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रामदास कदम बोले- उद्धव ने बालासाहेब के विचारों से बेईमानी की है, उन्हें आत्मचिंतन करना चाहिए

रत्नागिरी/मुंबई: शिवसेना (शिंदे गुट) के नेता तथा राज्य के पूर्व मंत्री रामदास कदम ने शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे के खिलाफ हमला बोला है। सोमवार को रत्नागिरी में पत्रकारों से बातचीत में कदम ने कहा कि हम गद्दार नहीं हैं बल्कि गद्दार और बेईमानी उद्धव हैं।
उद्धव ने शिवसेना प्रमुख दिवंगत बालासाहेब के विचारों से बेईमानी की है। कदम ने कहा कि उद्धव को आत्मचिंतन करना चाहिए कि उन्हें बालासाहेब का नाम लेने का अधिकार है या नहीं?
उद्धव को बताना चाहिए कि यदि बालासाहेब जीवित होते तो वे राकांपा और कांग्रेस के साथ गठबंधन करके उन्हें मुख्यमंत्री बनने की अनुमति देते क्या?
रामदास कदम ने कहा कि उद्धव शिवसेना (शिंदे गुट) पर पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह चुराने का आरोप लगा रहे हैं? लेकिन उनके घर में चोरी हो रही है तो वे कर क्या रहे हैं? कदम ने कहा कि उद्धव का चेहरा भोला है। उनके चेहरे के पीछे कई चेहरे छिपे हैं। मैं इसका गवाह हूं। मैं उद्धव की नस-नस पहचानता हूं। मैं एक किताब लिख रहा हूं। जिसमें कई खुलासे होंगे।
उद्धव ने बालासाहेब के निधन के बाद शिवसेना को निजी कंपनी बना दिया है। कदम ने कहा कि उद्धव केंद्रीय चुनाव आयोग को गाली दे रहे हैं लेकिन यदि पार्टी का नाम और चिन्ह का फैसला उद्धव के पक्ष में होता है तो वो चुनाव आयोग की आरती उतारते। कदम ने कहा कि उद्धव ने मुझे शिवसेना के नेता केशवराव भोसले का ड्राइवर बताया था। यदि उद्धव ने साबित कर दिया कि मैं भोसले का ड्राइवर था तो मैं उनके घर पर बर्तन धोने जाऊंगा। यदि वे साबित नहीं कर पाए तो वो मेरे घर पर बर्तन धोने के लिए आएं।
आगे कदम ने कहा कि उद्धव ने रत्नागिरी के खेड में रविवार को सभा आयोजित करके बड़ी चूक की है। उद्धव यदि 100 बार खेड़ में आएंगे। फिर भी वे मेरे बेटे तथा दोपाली सीट से शिवसेना (शिंदे गुट) के विधायक योगेश कदम को साल 2024 के विधानसभा चुनाव में हरा नहीं पाएंगे। कदम ने कहा कि 19 मार्च को शिवसेना (शिंदे गुट) की ओर से खेड में सभा आयोजित की गई है। इस सभा में राज्य के उद्योग मंत्री उदय सामंत बताएंगे कि कैसे उद्धव के अस्पताल में रहने के दौरान मेरे बेटे योगेश को राजनीतिक रूप से खत्म करने की साजिश रची गई थी। कदम ने कहा कि मैंने उद्धव के अयोध्या दौरे के पूरे खर्च की व्यवस्था की थी। लेकिन उद्धव ने मुझे ही अयोध्या दौरे पर जाने से रोक लगा दिया था।