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यूपी में आठ पुलिसकर्मियों का नरसंहार करने वाला मोस्टवांटेड विकास दुबे को एनकाउंटर का डर!

फरीदाबाद के होटल में ‘अंकुर’ बनकर रुका था विकास दुबे
…अब किसी भी वक्त दिल्ली की कोर्ट में कर सकता है आत्मसमर्पण?

लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने कानपुर कांड के मोस्टवांटेड विकास दुबे को दबोचने के लिए चौतरफा शिकंजा कस दिया है। कानपुर के चौबेपुर के बिकरू गांव मे उत्तर प्रदेश पुलिस के डिप्टी एसपी सहित आठ पुलिसकर्मियों का नरसंहार के बाद फरार मुख्य आरोपित विकास दुबे पर प्रदेश सरकार ने इनाम राशि ढाई लाख से बढ़ाकर पांच लाख रुपये कर दी है। पहले उस पर मात्र 50 हजार का ईनाम था, जिसे बढाकर एक लाख किया गया और फिर ढाई लाख और अब पांच लाख कर दिया गया है।

विकास दुबे का करीबी शार्प शूटर अमर दुबे (File Photo)

बुधवार सुबह को यूपी पुलिस को कानपुर एनकाउंटर मामले में दो बड़ी कामयाबी मिली। एक तो उसके सबसे करीबी शार्प शूटर अमर दुबे को पुलिस ने हमीरपुर में मार गिराया, वहीं उसके एक दूसरे साथी श्यामू वाजपेयी को चौबेपुर पुलिस ने जिंदा गिरफ्तार कर लिया है। लेकिन, इस बीच खबर यह आ रही है कि विकास दुबे हरियाणा के फरीदाबाद में पुलिस को चकमा देकर भाग गया है। विकास दुबे की तलाश में फरीदाबाद व गुड़गांव में छापे मारे गए हैं।

फरीदाबाद में मिठाई की एक दुकान के सामने रोड पर खड़ा ऑटो का इंतजार करता हुआ विकास, सीसीटीवी कैमरे में कैद

सूत्रों की मानें तो फरीदाबाद में विकास दुबे पुलिस के हत्थे चढ़ते-चढ़ते बच गया। सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा है कि कैसे पुलिस के आने से पहले वह एक ऑटो में सवार होकर भाग गया। फुटेज में विकास रोड पर खड़ा ऑटो का इंतजार करता दिखता है। मिठाई की एक दुकान के सामने खड़ा विकास करीब पांच मिनट तक वहां इंतजार करता रहा। उसने देख लिया था कि मिठाई की दुकान पर कैमरा लगा है इसलिए वहां से हट गया मगर तबतक उसकी तस्‍वीरें कैद हो चुकी थीं। पहले दो ऑटो ने उसे नहीं बिठाया। तीसरे ऑटो में वह बैठा और चला गया। उसने काले रंग की शर्ट, जींस और मास्क पहना हुआ था। उसके कंधे पर एक बैग भी देखा गया है। माना जा रहा है कि वह अपना सामान लिए इधर-उधर छिपता फिर रहा है। जिस इलाके में विकास को देखा गया, वहां के एक शख्‍स ने एक चैनल से बातचीत में कहा कि पुलिस ने विकास को देखा था मगर पहचान नहीं सकी।

ऑटो में बैठते हुए सीसीटीवी में कैद हुआ विकास दुबे

फरीदाबाद के होटल में ‘अंकुर’ बनकर रुका था विकास दुबे
विकास दुबे असल में बदखल चौक इलाके में स्थित एक छोटे होटल में रुका था। होटल के कर्मचारियों के अनुसार, विकास ने अपनी पहचान अंकुर के रूप में बताई थी। पुलिस टीम के होटल पहुंचने से पहले ही विकास वहां से फरार हो गया। उसके कुछ सहयोगी वहां से पकड़े गए हैं। दिल्‍ली-एनसीआर में कई जगहों पर उसकी तलाश की जा रही है। वेस्‍टर्न यूपी के कई जिलों में भी विकास और उसके गुर्गों का पता लगाया जा रहा है।

