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राज्यपाल ने महाराष्ट्र के DGP और मुंबई पुलिस आयुक्त को लिखी चिट्ठी, ‘शिंदे गुट’ के विधायकों को सुरक्षा देने का निर्देश

मुंबई: महाराष्ट्र के सियासी संग्राम के बीच बागी विधायकों के खिलाफ शिवसैनिकों का विरोध प्रदर्शन लगातार जारी है। इन सब के बीच केंद्र सरकार ने 15 बागी विधायकों को वाई प्लस सुरक्षा प्रदान की है। केंद्र ने शिंदे खेमे की अपील के बाद यह फैसला किया है।
दूसरी तरफ महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने राज्य के डीजीपी और मुंबई पुलिस आयुक्त को पत्र लिखा है। राज्यपाल ने अपने पत्र में ‘शिंदे गुट’ के विधायकों को सुरक्षा प्रदान करने का निर्देश दिया है।
बता दें कि राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी आज ही कोरोना को मात देकर अस्पताल से डिस्चार्ज हुए हैं। राज्यपाल ने DGP और मुंबई CP को पत्र लिखा है। जिसमें उन्होंने कहा कि शिंदे कैंप के साथ जितने विधायक हैं उन्हें सुरक्षा दी जाए। इससे पहले कोविड संक्रमित पाए जाने के कारण उन्हें रिलायंस अस्पताल में भर्ती किया गया था। कोश्यारी 22 जून को कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे।

MVA को झटका, एक और मंत्री शिंदे खेमे में शामिल
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की अपील का कोई असर नहीं दिख रहा है। दरअसल, शिवसेना के एक और विधायक उदय सावंत ‘शिंदे गुट’ में शामिल होने के लिए मुंबई से गुवाहाटी पहुंचे हैं। वे उद्धव सरकार में मंत्री भी हैं। सावंत शिंदे खेमे में शामिल होने वाले 8वें मंत्री हैं।
सूत्रों के मुताबिक, शिंदे के राज्य से चले जाने के बाद से महाराष्ट्र के उच्च और तकनीकी शिक्षा मंत्री उदय सावंत शिवसेना के कार्यकर्ताओं को संगठित करने में सबसे आगे थे। सूत्रों ने यह भी दावा किया कि सावंत के दो दिन पहले ‘शिंदे खेमे’ में शामिल होने की उम्मीद थी, लेकिन इसमें देरी हुई और वो अब बागी गुट में शामिल होने के लिए गुवाहाटी के रैडिसन ब्लू होटल रवाना हुए है। रैडिसन ब्लू होटल में शिंदे कम से कम 40 बागी विधायकों के साथ डेरा डाले हुए हैं। शिवसेना के दिग्गज नेता एकनाथ शिंदे ने शिवसेना के दो-तिहाई से अधिक विधायकों का समर्थन होने का दावा किया है।

इससे पहले शिवसेना नेता संजय राउत ने एक ट्वीट कर कहा बागियों पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि कब तक छिपोगे गुवाहाटी में, आना ही पड़ेगा चौपाटी में। राउत ने इस ट्वीट के साथ महाराष्ट्र विधानसभा स्पीकर नरहरि जिरवाल की तस्वीर भी साझा की है।

15 बागी विधायकों को केंद्र सरकार ने दी ‘वाई प्लस’ सुरक्षा
महाराष्ट्र में उद्धव सरकार के खिलाफ विद्रोह करने वाले शिवसेना के 15 बागी विधायकों को केंद्र सरकार ने ‘वाई प्लस’ श्रेणी की सुरक्षा दी है। जिसमें प्रकाश सुर्वे, सदानंद सरवणकर, योगेश दादा कदम, प्रताप सरनाइक, रमेश बोनार्रे, मंगेश कुडालकर, संजय शिरसाट, लताबाई सोनवणे, यामिनी जाधव, प्रदीप जायसवाल, संजय राठौड़, दादाजी भूसे, दिलीप लांडे, बालाजी कल्याणकर और संदीपन भुमरे शामिल हैं। केंद्र सरकार ने यह फैसला तब लिया जब शिंदे द्वारा मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को एक पत्र लिखकर यह आरोप लगाया गया कि शिवसेना के बागी विधायकों के परिवार के सदस्यों को प्रदान की गई सुरक्षा वापस राजनीतिक प्रतिशोध की वजह से वापस ले ली गई है। हालाँकि, महाराष्ट्र सरकार ने इन आरोपों को ख़ारिज कर दिया है और कहा गया है कि किसी विधायक के परिवार की सुरक्षा वापस नहीं ली गई है।