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मनी लॉन्ड्रिंग मामला: पूछताछ के बाद ED की हिरासत में संजय राउत, जल्द किये जा सकते हैं गिरफ्तार

मुंबई,(राजेश जायसवाल): प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मनीलॉन्ड्रिंग के एक मामले में शिवसेना नेता एवं सांसद संजय राउत को हिरासत में ले लिया है। राउत से आज सुबह 7 बजे से पात्रा चॉल जमीन घोटाला मामले को लेकर ईडी पूछताछ ईडी कर रही थी।
दरअसल, आज सुबह 7 बजे ईडी की एक टीम राउत के भांडुप स्थित ‘मैत्री आवास’ पर पहुंची थी। एजेंसी की टीम आवास पर पहुंची तो राउत और उनके भाई सुनील राउत के कमरों की तलाशी ली गई। खबर यह भी है कि ईडी की टीम ने उनके परिवार से भी पूछताछ की है।
गौरतलब हो कि ईडी ने पात्रा चाल भूमि घोटाले में शिवसेना नेता संजय राउत के खिलाफ कई समन जारी किए थे और 27 जुलाई को पूछताछ के लिए तलब भी किया था।

मुंबई में मनी लॉन्ड्रिंग मामले में संजय राउत के घर हुई छापेमारी के साथ ही सियासी बयानबाजी का भी दौर शुरू है। बीजेपी नेताओं की तरफ से लगातार इस मामले में बयान सामने आ रहे हैं। इसी क्रम में केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे ने लालू प्रसाद यादव का जिक्र कर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि इस एक्शन का राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है। रावसाहेब दानवे ने औरंगाबाद में पत्रकारों से बातचीत के दौरान यह प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि CBI और ED स्वतंत्र काम करती है। इससे राजनीति का कोई लेना-देना नहीं है। ऐसी कार्रवाई केवल आज नहीं हुई है। लालू प्रसाद यादव पर भी हुई थी जब हमारी सरकार नहीं थी।
दानवे से पहले बीजेपी नेता और बिहार सरकार में मंत्री शाहनवाज हुसैन ने भी इस मामले पर बयान दिया है। उन्होंने कहा कि ED अपना काम कर रही है। संजय राउत हों या कोई भी, गड़बड़ करेंगे तो ED वहां पहुंचेगी और आपसे सवाल-जवाब करेगी। इसमें इतना हाय तौबा क्यों मचाया जा रहा है।
वहीं इस बात की खबर मिलते ही संजय राउत के सैकड़ों समर्थक उनके घर के बाहर जमा हो गए और नारेबाजी करने लगे। इसी बीच संजय राउत का एक वीडियो भी सामने आया है। जिसमें वे खिड़की से अपने समर्थकों के लिए हाथ हिलाते नजर आ रहे हैं।
ख़ास बात यह है कि ईडी ने जब राउत के आवास पर छापा मारा तो उन्होंने लगातार कई ट्वीट किये हैं। उन्होंने केंद्र पर हमला बोलते हुए कहा कि महाराष्ट्र और शिवसेना की लड़ाई जारी रहेगी। साथ ही राउत ने कहा कि झूठी कार्रवाई…झूठे सबूत। मैं शिवसेना नहीं छोड़ूंगा। अगर मैं मर भी जाऊं तो भी मैं आत्मसमर्पण नहीं करूंगा। जय महाराष्ट्र

ईडी हिरासत में संजय राउत
ईडी सूत्रों ने बताया कि संजय राउत पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहे थे इसलिए उन्‍हें हिरासत में लेना पड़ा है। रिपोर्ट के मुताबिक, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मुंबई में भूमि घोटाला मामले में शिवसेना नेता संजय राउत के आवास पर छापेमारी की और 7 घंटों की तलाशी और पूछताछ के बाद उन्हें हिरासत में ले लिया गया। ईडी के अधिकारी राउत को हिरासत में लेने के बाद अपने साथ ले गए। माना जा रहा है कि ईडी जल्‍द उन्‍हें इस मामले में गिरफ्तार भी कर सकती है, इसके बाद उन्‍हें अदालत में पेश किया जाएगा।

