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सिद्धिविनायक के दर्शन के लिए अब दिखाना होगा क्यूआर कोड, नई व्यवस्था के लिए मंदिर प्रबंधन खर्च कर रहा है 2 करोड़

मुंबई: मुंबई के प्रभादेवी स्थित श्री सिद्धिविनायक मंदिर के दर्शन के लिए मंदिर प्रबंधन अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग करने जा रहा है। यह व्यवस्था कोरोना संक्रमण से बचाव को ध्यान में रखकर बनाई गई है। नई व्यवस्था के तहत भक्तों को मंदिर परिसर में प्रवेश पाने के लिए क्यूआर कोड दिखाना होगा। साथ ही उन्हें मास्क फेस डिटेक्शन मशीन से गुजरना होगा। बिना मास्क के मशीन मंदिर में प्रवेश नहीं देगी। मंदिर परिसर में एक साथ सिर्फ 200 भक्त ही दर्शन कर सकेंगे। भक्तों की संख्या बढ़ने पर कम्प्यूटर प्रवेश द्वार नहीं खोलेगा। नई व्यवस्था के लिए मंदिर प्रबंधन 2 करोड़ रुपये खर्च कर रहा है।

देश में पहली बार इस तरह की तकनीक
देश में पहली बार किसी मंदिर ने इस तरह की तकनीक का इस्तेमाल किया है। गौरतलब है कि कोरोना संकट के कारण पूरे महाराष्ट्र में प्रार्थना स्थल बंद हैं। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने 28 अगस्त को सिद्धिविनायक मंदिर का ऐप लॉन्च किया था, ताकि भक्त ऑनलाइन दर्शन कर सकें। इस ऐप से हजारों की तादाद में भक्तों ने दर्शन किए और आज भी कर रहे हैं, लेकिन अब नई अत्याधुनिक तकनीक से दर्शन की व्यवस्था मंदिर प्रबंधन करने जा रहा है।

हर भक्त को मिलेगा यूनिक नंबर
अब तक परंपरा के अनुसार, सिद्धिविनायक मंदिर में प्रवेश करने वाले भक्तों की तलाशी सुरक्षाकर्मी लेते थे, लेकिन अब यह काम कम्प्यूटर संचालित होगा। भक्तों के मास्क नहीं लगाने पर मशीन नहीं खुलेगी। मास्क मशीन से आगे बढ़ने पर भक्त को शरीर का तापमान मशीन द्वारा चेक कराना होगा। शरीर का टेंपरेचर नॉर्मल नहीं होने पर मशीन भक्तों को प्रवेश नहीं देगी। मंदिर आने वाले हर एक भक्त को एक यूनिक नंबर दिया जाएगा। मंदिर में दर्शन करने के लिए पहले सिद्धिविनायक मंदिर ऐप पर जाकर खुद का रजिस्ट्रेशन कराना होगा।

मशीनें रखेंगी भीड़ पर नजर
मंदिर परिसर में भक्तों की संख्या पर ऑटोमेटिक मशीनें नजर रखेंगी। एक बार में केवल 200 भक्तों को ही प्रवेश मिलेगा। भक्तों की संख्या बढ़ने पर प्रवेश द्वार नहीं खुलेगा, जब तक कि वहां पर उपस्थित 200 भक्तों में से कोई बाहर नहीं निकलता। यानी जितने भक्त बाहर निकलेंगे, उतने ही भक्तों को प्रवेश मिलेगा।