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मुंबई: कोरोना मरीजों को दी जाने वाली ‘रेमडेसिवीर’ की किल्लत, ब्लैक में 30,000 की बिक रही है सूई!

मुंबई: कोरोना वायरस (कोविड-19) ने पूरी दुनिया में हाहाकार मचा रखा है. ऐसे में सभी देश इससे बचने के लिए वैक्सीन बनाने में जुटे हैं. कोविड-19 की कई वैक्सीन मार्किट में लांच भी हो चुकी हैं. परन्तु कोरोना मरीजों के लिए सबसे असरकारक दवाई ‘रेमडेसिवीर’ उपलब्ध नहीं हो पा रही है. इसे अमेरिकी फार्मास्युटिकल गिलियड साइंसेज द्वारा बनाया गया है. रेमडेसिवीर एक न्यूक्लियोसाइड राइबोन्यूक्लिक एसिड (RNA) पोलीमरेज़ इनहिबिटर इंजेक्शन है. इसका निर्माण सबसे पहले वायरल रक्तस्रावी बुखार इबोला के इलाज के लिए किया गया था.

मुंबई के नानावटी अस्पताल के फार्मेसी हेड से बात करने पर पता चला कि उनके पास 100 मरीज कोरोना पॉजिटिव एडमिट किये गए हैं. पर यह दवा उनके पास अब नही हैं. इसे पाने के लिए एडवांस में पैसे दे दिए गए हैं. बीएमसी, कोविड टास्क टीम, ड्रग कंट्रोलर विभाग सभी के अनुसार दवा की भारी किल्लत है.
यह सप्लाई करनेवाली हेटेरो इंटरनेशनल, रॉयल डिस्ट्रीब्यूटर, नेक्सस डिस्ट्रीब्यूटर्स सभी ने दो टूक शब्दों में इसके उपलब्ध न होने की जानकारी दी है.
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन को इसकी जानकारी ट्वीट के माध्यम से दी गई है.
एक तरफ महाराष्ट्र सरकार ‘मिशन बिगिन अगेन’ का आगाज़ कर रही है, दूसरी तरफ कोरोना पर असरदार दवा ही अस्पतालों में उपलब्ध नहीं है.
इसके एक डोज की कीमत 5400 रुपये है, ब्लैक मार्किट में 30 हजार में बड़ी मुश्किल से मिल पा रही है. वह भी तब जब आपके पास उच्च स्तर के खास संबंध हों, तभी यह संभव है. यही महानगर की जमीनी सच्चाई है.
देश की सबसे धनी महानगरपालिका (बीएमसी) ने भी अब साफ कर दिया है ‘रेमडेसिवीर’ दवा के लिए जरूरतमंदों को परेशान होने की जरूरत है. बीएमसी ने कहा है कि मुंबई को आवंटित हुई दवा की पहली खेप का 75 फीसदी हिस्सा शहर पहुंच चुका है. इससे 1000 से ज्यादा मरीजों को फायदा पहुंचेगा.
कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या की वजह से शहर के उन अस्पतालों में इस दवा की काफी जरूरत पड़ रही थी. शहर के कई निजी अस्पताल भी रेमडेसिवीर दवा की कमी की शिकायत कर रहे थे.

जरूरतमंद रोगियों को मुफ्त मिलेगी दवा: बीएमसी
बीएमसी आयुक्त इकबाल सिंह चहल ने कहा कि जरूरतमंद रोगियों को ये दवा मुफ्त में दी जाएगी, जबकि मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन जैसे की ठाणे में स्थित अस्पताल को ये दवा खरीदनी पड़ेगी.

कालाबाजारी पर नजर
आयुक्त चहल से जब पूछा गया कि संकट काल में भी कुछ लोग इस दवाई की ब्लैक मार्केटिंग कर रहे हैं तो उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों पर निगाह रखी जा रही है, और पकड़ में आने पर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

चेकिंग के बाद ही मिलेगी रेमडेसिवीर
इकबाल सिंह ने कहा कि हर अस्पताल को उन मरीजों की ऑनलाइन जानकारी देनी पड़ेगी जिन्हें इस दवा की जरूरत है, इसके बाद इन मरीजों की जानकारी चेक की जाएगी, पुष्टि होने पर ही इन्हें रेमडेसिवीर दी जाएगी. उन्होंने कहा कि मरीजों को दवा की एक निश्चित खुराक ही दी जाएगी, क्योंकि अभी सप्लाई में काफी दिक्कत है.

