दिल्लीब्रेकिंग न्यूज़महाराष्ट्रमुंबई शहरराजनीतिशहर और राज्य

बेटी बोली- मेरे पिता निडर होकर बोलते हैं, इसलिए ईडी और एनसीबी हमारे पीछे है…

मुंबई: महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक को मुंबई के जेजे अस्पताल में भर्ती किया गया है। बता दें कि एनसीपी नेता और महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक को ईडी कार्यालय से सुबह मेडिकल जांच के लिए भेजा गया था। नवाब मलिक, दाऊद इब्राहिम मनी लान्ड्रिंग मामले में 3 मार्च तक प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की हिरासत में हैं।
अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम से जुड़े मनी लान्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा राकांपा नेता और महाराष्ट्र अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री नवाब मलिक की गिरफ्तारी का विरोध करते हुए राज्य के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार और अन्‍य मंत्रियों ने गुरुवार को धरना दिया था। नवाब मलिक को बुधवार की रात ईडी की हिरासत में बितानी पड़ी थी। गुरुवार को मुंबई की एक अदालत ने राकांपा नेता और मंत्री नवाब मलिक की याचिका पर ईडी की हिरासत के दौरान घर का बना खाना और उनकी दवाएं लेने की अनुमति दे दी। कोर्ट ने कहा कि अब पूछताछ के दौरान उसके वकील भी मौजूद हो सकेंगे।इसके साथ ही अदालत ने पूछताछ के दौरान उनके वकील को इतनी दूरी पर मौजूद रहने की इजाजत दी है जहां से मलिक दिखाई देते रहें, लेकिन उनकी आवाज सुनाई न दे।पूछताछ के दौरान वकील आरोपित से कोई बातचीत नहीं कर सकेगा और न किसी भी तरह जांच में हस्तक्षेप करेगा।

बेटी बोली- मेरे पिता निडर होकर बोलते हैं, इसलिए ईडी और एनसीबी हमारे पीछे है…
नवाब मलिक की बेटी नीलोफर मलिक ने गुरूवार को कहा कि मेरे पिता निडर होकर बोलते हैं, इसलिए ईडी और एनसीबी हमारे पीछे हैं। मुझे यकीन है कि मेरे पिता बाहर आएंगे, यह न्यायिक लड़ाई है और हम लड़ेंगे। हम पिछले दो-तीन महीनों से सुन रहे हैं कि ईडी आएगा और हमारे पिता (नवाब मलिक) ने हमें सावधान रहने के लिए कहा था, लेकिन हमने सब कुछ ठीक किया है। हर मुसलमान जो एक्टिविस्ट की तरह सार्वजनिक रूप से रहा है, कुछ लोगों द्वारा डी-कंपनी से जुड़ा हुआ है जो मुसलमानों के रूप में हमारे लिए बहुत अनुचित है। इस बीच, नवाब मलिक की बहन सईदा खान ने कहा कि गिरफ्तारी के बाद हम कोर्ट गए थे, जहां उनसे मुलाकात हुई थी। आरोप तो किसी के ऊपर भी लगा दिए जाते हैं, आरोप सिद्ध नहीं हुए हैं। उन्होंने अब तक कोई सुबूत पेश नहीं किए हैं। ये कानूनी लड़ाई है और हम कानून के माध्यम से लड़ेंगे और जीतेंगे।