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शाहरुख के बेटे आर्यन को क्लीन चिट; समीर वानखेड़े पर हो सकती है कड़ी कार्रवाई

मुंबई: क्रूज ड्रग्स पार्टी केस में गिरफ्तार हुए अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को आखिरकार क्लीन चिट मिल गई। एनसीबी ने अपनी गलती मानते हुए कहा कि आर्यन के खिलाफ न सबूत मिले हैं और न ही किसी गवाह ने उसे ड्रग्स देने की बात मानी है।
बता दें कि कॉर्डेलिया क्रूज में 2 अक्टूबर को गिरफ्तार आर्यन को तकरीबन 26 दिन सलाखों के पीछे गुजारनी पड़ी। जेल की हार्ड लाइफ के बीच आर्यन जेल में जमीन पर सोने को मजबूर हुए। शुरुआती दिनों में आर्यन ने सिर्फ बिस्कुट से अपना पेट भरा था। जेल से जमानत पर बाहर आए आर्यन की जो तस्वीरें सामने आईं, उनमें उनकी आंखों के नीचे डार्क सर्कल नजर आए थे। उस दौरान यह कहा गया कि जेल में आर्यन की नींद पूरी नहीं हो सकी थी। उनके बाल भी रूखे थे और चेहरे पर घर जाने की खुशी से ज्यादा परेशानी और तनाव ज्यादा नजर आया था। क्रूज पर हुई शानदार पार्टी से शुरू हुआ आर्यन का यह सफरनामा कई उतार-चढ़ाव के बाद अब क्लीन चिट के साथ खत्म हो चुका है।

जानें- आर्यन के जीवन के सबसे कठिन सफरनामे के बारे में
2 अक्टूबर को गिरफ्तार किये गए थे आर्यन
2 अक्टूबर को आर्यन को मुंबई से गोवा के लिए निकले क्रूज कॉर्डेलिया से पकड़ा गया था। हालांकि, उन्हें 3 अक्टूबर को गिरफ्तार दिखाया गया। पहली बार उन्हें एक दिन और दूसरी बार उन्हें 3 दिन की NCB कस्टडी में भेजा गया था। इसके बाद 7 अक्टूबर को आर्यन को 21 अक्टूबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। इसके बाद दूसरी बार 5 नवंबर तक उनकी हिरासत बढ़ा दी गई थी।

आर्यन को क्लीन चिट; समीर वानखेड़े पर हो सकती है कड़ी कार्रवाई
आर्यन को मिली क्लीन चिट के बाद अब एनसीबी पर सवालियां निशान लगने लगे हैं। आर्यन खान को गिरफ्तार करने वाले एनसीबी के पूर्व जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े के खिलाफ डिपार्टमेंटल जांच का आदेश दे दिया गया है। यह जांच केंद्रीय गृह मंत्रालय के कहने पर की जा रही है। दोषी साबित होने पर वानखेड़े के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो सकती है। आर्यन केस में विवादों में घिरने के बाद उन्हें डायरेक्टरेट ऑफ रेवेनुए इंटेलिजेंस (DRI) में ट्रांसफर कर दिया गया है।
रिपोर्ट के मुताबिक, यह पता चला है कि सरकार ने सक्षम अधिकारियों को आर्यन खान ड्रग्स मामले में पूर्व एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े की गलत जांच के लिए उचित कार्रवाई करने के लिए कहा है। सरकार पहले ही समीर वानखेड़े के फर्जी जाति प्रमाण पत्र मामले में कार्रवाई कर चुकी है।

एनसीबी की जांच में मिली गड़बड़ी: डीजी प्रधान
इस मामले में आर्यन सहित 19 लोग आरोपी थे। हालांकि, इस मामले में एनसीबी की साख पर उठे सवाल के बाद डीजी एसएन प्रधान मीडिया के सामने आए और कहा कि अभी जांच पूरी नहीं हुई है, सबूत मिले तो पूरक (सप्लीमेंट्री) चार्जशीट दयार की जाएगी। प्रधान ने यह भी कहा कि इस मामले में एनसीबी की पहली टीम (समीर वानखेड़े) ने जांच के दौरान कई लापरवाही बरती है। इसलिए दोषी पाए जाने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

डीजी ने भी दिए जांच के संकेत
एनसीबी के डीजी एस एन प्रधान ने कहा अगर पहली जांच टीम से गलती नहीं होती तो SIT जांच टेक ओवर क्यों करती? कुछ तो कमियां रह गईं तभी तो SIT ने केस लिया। इन कमियों को दूर करने के लिए या फिर कम से कम आगे की कार्रवाई सही हो, इसको ध्यान में रखते हुए कार्रवाई की गई। इतना ही नहीं एनसीबी डीजी ने संकेत दिए हैं कि छापेमारी और जांच के दौरान चूक के आरोप में क्रूज पर छापेमारी करने वाले एनसीबी के अधिकारियों के खिलाफ विभागीय जांच शुरू की जा सकती है।