वहीं मरीजों का कहना है कि रेमडेसिवीर इंजेक्शन को मंजूरी मिले 2 सप्ताह से ज्यादा हो गए, लेकिन कोरोना मरीजों की जिंदगी बचाने वाली ये दवा अभी तक बाजार में उपलब्ध नहीं हो पाई है.

रिपोर्ट के मुताबिक 100 मिलीग्राम के रेमडेसिवीर इंजेक्शन की कीमत ब्लैक में 30 हजार रुपये बताई जा रही है. ये इस दवा के खुदरा मूल्य से 6 गुना ज्यादा है. बीएमसी ने हैदराबाद की कंपनी Hetero healthcare को इस दवा की 15 हजार यूनिट का ऑर्डर दिया है.

आपातकालीन स्थिति में रेमडेसिवीर के इस्तेमाल को मंजूरी
स्वास्थ्य मंत्रालय ने 13 जून को सीमित इस्तेमाल के तहत आपातकालीन स्थिति में रेमडेसिवीर के इस्तेमाल को मंजूरी दे दी थी. हालांकि यह दवा किडनी, लीवर की बीमारियों से जूझ रहे लोगों, गर्भवती महिला, स्तनपान कराने वाली महिला और 12 साल से कम उम्र के बच्चे नहीं दी जानी है.

वहीं हाईड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन के बारे में मंत्रालय ने सलाह दी है कि इस दवा का उपयोग बीमारी की शुरूआती इलाज में हो, गंभीर रूप से बीमार व्यक्ति को यह ना दी जाए.

कोरोना मरीजों के इलाज की बात करें तो जहां मरीजों पर प्लाज्मा थेरेपी और हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन का प्रयोग हो रहा है.

देश में कोरोना की स्थिति
भारत में कोरोना मरीजों की स्थिति इस प्रकार 7,19,665 है. आज 22,252 मरीजों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है. स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, भारत में इस बीमारी के चलते अब तक 20,160 मरीजों की मौत हो चुकी है, जिसमें से आज 467 मरीजों की मौत हो गई. अभी तक भारत में 4,39,948 कोरोना मरीज ठीक भी हुए हैं, जिसमें से आज 15,515 मरीज स्वस्थ हुए हैं.

महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमितों की संख्या 2 लाख 11 हजार के पार
महाराष्ट्र में भी संक्रमितों का आंकड़ा चौकाने वाला साबित हो रहा है. हालांकि रिकवरी रेट में काफी सुधार आया है. महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के 211987 मामले हो गए हैं. राज्य में बीते 24 घंटे में 5368 केस सामने आए जिसके बाद ये आंकड़ा दो लाख 11 हजार के करीब पहुंच गया. महाराष्ट्र में इसी अवधि में 204 लोगों की मौत हुई जिसके बाद इस घातक महामारी से मरने वालों का आंकड़ा 9026 हो गया है.

मुंबई में 85 हजार के पार, 39 और मरीजों की मौत
वहीं कोरोना वायरस से बुरी तरह प्रभावित मुंबई में सोमवार को कोविड-19 के 1,201 नए मामले सामने आने से महानगर में संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 85,326 हो गई.
बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने यह जानकारी दी. वायरल संक्रमण से 39 और मरीजों की मौत होने के बाद, मरने वालों की संख्या बढ़कर 4,935 हो गई.
बीएमसी की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि पिछले 24 घंटों में विभिन्न अस्पतालों से कुल 1,269 मरीजों को छुट्टी दी गई, जिससे स्वस्थ्य हुए लोगों की संख्या बढ़कर 57,152 हो गई है. मुंबई में अब उपचार करा रहे मरीजों की संख्या 23,249 है.