्‍त उन्‍होंने आखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (Akhil Bharatiya Vidyarthi Parishad-ABVP) ज्‍वाइन की और फिर आरएसएस से संबंध बन गया। जबकि मंगल पांडे 1989 में बीजेपी में शामिल हुए। 2005 में वह राज्य बीजेपी के महासचिव बने तो 2012 में वे बिहार विधान परिषद के सदस्य बने। सुशील मोदी के करीबी मंगल पांडेय का नाम 2013 में बीजेपी अध्यक्ष के रूप में अचानक सामने आया। वह हिमाचल प्रदेश और झारखंड चुनाव में पार्टी का जिम्मा संभाल चुके हैं।

अमरेंद्र प्रताप सिंह: अमरेंद्र प्रताप सिंह आरा से जीतकर आए हैं। बीजेपी के पुराने नेता हैं। अमरेंद्र पताप सिंह आरा से चौथी बार विधायक चुने गए हैं। बक्सर जिले चौगाई गांव से हैं अमरेंद्र पताप सिंह। वे पूर्व में विधानसभा के डिप्टी स्पीकर भी रह चुके हैं। आरा बक्सर के इलाके में संघ को मजबूत करने में इनका अहम योगदान रहा है।
बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में मधुबनी जिला के विधानसभा क्रम संख्या 37 राजनगर (एससी) सीट पर बीजेपी के रामप्रीत पासवान ने जीत दर्ज की है। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी आरजेडी के रामावतार पासवान को हराया है। रामप्रीत पासवान को कुल 89239 मत प्राप्त हुए हैं, जबकि दूसरे स्थान पर रहे रामावतार पासवान को 69851 मत मिले हैं। राजनगर (एससी) विधानसभा सुरक्षित सीट है। मिथिलांचल के इलाके में एनडीए के अच्छे प्रदर्शन के चलते रामप्रीत पासवान को कैबिनेट में जगह मिली है।

जीवेश मिश्रा: दरभंगा के जाले विधानसभा क्षेत्र से दूसरी बार विधायक चुने गए जीवेश मिश्रा को बीजेपी ने नीतीश कैबिनेट में जगह दिलाई है। ये वही जीवेश मिश्रा हैं जिन्होंने चुनाव में जिन्ना वाले मस्कूर उस्मानी को हराया है। ये वही मस्कूर उस्मानी हैं जो पहले अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी छात्र संघ के अध्यक्ष थे। छात्र संघ का अध्यक्ष रहते उन पर अपने कार्यालय में जिन्ना की तस्वीर लगाने का आरोप लगा था। मिथिलांचल के मुसलमानों को खुश रखने के लिए जीवेश मिश्रा को मंत्री बनाया गया है।

रामसूरत राय: बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में मुजफ्फरपुर जिला के विधानसभा क्रम संख्या 89 औराई सीट पर बीजेपी के रामसूरत राय ने जीत दर्ज की है। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी आफताब आलम को 45283 मतों के अंतर से हराया है। रामसूरत राय को कुल 86289 मत प्राप्त हुए हैं, जबकि दूसरे स्थान पर रहे आफताब आलम को 41006 मत मिले। रामसूरत राय यादव बिरादरी से आते हैं।

मंत्रिमंडल में जातिय संतुलन का रखा गया ख्याल
नीतीश कैबिनेट में जातीय संतुलन का पूरा ध्यान रखा गया है। दरभंगा की जाले विधानसभा सीट से जीवेश मिश्रा (ब्राह्मण), मुजफ्फरपुर की औराई सीट से विधायक रामसूरत राय (यादव), मुधबनी जिले की राजनगर सीट से विधायक रामप्रीत पासवान (दुसाध), आरा विधानसभा सीट से विधायक अमरेंद्र प्रताप (क्षत्रिय), बेतिया से विधायक रेणु देवी (नोनिया), कटिहार विधान सभा से विधायक तारकिशोर प्रसाद (बनिया) और विधान पार्षद (MLC) से मंगल पांडे (ब्राह्मण) मंत्री पद की शपथ ली।

नीतीश कैबिनेट में जेडीयू कोटे के 6 सदस्यों को जगह
जेडीयू कोटे से एनडीए की सरकार में नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाया गया है। इसके अलावा विजय चौधरी, विजेंद्र प्रसाद यादव, अशोक चौधरी, मेवालाल चौधरी और शीला मंडल को मंत्री बनाया गया है। इसके अलावा हम कोटे से एमएलसी संतोष कुमार और वीआईपी कोटे से चुनाव हार चुके पार्टी अध्यक्ष मुकेश सहनी को मंत्री बनाया गया है।

शपथ ग्रहण करने के बाद सीएम नीतीश कुमार ने मीडिया के बात करते हुए सुशील कुमार मोदी को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए कहा कि इसका जवाब बीजेपी से पूछिए। सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि जनता के फैसले के आधार पर एनडीए ने एक बार फिर राज्य में सरकार बनाई है। हम लोग मिलकर साथ काम करेंगे और लोगों की सेवा करेंगे। बिहार की नई सरकार में सुशील मोदी के उपमुख्यमंत्री ना बनने के सवाल पर नीतीश ने कहा कि यह फैसला भारतीय जनता पार्टी का है कि उन्हें डेप्युटी सीएम न बनाया जाए। इस बारे में आप उनसे (बीजेपी) ही पूछिए। हमारा बीजेपी के साथ गठबंधन है, हम लोग मिलकर काम करते हैं, मिलकर काम करेंगे।

सुशील मोदी को दी जाएगी नई जिम्मेदारी: फडणवीस
बीजेपी के बिहार चुनाव प्रभारी बनाए गए देवेंद्र फडणवीस ने मीडिया के बात करते हुए कहा कि हम बहुत खुश हैं। बिहार में NDA को शानदार जीत मिली। यह सरकार अगले 5 वर्षों तक चलेगी और बिहार को आगे ले जाएगी। वहीं सुशील मोदी के सवाल पर फडणवीस ने कहा कि सुशील मोदी जी बिल्कुल परेशान नहीं हैं। वह हमारे लिए एक संपत्ति जैसे है। पार्टी उनके बारे में सोचेगी और उन्हें एक नई जिम्मेदारी दी जाएगी।

मायूस नज़र आये सुशील मोदी
बिहार के उपमुख्यमंत्री रहे सुशील मोदी इस बार डेप्युटी सीएम न बनाए जाने के बाद काफी मायूस नजर आ रहे हैं। उन्होंने सोमवार को खुद ही ट्वीट कर जानकारी दी थी कि मुझे पार्टी ने 40 सालों तक बहुत सम्मान दिया है। लेकिन इस बार सुशील मोदी को बिहार सरकार में जगह नहीं मिली है। उसके बाद से ही सुशील मोदी सार्वजनिक कार्यक्रमों में नजर नहीं आए हैं।