ब्रेकिंग न्यूज़महाराष्ट्रमुंबई शहरशहर और राज्य

मुंबई: टेंडर के नाम पर करोड़ों की ठगी करने वाला रेल अधिकारी गिरफ्तार, निकाला था फर्जी PO

मुंबई: टेंडर दिलाने के नाम पर करोड़ों की ठगी के आरोप में पुलिस की अपराध शाखा ने अनिल अहिरवार नाम के एक रेलवे के अधिकारी को गिरफ्तार किया है। अहिरवार मुंबई के महालक्ष्मी स्थित ईएमयू विभाग में सीनियर सेक्शन इंजीनियर के पद पर कार्यरत है।
पुलिस के मुताबिक, अहिरवार ही इस धोखाधड़ी का मुख्य सूत्रधार है। रेलवे के लिए लगने वाले जरूरी सामानों का टेंडर जिस विभाग से निकलता था, अहिरवार उसी में तैनात है। इसलिए उसे टेंडर से जुड़ी प्रक्रिया की पूरी जानकारी थी। इसी का फायदा उठाते हुए अहिरवार ने नकली दस्तावेज और मोहर तैयार कर फर्जी ऑर्डर निकाला और ठेका देने के नाम पर शिकायतकर्ता को करीब 3 करोड़ रुपए का चूना लगा दिया। अहिरवार को मध्यप्रदेश के ग्वालियर से गिरफ्तार किया गया है। मामले में गिरफ्तार आरोपियों ने रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर भी लोगों से ठगी की है। इसके अलावा बैंगलुर के एक व्यापारी से भी आरोपियों ने डेढ़ करोड़ की ठगी की और वह मामले की शिकायत पुलिस से ना करे, इसलिए पहले ही अदालत में उसके खिलाफ अर्जी दे दी। इसके अलावा मामले में स्वप्निल गोसावी नाम के एक आरोपी को भी गिरफ्तार किया गया है।

क्या है पूरा मामला?
31 वर्षीय कारोबारी ने मुंबई पुलिस से शिकायत की थी कि उसे रेलवे का ठेका दिलाने के नाम पर कुछ लोगों ने 2 करोड़ 73 लाख रुपए से ज्यादा ऐंठ लिए। आरोपियों ने खुद कारोबारी से संपर्क किया था और दावा किया था कि वह रेलवे में अपनी पहचान के बल पर उसे दो डिब्बों को जोड़ने के लिए लगने वाले हार्स पाइप का ठेका दिला देंगे और कम दाम में ही हार्सपाइप की व्यवस्था भी कर देंगे। कारोबारी को टेंडर पास होने की जानकारी देकर पर्चेज ऑर्डर भी दिया गया जिसमें रेलवे की मुहर लगी थी। आरोपियों ने पैसे जल्द पास कराने का वादा कर कारोबारी से हार्स पाईप खरीदने के नाम पर पैसे ले लिए। बाद में कारोबारी को पता चला कि उसे दिया गया पर्चेज ऑर्डर और चालान दोनों फर्जी हैं। मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।