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UP: एक करोड़ रुपये कार में छिपा मुंबई भागे तीन शातिर को MP पुलिस ने धरदबोचा, बोनट में लगी आग से रुपये हुए खाक;

लखनऊ: उत्तर प्रदेश से करीब एक करोड़ रुपये नकद लेकर मुंबई जा रहे तीन आरोपितों को मध्य प्रदेश के सिवनी जिले की कुरई थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस और चेकपोस्ट पर जांच से बचने के लिए आरोपितों ने नोटों के बंडल बोनट में इंजन के पास छिपा दिए थे, लेकिन इंजन गरम होने से आग भड़क गई। बम्हनी गांव के पास आग बुझाने के लिए जैसे ही आरोपितों ने बोनट खोलकर नोटों के बंडल बाहर निकाले, अधजले 500-500 के नोट तेज हवा के साथ सड़क पर बिखर गए। पुलिस ने नाकाबंदी कर आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। तीनों आरोपित उत्तर प्रदेश के आजमगढ़, जौनपुर, बस्ती जिले के रहने वाले हैं।
उत्तर प्रदेश निवासी तीनों आरोपित करीब एक करोड़ कैश लेकर मुंबई जा रहे थे। आरोपितों ने नोटों के बंडल कार की बोनट में इंजन के पास छिपा दिए थे, लेकिन रास्ते में ही इंजन गर्म होने के कारण चलती कार में आग लग गई। सिवनी-नागपुर हाईवे में बम्हनी गांव के पास कार में भड़की आग को बुझाने के लिए जैसे ही आरोपितों ने बोनट खोलकर नोटों के बंडल बाहर निकाले, अधजले नोट तेज हवा के साथ सड़क पर बिखर गए। कैश हेराफेरी का पर्दाफाश होने के डर से अधजले नोटों को मौके पर छोड़कर तीन आरोपितों नागपुर होते हुए मुंबई भाग रहे थे, लेकिन पुलिस ने सूचना मिलने के बाद सिवनी-नागपुर हाइवे से इन्हें पकड़ लिया।
पुलिस ने जब कार की छानबीन की तो उसमें से करीब एक करोड़ रुपये कैश निकला। पुलिस का कहना है कि आरोपितों से पूछताछ की जा रही है। कैश की गिनती करने के लिए बैंक से नोट गिनने की मशीन मंगाई गई थी, गिनती पूरी होने के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा कार में कितना कैश उत्तर प्रदेश से मुंबई भेजा जा रहा था। आग में कितनी नोट जले हैं, यह भी अभी स्पष्ट नहीं हो सका है। पुलिस मामले की तफ्तीश कर रही है।

एमपी पुलिस ने बताया कि तीनों आरोपित, आजमगढ़, जौनपुर, बस्ती जिले के रहने वाले हैं। गिरफ्तार सुनील वर्मा (35), ज्ञात बाबू (42), हरिओम यादव (38) पिछले कई सालों से मुंबई (महाराष्ट्र) में रहकर ड्राइवर का काम कर रहे थे। सोना-चांदी व्यवसाय से जुड़े लोगों के कहने पर आरोपित कैश यूपी से मुंबई ले जाते थे। कार वाहन में मिला कैश भी वे मुंबई ले जा रहे थे। जब्त रुपये किसके हैं और कहां इसकी सप्लाई की जानी थी, पुलिस इसकी जांच कर रही है। पुलिस का कहना है कि गिरफ्तार तीनों आरोपितों ने अलग-अलग बयान देकर पुलिस को गुमराह कर रहे हैं।