लोग डर और धमकियों के कारण जा रहे भाजपा के साथ
संजय राउत मामले पर शिवसेना प्रमुख व पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने भी बयान दिया है। उन्होंने एकनाथ शिंदे के पार्टी तोड़कर जाने और भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाने पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि लोग डर और धमकियों के कारण उधर जा रहे हैं। ईडी संजय राउत के घर के बाहर है। उद्धव ठाकरे ने संजय राउत के गिरफ्तार होने का अंदेशा भी जताया है। उन्होंने कहा कि ये बेशर्म साजिश है।

सीएम शिंदे बोले- केंद्र के डर से ईडी कर रही है काम…तो सुप्रीम कोर्ट एक्शन लें
संजय राउत के घर हुई छापेमारी और उन्हें हिरासत में लिए जाने के बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा है कि यदि केंद्र के डर से ईडी काम कर रही है तो सुप्रीम कोर्ट को एक्शन लेंना चाहिए। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे औरंगाबाद के दौरे पर हैं। औरंगाबाद में एक संवाददाता सम्मेलन में बोलते हुए उन्होंने संजय राउत के खिलाफ ईडी की कार्रवाई पर यह टिप्पणी की।

संजय राउत को थी गिरफ्तारी की आशंका
ईडी की जांच को लेकर संजय राउत ने एक दिन पहले ही कहा कि ये भी राजनीति है। पार्टी का संघर्ष चल रहा है, जो मेरे पीछे जांच लगाई गई है वो पार्टी के संघर्ष की वजह से है। ये चाहते हैं कि मैं पार्टी के साथ ना रहूं। कल तक जो हमारे साथ थे, खाते-पीते थे, वो तो भाग गए। सब एजेंसी के डर से भागे हैं। पार्टी को तोड़ने की कोशिश की जा रही है। कुछ लोग भ्रम में हैं, लेकिन मैं उनको बता दूं कि मेरी गिरफ्तारी भी होती है…तो भी पार्टी नहीं टूटेगी। हमारी पार्टी और मजबूत होगी। पूरा महाराष्ट्र ये खेल देख रहा है। गिरफ्तारी की आशंका पर उन्होंने कहा कि मेरा कोई केस ही नहीं है, लेकिन अगर कोई चाहता है तो आप कर ही क्या सकते हो?

विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार पर बोला हमला
इस मामले में विपक्ष ने केंद्र सरकार पर जोरदार हमला बोला है। महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता अजीत पवार ने हैरानी जताई कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) बार-बार शिवसेना सांसद संजय राउत से पूछताछ क्‍यों कर रहा है?
वहीं कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) सभी विपक्षी दलों को चुप करना चाहती है।

शरद पवार बोले- भाजपा का घमंड जनता करेगी चूर
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार ने कहा है कि भाजपा को सत्ता का घमंड हो गया है। उसका यह घमंड देश की जनता ही चूर करेगी। शनिवार को पवार ने यह बात धुले में अपने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कही।
शरद पवार ने कहा कि केंद्र में पूर्ण बहुमत की सरकार होने के कारण भाजपा को घमंड हो गया है। लेकिन यदि देश की आम जनता उसके खिलाफ एकजुट हो जाए तो उसके दिन गिनती के रह जाएंगे। पवार ने ब्रिटिश शासन का उदाहरण देते हुए कहा कि अंग्रेजों के राज में ‘सूर्यास्त’ नहीं होता था। लेकिन जब जनता उनके खिलाफ एकजुट हो गई, तो उन्हें देश छोड़कर भागना पड़ा।
पूर्व केंद्रीय मंत्री पवार ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के मुद्दे पर संसद में हुई कहासुनी का जिक्र करते हुए सत्तारूढ़ दल के सांसदों द्वारा किए गए व्यवहार की निंदा की। उन्होंने कहा कि श्रीमती सोनिया गांधी एक भाजपा सांसद के पास सिर्फ यह पूछने गई थीं कि उनके एक साथी द्वारा की गई किसी टिप्पणी पर उनका नाम क्यों घसीटा जा रहा है? लेकिन इसी बात पर उनके साथ अभद्रता की गई। यह भाजपा का घमंड है, जिसके कारण वे आपकी जिस बात से सहमत नहीं होते, उस पर आपके विरुद्ध बड़े से बड़ा कदम भी उठा सकते हैं।

