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मुंबई: शिवसेना नेता संजय राउत लीलावती अस्पताल में भर्ती

मुंबई: शिवसेना के मुख्य प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद संजय राउत को हृदय में तकलीफ होने के बाद मुंबई के लीलावती अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। बताया जा रहा है कि वे पहले से हृदय संबंधित रोग से जूझ रहे हैं और कुछ दिन पहले ही डॉक्टर ने उनका एंजियोप्लास्टी किया था। इस बार भी हृदय में तकलीफ होने के बाद वे अस्पताल में भर्ती हुए हैं और डॉक्टर ने एक बार फिर से उन्हें एंजियोप्लास्टी की सलाह दी है। हार्ट स्पेशलिस्ट डा. मैथ्यू उनका इलाज करेंगे। 
बता दें कि संजय राउत को उद्धव ठाकरे का बेहद खास माना जाता है। वह राज्य की हर समस्या को प्रमुखता से उठाने वालों में शुमार हैं। संजय राउत इन दिनों मुंबई की फिल्म सिटी को यूपी ले जाने के मामले से लेकर लव जिहाद और अभिनेत्री कंगना रनौत से हुई जुबानी जंग की वजह से चर्चा में हैं।

‘अजान’ की तुलना ‘आरती’ से करने पर मचा बवाल
अजान’ की तुलना ‘आरती’ से करने के मामले को भी लेकर राजनीति गरमा गयी है। इस मामले को लेकर भाजपा और शिवसेना आमने-सामने हो गयी हैं। आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। भाजपा इस मामले को लेकर शिवसेना पर हमला करते हुए आरोप लगाया है कि उसने सत्ता की लालच में हिंदुत्व को तिलांजलि दे दिया।
वहीं दूसरी ओर शिवसेना नेता और सांसद संजय राउत ने भाजपा पर पलटवार किया है। राउत ने कहा, भाजपा के नेता ‘अजान’ को लेकर राजनीति कर रहे हैं। राउत ने कहा, शिवसेना को हिंदुत्व छोड़ने की बात कहने वालों को यह ‘तमाशा’ बंद करना चाहिए। उन्हें बेरोजगारी, जीडीपी आदि के बारे में बात करनी चाहिए।

फडणवीस ने शिवसेना पर लगाया हिंदुत्व को ‘नकारने’ का आरोप
अजान की तुलना आरती से करने और प्रतियोगिता के सुझाव के बीच पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने शिवसेना पर पार्टी के संस्थापक बालासाहेब ठाकरे की हिंदुत्व की विचारधारा को ‘नकारने’ का आरोप लगाया और कहा कि शिवसेना ‘वोट बैंक की राजनीति’ कर रही है।
भाजपा नेता फडणवीस ने कहा, यह हिंदू हृदय सम्राट बालासाहेब ठाकरे की शिवसेना नहीं है। वह इस मुद्दे पर हमेशा लड़े और शिवेसना बालासाहेब के ‘सामना’ (पार्टी का मुखपत्र) में लिखे उनके लेख एवं बयानों से बिल्कुल उलट कार्य कर रही है।

क्या है पूरा मामला?
दरअसल, दक्षिण मुंबई विभाग प्रमुख पांडुरंग सकपाल ने एक उर्दू समाचार वेबसाइट को दिए एक साक्षात्कार में ‘अजान’ की तुलना ‘आरती’ से कर दी थी। सकपाल ने कहा था कि वह दक्षिण मुंबई में एक मुस्लिम कब्रिस्तान के निकट रहते हैं और उन्हें ‘अजान’ सुनना अच्छा लगता है। सकपाल ने कहा था कि भगवद्गीता गायन की प्रतियोगिता होती है। मैंने अपने सहकर्मी शकील अहमद से बच्चों के लिए ‘अजान’ प्रतियोगिता का आयोजन करने के लिए कहा है। मैं महसूस करता हूं कि यह ‘आरती’ की तरह है।