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मां अन्नपूर्णा के दरबार में खजाने के लिए उमड़ां भक्तों का सैलाब

बनारस / काशी , ( अमन जायसवाल) : बाबा विश्वनाथ को भी अन्न की भिक्षा देने वाली मां अन्नपूर्णा के दरबार में पट खुलते ही सोमवार को खजाने पाने के लिए भक्त उमड़ पड़े। इससे पहले धनतेरस त्यौहार के मौके पर सुबह चार बजे मां के मंदिर में महंत रामेश्वर पुरी ने खजाने की पूजा-अर्चना की। इस दौरान परिवहन मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने भी मां अन्नपूर्णा के दरबार में मत्था टेका। यहां उन्होंने विधि विधान से पूजन अर्चन भी किया।

सोमवार को मां अन्नपूर्णा के दरबार के पट चार दिनों के लिए खुल गए। चारों दिनों भक्त दर्शन कर सकेंगे। इसी क्रम में सोमवार को पहले दिन धनतेरस पर भक्तों को (धान का लावा व सिक्का) का खजाना मिल रहा है।
माता दरबार में 301 साल पहले शुरू इस परंपरा के तहत भक्तों में वितरण के लिए 50 पैसे के साढ़े तीन लाख सिक्के मंगाए गए हैं। भक्तों की संख्या को को लेकर गोदौलिया से लेकर मंदिर तक जाने के लिए बल्लियां लगाकर पहले ही तैयारियां कर ली गई थी। रविवार की रात से ही लोगों की भीड़ लगनी शुरू हो गई थी।

धनतेरस पर धन की देवी मां लक्ष्मी और भगवान कुबेर की पूजा होती है। ज्योतिष साधना केन्द्र की ज्योतिषाचार्य डॉ. शलिनि कृष्ण खरे ने बताया कि इस धनतेरस पर पूजा का शुभ मुहूर्त सायंकाल 6 बजकर 10 मिनट से लेकर रात आठ बजकर छह मिनट तक है।
वहीं दूसरा मुहूर्त रात्रि 12.38 से लेकर 2.52 तक है। दोनों ही स्थित लग्न है इसलिए इस समय पूजा करना विशेष फलदायी होता है। घनतेरस पर कुबेर और लक्ष्मी के मंत्रों का जाप करना भी फलदायी माना गया है। इसे कम से कम 3 या फिर 7 माला जाप करना चाहिए।
बता दें कि आज से पंच दीपोत्सव पर्व का शुभारंभ हो जाएगा। इस दीपोत्सव में पहले दिन धनतेरस पर जहां निरोगी काया के लिए आयुर्वेद के प्रवर्तक धनवंतरी भगवान की पूजा की जाती है। वहीं लोग सोना चांदी बर्तन आदि की खरीदारी करना शुभ मानते हैं।