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महाराष्ट्र: सीएम उद्धव ठाकरे बोले- लोग करें गाइडलाइन का पालन, नहीं तो लॉकडाउन ही विकल्प

मुंबई: कोरोना संक्रमण के एक बार फिर बेकाबू होने के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने लॉकडाउन को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने शुक्रवार को कहा कि संक्रमण को नियंत्रण में लाने के लिए लॉकडाउन एक विकल्प है, क्योंकि यहां केसों में चिंताजनक उछाल है। गुरुवार को ही महाराष्ट्र में 25,833 संक्रमित मिले हैं। महामारी की शुरुआत के बाद से पहली बार 24 घंटे में इतने लोग संक्रमित पाए गए हैं।
कोरोना केसों की बेहद तेज रफ्तार पर चिंता जाहिर करते हुए सीएम ठाकरे ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि राज्य में हालात गंभीर होते जा रहे हैं। लॉकडाउन की संभावना को लेकर उन्होंने कहा, मैं आगे लॉकडाउन को एक विकल्प के रूप में देखता हूं। लेकिन मैं राज्य के लोगों पर भरोसा करता हूं कि वे सहयोग (कोविड-19 नियमों के पालन में) करेंगे, जैसे उन्होंने पहले किया था।
हालांकि, उद्धव ठाकरे ने यह भी कहा कि अब वायरस से लड़ने के लिए वैक्सीन भी है, जोकि पहले नहीं था। उद्धव ने कहा, पिछले साल जब महामारी की शुरुआत हुई, वायरस से लड़ने के लिए कुछ नहीं था। लेकिन अब कम से कम हमारे पास वैक्सीन है। ठाकरे ने कहा कि अब प्राथमिकता यह है कि सभी का टीकाकरण किया जाए। उन्होंने लोगों से बिना किसी डर टीका लगवाने की भी अपील की।
मुख्यमंत्री ने कहा, ऐसे कुछ मामले सामने आए हैं, जहां टीका लगने के बाद भी कोरोना संक्रमण हुआ, लेकिन ये जानलेवा नहीं होता।

महाराष्ट्र में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच राज्य सरकार ने शुक्रवार को थियेटर और सभागारों में आने वाले लोगों की संख्या सिमित रखने का आदेश दिया है। सरकार ने इनसे कहा है कि 31 मार्च तक ये 50 फीसदी क्षमता के साथ ही संचालन कर सकते हैं। शुक्रवार को सरकार की ओर से इसी तरह की जारी एक अधिसूचना में निजी दफ्तरों में सिर्फ 50 फीसदी स्टाफ बुलाने को कहा है। स्वास्थ्य और जरूरी सेवा वाले कार्यालयों को इससे बाहर रखा गया है। सरकारी और अर्ध सरकार कार्यालयों के मामले में यह कहा गया है कि कार्यालय के प्रमुख, कर्मचारियों की मौजूदगी के संबंध में निर्णय लेंगे और कोविड-19 के संबंध में जारी दिशा-निर्देशों का पालन कराना सुनिश्चित करेंगे।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी किए गए आंकड़े कोरोना की दूसरी लहर के स्पष्ट संकेत दे रहे हैं। बीते 24 घंटों के दौरान 39,726 नए मामले पाए गए हैं। इससे पहले पिछले साल 29 नवंबर को इससे अधिक 41,810 नए केस मिले थे। इस दौरान 154 और लोगों की मौत भी हुई है। इसके साथ ही कुल संक्रमितों का आंकड़ा एक करोड़ 15 लाख 14 हजार को पार कर गया है। इनमें से एक करोड़ 10 लाख 83 हजार से अधिक मरीज पूरी तरह से संक्रमण मुक्त भी हो चुके हैं और 1,59,370 लोगों की जान जा चुकी है।
मंत्रालय के मुताबिक सक्रिय मामलों में लगातार नौ दिनों से वृद्धि हो रही है। वर्तमान में कुल सक्रिय माले 2,71,282 हैं, जो कुल मामलों का 2.36 फीसद है। बीते 24 घंटों में ही 18,918 सक्रिय मामले बढ़े हैं। नए मामलों के बढ़ने से मरीजों के उबरने की दर में गिरावट आ रही है और यह 96.26 फीसद पर आ गई है, जबकि मृत्युदर 1.38 फीसद पर है।
केंद्र सरकार ने बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्यों को मरीजों की पहचान, 72 घंटों के भीतर उनके संपर्क में आए कम से कम 20 लोगों की पहचान और उनके बेहतर इलाज पर खास ध्यान देने की सलाह दी है।