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मुंबई: क्राइम पेट्रोल देखकर बनाई किडनैपिंग की योजना, पुलिस ने दो घंटे में बच्चों को छुड़ाया!

मुंबई: मालाड पुलिस ने 10 लाख रुपये की फिरौती मांगने वाले दो अपहरणकर्ताओं के चंगुल से 13 वर्षीय बच्चे को मात्र 2 घंटे में छुड़ा लिया। यह दूसरी बार है, जब मालाड पुलिस ने नाबालिग बच्चे को सकुशल बचाया। इससे पहले नए साल की पूर्व संध्या पर भी 14 वर्षीय बच्चे को छुड़ाया था।
पुलिस के अनुसार, रविवार शाम को बच्चा अपने घर के पास स्थित मैदान में खेल रहा था। देर शाम मौका देखकर दो लोग बच्चे के पास गए और उन्होंने खुद को बीएमसी कर्मचारी बताया। उन्होंने बच्चे को मास्क न पहनने पर कार्रवाई करने की धमकी दी। फिर उसे बीएमसी ऑफिस चलने की बात कहते हुए जबरन एक ऑटोरिक्शा में बैठाया और वहां से फरार हो गए।
करीब 8 बजे बच्चे के पिता को 10 लाख रुपये की फिरौती देने के लिए कॉल आया। उन्होंने इसकी शिकायत मालाड पुलिस में की। पुलिस ने संदिग्ध नंबर को सर्विलांस पर डाल दिया। इस दौरान अपहरणकर्ता फिरौती की रकम देने के लिए बार-बार कॉल कर रहे थे। पुलिस ने उक्त नंबरों से लोकेशन ट्रेस की और बच्चे के पिता को पैसा ले जाने के लिए कहा। पैसा लेने के लिए जैसे ही एक बदमाश मालाड के मीठ चौकी सर्कल पर आया, पुलिस ने उसे दबोच लिया। उसने अपना नाम दिव्यांशु विश्वकर्मा (35) बताया। दिव्यांशु की निशानदेही पर पुलिस ने बोरीवली से दूसरा आरोपी शेखर विश्वकर्मा (21) को रात दस बजे पकड़ लिया और उसके पास से बच्चे को सकुशल छुड़ा लिया।
अपहरणकर्ताओं ने पुलिस को बताया कि उन्होंने क्राइम पेट्रोल देखकर बीएमसीकर्मी बन किडनैपिंग करने की योजना बनाई थी। शेखर कारपेंटर है, जबकि दिव्यांशु पढ़ाई करता है। दोनों मालाड स्थित वलनाई कॉलोनी में रहते हैं। नॉर्थ रीजन के एडिशनल सीपी दिलीप सावंत, डीसीपी विशाल ठाकुर और एसीपी दीपक फंटागरे के नेतृत्व में पुलिस अधिकारी जी. लिगाडे, सुधीर दलवी, दत्तात्रय थोपटे और नागनाथ बनसोडे की टीम ने इस काम को अंजाम दिया।