विकास दुबे पर पांच लाख का ईनाम

वहीं फरीदाबाद पुलिस ने इस मामले में कहा है कि एक घर में विकास दुबे के होने के इनपुट पर क्राइम ब्रांच के साथ मिलकर फरीदाबाद पुलिस ने रेड की, जिसमें तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया। अपराधियों ने फायरिंग भी की। फरीदाबाद पुलिस ने कहा है कि कानपुर मुठभेड़ में प्रयोग की पिस्टल और उत्तर प्रदेश पुलिस से चोरी की गई पिस्टल बरामद की गई है। इस बीच ऐसी जानकारी आई है कि गैंगस्टर विकास दुबे के दोनों पैरों में रॉड लगा हुआ है। इसके बावजूद वह अपने साथियों की मदद से एक बार फिर भागने में कामयाब हो गया है।
इसके लिए इन दोनों इलाकों में पुलिस को अलर्ट कर दिया गया और अदालत परिसरों पर भी नजर रखने को कहा गया है, जहां वह सरेंडर कर सकता है।
विकास दुबे के फरीदाबाद से भागने की सूचना पर संदेह इसलिए गहराता है क्योंकि उसका दायां हाथ माना जाने वाला अमर दुबे भी फरीदाबाद में ही छिपा था और वहां से वह हमीरपुर आया। पुलिस ने उसको चारों से घेर लिया और सरेंडर करने को कहा तो उसने गोली चला दी जिसके बाद वह पुलिसिया कार्रवाई में मारा गया।

दिल्ली की किसी कोर्ट में कर सकता है आत्मसमर्पण
बताया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश पुलिस से बचता फिर रहा विकास दुबे दिल्ली-एनसीआर में कहीं छिपा हुआ है और दिल्ली की किसी कोर्ट अथवा दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के समक्ष आत्मसमर्पण की योजना बना रहा है। फिलहाल इसकी पुष्टि तो नहीं हुई है, लेकिन कयास लगाया जा रहा है कि वह दिल्ली की कोर्ट में आत्मसमर्पण के इरादे से दिल्ली-एनसीआर में सक्रिय है और अपने वकील के जरिये इसकी पूरी योजना बना रहा है।

जो भी घटना में शामिल है उसे पछतावा होगा- एडीजी लॉ एंड ऑर्डर
कानपुर के चौबेपुर के बिकरू गांव में 2 जुलाई की रात हुए पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद आज पहली बार यूपी पुलिस ने प्रेस कांफ्रेंस की। यूपी पुलिस के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित किया। एडीजी ने कहा, कानपुर में पुलिस जवानों की शहादत को व्यर्थ नहीं जाने देंगे। हत्यारों को लेकर जो भी कार्रवाई होगी, कानून के दायरे में रहकर होगी। उन्होंने साफ कहा कि कार्रवाई ऐसी होगी कि ऐसे मामलों के लिए नज़ीर पेश हो।

कानपुर हत्याकांड में अब तक क्या हुआ?
यूपी पुलिस के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने कहा- कानपुर घटना में नामित और वांछित अपराधी अमर दुबे को आज सुबह मार गिराया गया है। इसके पास से एक सेमी ऑटोमेटिक पिस्टल बरामद की गई है।

विकास दुबे के इतने साथियों पर कसा शिकंजा
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि मंगलवार की रात 50 हजार के इनामी बदमाश श्यामू बाजपेयी, संजीव दुबे और जाहन यादव को गिरफ्तार किया गया है। इस मुठभेड़ में श्यामू बाजपेयी जख्मी भी हुआ है। इन तीनों बदमाशों को चौबेपुर से ही पकड़ा गया है। उन्होंने बताया कि हत्याकांड के ही प्रकरण में फरीदाबाद में हुई मुठभेड़ में कार्तिकेय प्रभात, अंकुर और उसके पिता श्रवण को भी पकड़ा गया है। इन सभी को पुलिस रिमांड पर ले आएगी।

AK47 और INSAS अब भी बरामद नहीं
प्रेस कांफ्रेंस में बताया गया कि अब भी पुलिस के 2 हथियार AK47 और INSAS के रिकवरी के प्रयास जारी हैं। इन्हें बरामद नहीं किया जा सका है। बदमाशों के पास से 2 जुलाई की घटना में लूटी हुई 9 mm की सरकारी पिस्टल बरामद की गई है। इसके अलावा 2 और असलहों के साथ 44 जिंदा कारतूस बरामद किया गया है।