दिल्लीब्रेकिंग न्यूज़महाराष्ट्र

महाराष्ट्र सरकार VS राणा दंपती: उद्धव ठाकरे ने अपनी ना मर्दानगी दिखाई; आज बालासाहेब होते तो उन्हें बहुत दुःख होता!

नयी दिल्ली/मुंबई: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के आवास ‘मातोश्री’ के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ने की घोषणा पर देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किए गए राणा दंपती ने फिर से सीएम उद्धव ठाकरे पर निशाना साधा है। फिलहाल, जमानत पर रिहा सांसद नवनीत राणा और उनके विधायक पति रवि राणा ने दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की है। कॉन्फ्रेंस के दौरान विधायक रवि राणा ने कहा कि एक महिला सांसद को जेल में डालकर उद्धव ठाकरे ने अपनी ना मर्दानगी दिखाई है। आज अगर बालासाहेब ठाकरे होते तो यह देखकर उन्हें बहुत दुःख होता।
राजद्रोह के आरोप पर बात करते हुए रवि राणा ने कहा, हनुमानजी का नाम लेने की वजह से हम पर राजद्रोह सेक्शन लगाया, लेकिन इस कानून की समीक्षा केंद्र सरकार करेगी। मोदी सरकार को मैं धन्यवाद करता हूं। नवनीत राणा 23 तारीख को संसद की प्रिविलेज कमेटी के सामने हाजिर होंगी। वे उन्हें अपनी गिरफ्तारी में मुंबई पुलिस कमिश्नर और मुख्यमंत्री का रोल बताएंगी।

इन्होंने बालासाहेब के विचारों को मार डाला!
रवि राणा ने आगे कहा कि बालासाहेब ने हिंदुत्व को मजबूत करने के लिए काम किया। आप ब्रिटिश कानून का इस्तेमाल धर्म का प्रचार करने वालों, राम के नाम का जाप करने वालों को कैद करने के लिए कर रहे हैं। बालासाहेब शिवसेना का मुख्यमंत्री बनाना चाहते थे। आपने नरेंद्र मोदी के नाम पर वोट मांगा। आपको लोकसभा में सांसद मिले और विधानसभा में विधायक मिले। मोदी के नाम पर आपने वोट बटोरे। महाविकास अघाड़ी का हिस्सा बनकर आपने बालासाहेब ठाकरे के विचारों को मार डाला।

अब दिल्ली में होगी हनुमान चालीसा
रवि राणा ने आगे कहा कि महाविकास अघाड़ी के साथ सत्ता स्थापित करके उद्धव ठाकरे ने सभी शिवसैनिकों को अनाथ कर दिया है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि शिवसेना 14 अप्रैल को एक सभा करने जा रही है, इसके विरोध में राणा दंपती दिल्ली के एक हनुमान मंदिर में हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे। उन्होंने आगे कहा कि उद्धव ठाकरे एक मर्द की तरह व्यवहार नहीं कर रहे हैं।

उद्धव को चुनाव लड़ने की दी चुनौती
अमरावती की निर्दलीय सांसद नवनीत राणा ने सीएम उद्धव ठाकरे को चुनौती देते हुए कहा, उद्धव ठाकरे जी आपको जहां से चुनाव लड़ना है बता दीजिए मैं भी वहीं से चुनाव लड़ूंगी। नवनीत राणा ने आगे कहा, मैं और रवि राणा जी 14 मई को शनिवार के दिन सुबह 9 बजे दिल्ली के कनॉट प्लेस स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर में महाआरती करेंगे ताकि महाराष्ट्र में जो उद्धव सरकार के चलते संकट है वो दूर हो।
नवनीत राणा यहीं नहीं चुप हुईं उन्होंने उद्धव ठाकरे पर हमला जारी रखते हुए कहा, जिन महान नेताओं ने स्वतंत्रता संग्राम में भाग लिया था उनके खिलाफ अंग्रेजों ने राष्ट्रद्रोह की धारा लगाई थी। संसद मे राष्ट्रद्रोह कानून पर अगर बदलाव के लिए बिल लाया जाता है तो मैं उसका समर्थन करूंगी। हम लड़ने वालों में हैं, डरने वालों में नहीं। मैं 23 मई को विशेषाधिकार समिति के सामने अपनी बात रखूंगी।

उद्धव ठाकरे की मेडिकल रिपोर्ट सार्वजनिक हो
नवनीत राणा ने आगे कहा कि मैं सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करती हूं। उद्धव ठाकरे गिर सकते हैं अपनी कुर्सी के लालच में लेकिन मैं उनसे पूछती हूं कि वो दो साल से अपने कार्यालय नहीं गए हैं। उद्धव ठाकरे अपनी मेडिकल से जुड़ी सारी जानकारी सार्वजनिक करें और मैं भी एक महिला होने के नाते अपनी पूरी मेडिकल रिपोर्ट दूंगी।

भ्रष्टाचार की लंका है बीएमसी!
साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए रवि राणा ने कहा, मेरा मुंबई में एक ही फ्लैट है, वो मेहनत से कमाया है। संजय राऊत के 10 फ्लैट हैं। मेरा वर्ष 2005 का फ्लैट है। अब 15 सालों बाद नोटिस दी जा रही है। बृहन्मुंबई महानगरपालिका भ्रष्टाचार की लंका है।
बता दें कि मुंबई के खार में 8वीं मंजिल पर बने फ्लैट में बालकनी की हिस्सा बढ़ाने से लेकर बीएमसी ने राणा को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। बीएमसी की एक टीम ने सोमवार को उनके घर में जाकर निरीक्षण किया जिसमें उन्हें 10 खामियां मिली हैं। नवनीत राणा और उनके पति रवि राणा अगर अवैध निर्माण को लेकर जवाब देने में नाकाम रहते हैं तो बीएमसी कड़ी कार्रवाई कर सकती है। अवैध निर्माण गिराने का सारा खर्चा भी राणा दंपती से ही वसूला जाएगा।

लोगों की जान बचाने वालों को दी जा रही धमकियां!
रवि राणा ने आगे कहा कि जेल प्रशासन मुख्यमंत्री के प्रेशर में था। शिवसेना कार्यकर्ता को मुख्यमंत्री ने कभी हेल्प नहीं किया। मुख्यमंत्री अंग्रेजों के कानून का उपयोग कर रहे हैं। लीलावती अस्पताल पर बीएमसी की नोटिस देना गलत है। जिन डॉक्टरों ने लोगों की जान बचाई, उन्हें शिवसेना धमकियां दे रही है।