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वाराणसी: चुनावी रंजिश में प्रधान प्रत्याशी की गोली मारकर हत्या! पुलिस ने संदिग्‍धों से की पूछताछ…

वाराणसी: बड़ागांव थानांतर्गत सैरा गांव के समीप शनिवार की रात बदमाशों ने प्रधान प्रत्याशी पप्पू यादव (39) की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मृतक का शव खेत में मिला। इस वारदात के पीछे चुनावी रंजिश की चर्चाओं का बाजार गर्म है।
मिली जानकारी के मुताबिक, इंद्रपुर गांव से लगातार 20 वर्षों से प्रधान पप्पू यादव ने दो दिन पहले ही नामांकन पर्चा दाखिल किया था। घटना की शाम वह जनसम्पर्क के बाद घर लौट रहे थे। इस बीच सैरा गांव के समीप बदमाशों ने उन्हें गोली मार दिया। गोली की आवाज सुनकर दौड़े स्थानीय ग्रामीण पूर्व प्रधान को लेकर मलदहिया स्थित निजी अस्पताल पहुंचे। जहां उन्हें बीएचयू ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया। ट्रामा सेंटर में चिकित्सकों ने उनके मौत की पुष्टि कर दी। इसके बाद जानकारी होने पर सैकड़ों की संख्या में समर्थक जुट गए।
बड़ागांव थाना क्षेत्र के सैरा गांव के पास ढोल बजवा मोड़ पर शनिवार की रात करीब नौ बजे बदमाशों ने 48 वर्षीय पूर्व ग्राम प्रधान विजेंद्र यादव उर्फ पप्पू की गोली मारकर हत्या कर दी। ग्रामीणों के मुताबिक बदमाशों ने उन्हें सात गोली मारी है। पुलिस चुनावी रंजिश व जमीन विवाद को वारदात की वजह मान कर जांच कर रही है। पुलिस ने मौके से छह खोखा बरामद किया है। पुलिस के अनुसार, पूर्व प्रधान स्थानीय थाने के हिस्ट्री शीटर भी थे।
इंदरपुर गांव निवासी विजेंद्र के परिवार के लोग पिछले तीन बार से ग्राम प्रधान हैं। इस समय उनकी पत्नी ममता प्रधान हैं। इस बार विजेंद्र ने ग्राम प्रधान पद से पर्चा भरा है। स्वजनों के मुताबिक, दो भाइयों में बड़े विजेंद्र की पांचो शिवाला क्षेत्र में भवन निर्माण सामग्री की दुकान है। उनके दो पुत्र हैं। रात उनके मोबाइल फोन पर किसी ने कॉल कर बुलाया। इसके बाद वह बाइक से घर से निकल गए थे। ग्रामीणों के मुताबिक ढोल बजवा मोड़ पर बाइक सवार बदमाशों ने उन्हें रोका और अंधाधुंध उन पर गोलियों की बौछार कर दी। गोली लगते ही वह जमींन पर गिर पड़े। गोली चलने के आवाज सुनकर आसपास के लोग जुट गए लेकिन तब तक बदमाश वहां से भाग निकले। ग्रामीणों की सूचना पर परिवारीजन मौके पर पहुंचे और आनन-फानन उन्हें लेकर मलदहिया क्षेत्र स्थित एक निजी अस्पताल पहुंचे जहां उनकी हालत नाजुक देखकर डाक्टरों ने बीएचयू ट्रामा सेंटर भेज दिया। लोग उन्हें लेकर ट्रामा सेंटर पहुंचे लेकिन तब तक उनकी मौत हो गई। ग्रामीणों के मुताबिक पूर्व ग्राम प्रधान मिलनसार थे।

जांच के केंद्र में चुनावी रंजिश व भूमि विवाद
सीओ पिंडरा अभिषेक पांडेय ने बताया कि चुनावी रंजिश व भूमि विवाद को वारदात की वजह मानकर जांच की जा रही है। परिवारजन के मुताबिक, पूर्व प्रधान ने एक जमीन का बैनामा कराया था। उस जमीन पर उनके गांव के ही आपराधिक प्रवृति के व्यक्ति की निगाह थी। ग्रामीण उस व्यक्ति का नाम ले रहे थे।

जान से मारने की नीयत से बुलाया
पूर्व प्रधान विजेंद्र यादव को घर से बुलाकर गोली मारी गई। सीने, पेट व सिर पर सात गोली मारे जाने की बात सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि बदमाशों ने जान से मारने की नीयत से ही पूर्व प्रधान को बुलाया था।