…तो लोकतंत्र का क्या होगा?
महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी की आलोचना करते हुए वरिष्ठ मराठा नेता पवार ने कहा कि पूर्व ने पिछले दो वर्षों से विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव की अनुमति नहीं दी, लेकिन नई सरकार के सत्ता में आने के दो दिनों में इसकी अनुमति दी। पवार ने कहा, अगर राज्यपाल का ऐसा आचरण है तो लोकतंत्र का क्या होगा? किसी भी कीमत पर लोकतंत्र और संविधान की रक्षा करना हमारा कर्तव्य है। आगे उन्होंने कहा कि राज्यपाल कोश्यारी के बारे में कुछ कहना मुश्किल है। इससे पहले भी उन्होंने महात्मा जोतिबा फुले और सावित्रीबाई फुले के बारे में एक भयानक बयान दिया था। अब भी उन्होंने इसे अलग तरह से दोहराया है।

एनसीपी प्रमुख पवार ने राज्यपाल कोश्यारी पर तंज कसते हुए कहा है कि उनकी टोपी और दिल के रंग में ज्यादा अंतर नहीं है। गौरतलब है कि उत्तराखंड के रहने वाले भगत सिंह कोश्यारी ज्यादातर काले रंग की ‘टोपी’ पहने नज़र आते हैं।
पत्रकारों से बात करते हुए पवार ने कहा कि महाराष्ट्र ने सभी धर्मों, जातियों, भाषाओं आदि के लोगों को साथ लिया है। मुंबई की प्रगति आम नागरिकों की कड़ी मेहनत के कारण हुई है। पवार ने आरोप लगाया कि कोश्यारी ने पहले समाज सुधारकों महात्मा ज्योतिबा फुले और सावित्रीबाई फुले के बारे में भी आपत्तिजनक टिप्पणी की थी।

बता दें कि राज्यपाल कोश्यारी ने शुक्रवार को अंधेरी में मारवाड़ी समाज के एक चौक नामकरण के कार्यक्रम में कहा था कि महाराष्ट्र से, खासतौर पर मुंबई और ठाणे से गुजराती और राजस्थानी समाज के लोग दूर जाने का फैसला कर लें, तो मुंबई देश की आर्थिक राजधानी नहीं रह जाएगी। राज्‍यपाल कोश्यारी ने यह बात राजस्थानी और गुजराती समाज के लोगों के व्यावसायिक कौशल की तारीफ में कही थी, लेकिन शिवसेना ने इसे राजनीतिक मुद्दे के तौर पर उछाल दिया।
शिवसेना प्रमुख और महाराष्‍ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने शनिवार को राज्यपाल पर हमला बोलते हुए कहा था कि अब समय आ गया है कि उन्हें घर भेज दिया जाए। उन्‍होंने यह भी कहा था कि राज्यपाल को कोल्हापुरी चप्पल दिखाने की जरूरत है। वहीं, बयान पर बवाल बढ़ता देख राज्यपाल कोश्यारी ने कहा कि मैंने सिर्फ गुजराती एवं राजस्थानी लोगों के योगदान को रेखांकित करते हुए अपनी बातें कही थी। मेरे बयान का मतलब मराठी लोगों का अपमान करना नहीं था। मुंबई तो महाराष्ट्र का गौरव है।

बचाव की मुद्रा में आए CM शिंदे
विपक्षी दलों की तीखी प्रतिक्रियाओं ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को बचाव की मुद्रा में ला दिया है। मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि ये राज्यपाल के निजी विचार हैं। हम उनके बयानों का समर्थन नहीं करते। राज्यपाल को संविधान की नैतिकता का ध्यान रखते हुए ही बोलना चाहिए। हम मुंबई के लिए मुंबईवासियों एवं मराठी लोगों के योगदान को कभी नहीं भूल सकते।

भाजपा विधायक आशीष शेलार ने कहा कि पार्टी राज्यपाल के बयान से जरा भी सहमत नहीं है। महाराष्ट्र एवं मुंबई मराठी लोगों के परिश्रम एवं बलिदान से बनी है। किसी को इस पर अंगुली उठाने का प्रयत्न नहीं करना चाहिए। उद्धव ठाकरे द्वारा राज्यपाल से माफी मंगवाने पर शेलार ने कहा कि शुरुआत खुद उनको करनी चाहिए। 25 वर्षो से मुंबई महानगरपालिका में सारे ठेके गैरमराठियों को दिए जा रहे हैं।

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) अध्यक्ष राज ठाकरे ने कहा है कि चुनाव नजदीक आते देख किसी को अफवाहें नहीं फैलानी चाहिए। हम इतने नादान नहीं हैं कि आपकी हर बात पर भरोसा कर लेंगे।