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वाराणसी कैंट स्टेशन पर 14 नवंबर से प्लेटफार्म नंबर 3 से चलेगी ट्रेन, चार की लंबाई बढ़ाने का कार्य गति पर

वाराणसी: कैंट स्टेशन (वाराणसी जंक्शन) पर यार्ड री-मॉडलिंग के तहत प्लेटफार्म नंबर 3 की चौड़ाई का कार्य निर्धारित समय में पूरा कर लिया जाएगा। यहां 14 नवंबर से गाड़ियां भी चलने लगेंगी। वहीं, प्लेटफार्म नंबर चार की लंबाई बढ़ाने का कार्य गति पर है।
यह जानकारी उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के डीआरएम सुरेश कुमार सपरा ने दी। वह गुरुवार को कैंट स्टेशन पर प्रस्तावित विकास कार्यों का जायजा लेने पहुंचे थे। उन्होंने कार्यदाई संस्था और अधिकारियों के साथ निर्माणाधीन परियोजनाओं की समीक्षा भी की।
इसके पूर्व निदेशक कक्ष में पत्रकारों से मुखातिब, डीआरएम सपरा ने बताया कि रेल परिसर में निर्माण कार्य में सुरक्षा मानकों की निगरानी की जा रही है। पिछले दिनों यात्रियों के बीच प्लेटफार्म पर ट्रैक्टर ट्राली और मालवाहक ले जाने के प्रकरण में कार्रवाई भी की जा चुकी है।
उन्‍होंने बताया कि न्यू फूट ओवरब्रिज पर प्लेटफार्म नंबर चार से जुड़े पीलर को स्थानांतरित किया जाएगा। इस प्लेटफार्म की लंबाई बढ़ाई जा रही है। निर्माणाधीन तीसरे फूट ओवरब्रिज का कार्य अगले वर्ष जनवरी तक पूरा कर लिया जाएगा।
काशी स्टेशन पर टेक्नो फिजीबिलिटी सर्वे का शुरू हो गया है। यहां, तीन चरणों में मेजर अपग्रेडेशन (पुनर्निर्माण) कार्य को मूर्तरूप दिया जा रहा है। इसके पूर्व डीआरएम ने प्लेटफार्म और निर्माणाधीन परियोजनाओं का निरीक्षण किया।
इस दौरान स्थानीय अधिकारी व कार्यदाई संस्था के प्रतिनिधियों संग बैठक कर विकास कार्यों की समीक्षा की। साथ ही सुरक्षा मानकों का पालन कराने के सख्त निर्देश दिए। इसके पश्चात् डीआरएम ने यात्री सुविधा समिति के सदस्यों से शिष्टाचार भेंट किया। इस मौके पर निदेशक गौरव दीक्षित सहित अन्य मौजूद रहे।

इंट्रीगेटेड सिक्योरिटी सिस्टम का खींचा खाका
कैंट स्टेशन पर सुरक्षा व्यवस्था और चाक चौबंद होगी। यहां मास्टर प्लान के तहत इंट्रीगेटेड सिक्योरिटी सिस्टम का खाका तैयार किया जा रहा है। डीआरएम सुरेश कुमार सपरा ने बताया कि प्रवेश और निकासी द्वार पर तीन लगेज स्कैनर होंगे। पूर्व में लगे स्कैनर की मरम्मत कराई जाएगी। जबकि दो और नए मशीन खरीदे जाएंगे। उन्‍होंने बताया कि यात्री आश्रय हॉल को भी सीसीटीवी कैमरे से लैस किया जाएगा। टिकट कांउटर शिफ्ट होने से यहां यात्रियों की संख्या में इजाफा हुआ है। लिहाजा यहां, सुरक्षा उपकरणों की आवश्यकता और ट्रेन डिस्प्ले बोर्ड लगाने की भी योजना पर काम चल रहा है।